2020 पुथांडू त्यौहार (तमिल नव वर्ष) Puthandu Festival in Hindi Tamil New Year

2020 पुथांडू त्यौहार (तमिल नव वर्ष) Puthandu Festival in Hindi (Tamil New Year)

तमिल नव वर्ष 2020

2020 पुथांडू त्यौहार (तमिल नव वर्ष) Puthandu Festival in Hindi Tamil New Year

पुथांडू (Puthandu) का त्योहार तमिल लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन को तमिल नव वर्ष या पुथुवरुशम के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन तमिल कैलेंडर का प्रथम दिन होता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार यह प्रतिवर्ष 14 अप्रैल को मनाया जाता है और इसी दिन केरल में विशु त्यौहार और मध्य तथा उत्तर भारत में वैसाखी के नाम से मनाया जाता है।

इस दिन तमिल लोग अपने सभी रिश्तेदारों को पुथांडू ‘वाल्टतुक्का’ कह कर ढेर सारी शुभकामनायें देते हैं। इसका अर्थ होता है नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें। यह त्यौहार परिवार के सभी लोग एक साथ मिल कर मनाते हैं।

इस दिन लोग अपने घरों की अच्छे से साफ़ सफाई करते हैं और घरों को फूलों और लइटों से सजा देते हैं। सभी लोग इस दिन नए कपडे पहनते हैं। लोग सवेरे से स्नान करके पास के मंदिर में पूजा  करने जाते हैं और भगवान् से सुख-शांति की कामना करते हैं।

उसके बाद सभी लोग अपने से बड़ो का आशीर्वाद लेते हैं और उन्हें सम्मान देते हैं। इस दिन सभी लोग अपने घरों में शाकाहारी भोजन बनाते हैं। पुथांडू का त्यौहार तमिल हिन्दू लोगों द्वारा भी तमिलनाडु और पुडूचेरी के बाहर जैसे श्रीलंका, मलेशिया, सिंगापोर, मॉरिशस में भी मनाया जाता है।

पुथांडू त्यौहार का महत्व Importance of Puthandu Festival in Hindi

पुथांडू के दिन ही अन्य राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरयाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार, और त्रिपुरा में भी इस दिन को मनाया जाता है। यह दिन तमिल कैलंडर का प्रथम दिन होता है।

अप्रैल के महीने में तमिल नव वर्ष को मनाना पूर्व तमिल साहित्य से जुड़ा हुआ है। तमिलनाडु के दक्षिण में कुछ लोग इस त्यौहार को चित्तिरै विशु के नाम से मनाते हैं। इस दिन घरों के प्रवेश में रंगीन चावल के पाउडर से सुन्दर कोलम बनाते हैं।

पुथांडू के दिन शाम को 3 फलों (आम, केला और कटहल), पान के पत्ते और को एक पात्र या ट्रे में सोने / चांदी के गहने, सिक्के / पैसा, फूल और एक दर्पण को रखा जाता है।

इस दिन मदुरै में, चित्तेरै थिरुविज्हा, मिनाक्षी मंदिर में मनाया जाता है। इस दिन वहां विशाल प्रदर्शनी लगे जाती ही जिसे चित्तेरै पोरुटकात्ची कहा जाता है। इस शुभ तमिल नव वर्ष पर तिरुविदाईमरुदुर में एक विशाल कार मेला भी लगाया जाता है। यह स्थान कुम्बकोनम के पास स्थित है।

तमिल हिन्दू लोग इस दिन अपने घरों को तरह-तरह के सुन्दर डिजाईन से सजाते हैं और खुशियाँ मनाते हैं।

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.