ईद उल फितर पर निबंध Essay on Eid Ul Fitr in Hindi

इस लेख में ईद उल फितर पर निबंध (Essay on Eid Ul Fitr in Hindi) बेहद आकर्षक ढंग से लिखा गया है। ईद उल फितर (Eid al Fitr) पर्व यह मुस्लिम धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिससे जुड़े विभिन्न मुद्दों को इस लेख में आसान भाषा में लिखा गया है।

ईद उल फितर पर निबंध Essay on Eid Ul Fitr in Hindi

इस दिन को पुरे विश्व के मुस्लिम समुदाय के लोग बहुत ही धूम-धाम से मनाते हैं। खासकर मुस्लिम 3 मुख्य त्यौहार मनाते हैं – ईद उल फ़ित्र, ईद उल जुहा, ईद ए मिलाद उन नबी

ईद उल फितर क्या है? What is Eid ul Fitr in Hindi?

ईद उल फितर इस्लाम धर्म में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है। मुस्लिम समुदाय के लिए यह पवित्र त्यौहार इस्लामिक कैलेंडर में सबसे खास दिन होता है। 

ईद का अर्थ होता है, खुशी और उल्लास। ईद उल फितर का यह त्यौहार सभी को मिल जुल कर रहना सिखाता है। पारस्परिक सौहार्द और भाईचारे के साथ ईद उल फितर का यह त्यौहार पूरे विश्व में बड़े ही शानदार तरीके से मनाया जाता है।

इस्लाम मजहब के अनुसार कुल बारह महीने में एक महीना रमजान का होता है। रमजान महीना सभी मुसलमानों के लिए बहुत पवित्र महीना होता है, जब लोग विशेष प्रकार का रोजा अथवा व्रत रखते हैं। 

इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक रमजान नौवें महीने में पड़ता है। अगला महीना को शव्वाल के नाम से जाना जाता है। 

इस्लामिक परंपराओं और रिवाजों के अनुसार  सभी इस्लाम अनुयाई इसी महीने के पहले दिन ईद उल फितर का पवित्र त्यौहार मनाते हैं।

जब लोग पवित्र रोजे को तोड़ते हैं, तो आसमान में चांद दिखने के पश्चात अगले ही दिन ईद उल फितर का त्योहार पड़ता है। मूल रूप से ईद उल फितर का त्योहार अरब देशों से पूरे दुनिया में फैला है। इस दिन पूरी दुनिया में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ ईद को मनाया जाता है।

आमतौर पर इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक पूरे वर्ष में दो बार ईद का त्यौहार मनाया जाता है। ईद उल अजहा तथा ईद उल फितर यह दो प्रकार की ईद मनाया जाता है। 

ईद उल फितर के दिन सभी मुसलमान इकट्ठे होकर अल्लाह की इबादत करते हैं तथा अपने गलतियों का प्रायश्चित करके नमाज अदा करते हैं। ईद उल फितर का अर्थ होता है दान देना।

पढ़ें: मक्का मदीना का इतिहास

ईद उल फितर कब है? When is Eid ul Fitr? 2023

ईद उल फितर का त्योहार रोजा खत्म होने के बाद चांद देखकर पता लगाया जाता है, कि वह किस दिनांक और समय पर पड़ेगा। 

इस्लाम के जानकार लोगों के मुताबिक हमेशा इस्लामिक कैलेंडर के रमजान का रोजा तोड़ने के बाद ही ईद उल फितर का समय निश्चित होता है। 

ईद उल फितर के महापर्व के मौके पर पूरे देश में सरकारी छुट्टी दी जाती है। वर्ष 2023 में ईद-उल-फितर शुक्रवार, 21 अप्रैल को सूर्यास्त के बाद मनाया जाएगा, जो शनिवार, 22 अप्रैल को सूर्यास्त पर समाप्त होगा।

ईद उल फितर क्यों मनाते हैं? Why Eid ul Fitr is Celebrated in Hindi?

ईद उल फितर त्योहार को मनाने की शुरुआत सदियों  पहले हुई थी। ऐसा माना जाता है, कि ईद उल फितर का संबंध जंग-ए-बद्र के साथ है। सन 624 में मोहम्मद पैगंबर के नेतृत्व में एक जंग हुई थी, जिसके जीत के पश्चात ईद उल फितर का त्योहार मनाया जाता है। 

जंग-ए-बदर का यह त्यौहार इस्लाम धर्म में पहला जंग माना जाता है। जब क़ुरैश नामक कबीले के द्वारा मोहम्मद पैगंबर साहब के साथियों पर अत्याचार और क्रूरता किया जा रहा था, तो इसका बदला लेने के लिए बद्र का युद्ध हुआ था।

वर्तमान के सऊदी अरब देश में हिजाज नामक शहर आया हुआ है, जहां पर जंग-ए-बद्र हुआ था। इस पूरे लड़ाई में मुस्लिम सेनाओं का नेतृत्व खुद पैगम्बर मोहम्मद साहब कर रहे थे। परिणाम स्वरूप जीत के पश्चात सभी लोगों में जश्न का माहौल छा गया था।

इतिहासकारों का मानना है, कि बद्र की लड़ाई मुसलमानों की पहली लड़ाई थी, जहां उन्हें जीत हासिल हुई थी। बद्र का युद्ध रमजान के पवित्र महीने के पहले दिन ही शुरू हुआ था। 

पूरी लड़ाई में मोहम्मद साहब और उनके साथियों ने उपवास रखकर दुश्मनों को पराजित किया था। जब यह युद्ध खत्म हुआ, तभी से इस दिन को ईद के रूप में मनाया जा रहा है।

रमजान के महीने में मुसलमान समुदाय द्वारा रोजा रखने का यही कारण है, क्योंकि पैगंबर मोहम्मद साहब भी जंग-ए-बद्र के दरमियान सिर्फ उपवास पर थे। तथा जब जंग खत्म हुई तो उस दिन को स्वयं पैगंबर साहब ने ईद का दर्जा दिया, जिसका अर्थ होता है खुशी। 

जीत हाथ लगने के बाद सभी लोगों में खुशी का माहौल छा गया। इसके बाद सभी लोगों ने मिलकर जीत के जश्न में तरह-तरह के पकवानों का सेवन किया, जो प्रथा आज तक जारी है। 

आज के समय में भी लोग रोजा तोड़ने के पश्चात ईद उल फितर के दिन धार्मिक कार्यक्रम करने के पश्चात तरह-तरह के पकवानों का सेवन करते हैं।

ईद उल फितर नियत, नमाज़ का महत्व Importance of Niyyat, Namaz in Eid al Fitr in Hindi

ईद उल फितर का त्योहार इस्लाम धर्म का सबसे प्राचीन त्यौहार है। यह दिन सभी मुसलमानों के लिए बहुत खास दिन होता है। 

पवित्र शरीयत के मुताबिक प्रत्येक मुसलमान को अपना ईमान पक्का करने के लिए पवित्र ग्रंथ कुरान जरूर पढ़ना चाहिए। ईद उल फितर रमजान के पवित्र महीने में मनाया जाता है, इसीलिए यह दिन मुसलमानों के लिए बेहद मायने रखता है।

कुरान के अनुसार एक खास समय पर मुसलमानों को दो रकअत नमाज़ जरूर अदा करनी चाहिए। अपने बुराइयों को पहचान कर उन्हें सुधारने का प्रयास करने का नाम ही ईद उल फितर है। 

वैसे तो इस्लाम धर्म में हर दिन सभी मुसलमानों को सही मुहूर्त पर नमाज अदा करने के लिए प्रेरित किया जाता है, लेकिन ईद उल फितर पर मुसलमानों द्वारा नमाज अदा करने का बहुत महत्व है।

ईद उल फितर के दिन नमाज पढ़ने के पहले कई नियम है, जिन्हें यदि पूरा नहीं किया गया तो ऐसा माना जाता है कि ईद उल फितर की नमाज का कोई महत्व नहीं है। 

रमजान महीने में शरीयत के मुताबिक अल्लाह को खुश करने के लिए रोजा रखना अनिवार्य है। ईद उल फितर का त्यौहार मजहब के लिए समर्पण की भावना को दर्शाता है।

समाज में एक बेहतर इंसान बनने के लिए अच्छे गुणों को अपनाना जरूरी है। क्योंकि ईद उल फितर का त्योहार पूरे विश्व के मुसलमान समुदाय के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है, इसीलिए इस दिन अंतरराष्ट्रीय छुट्टी भी होती है।

सामान्यतः ईद उल फितर का त्योहार दो दिनों तक मनाया जाता है। ईद उल फितर ऐसा पर्व है, जो समाज में अच्छे कार्य करने के लिए लोगों को प्रेरित करता है।

ईद उल फितर कैसे मनाते हैं? How to celebrate Eid ul Fitr in Hindi?

ईद उल फितर अथवा ईद की प्रतीक्षा सभी मुसलमान बड़े ही उत्साह के साथ करते हैं। इस्लाम धर्म में चंद्रमा का बहुत मुख्य स्थान है। 

द पूरे संसार को शांति और विनम्रता का संदेश देता है, इसीलिए ईद उल फितर के दिन चांद निकलने पर सभी लोगों में खुशी की लहर दौड़ जाती है। सभी लोग इस दिन चांद निकलने की बहुत उत्सुकता से इंतजार करते हैं।

बाजारों में ईद उल फितर की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। हफ्तों पहले से ही सभी मुसलमान अपने घरों की साफ-सफाई और सजावट कार्य करते हैं। 

बाजारों से नए नए कपड़े, टोपी और अन्य सामान लोग इस दिन खरीदते हैं। ईद उल फितर की तैयारी में मस्जिदों को बहुत ही खूबसूरत तरीके से सजाया जाता है।

इस पवित्र अवसर पर मुस्लिम महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी लगाती हैं। ईद उल फितर के दिन पूरा इलाका बड़े ही शानदार तरीके से सजा दिया जाता है। नमाज से पहले इस्लामिक नियमों के अनुसार सभी समर्थ मुसलमान अपनी क्षमता के अनुसार गरीबों को कुछ ना कुछ भेंट करते हैं। 

पवित्र इस्लामिक ग्रंथ कुरान के अनुसार प्रत्येक मुसलमान को गरीबों की मदद करनी चाहिए, इसीलिए सभी अपनी हैसियत के अनुसार गरीबों में नए कपड़े, भोजन, धन इत्यादि बांटते हैं, जिससे गरीबों की भी ईद सुहावनी बन जाए।

ईद का नमाज अदा करने के लिए सभी लोग ईदगाह में उपस्थित होते हैं। बड़े से मैदान में सभी लोग एक साथ मिलकर अल्लाह की इबादत करते हैं। सामान्य दिनों में नमाज को मस्जिदों में अदा किया जाता है, लेकिन ईद उल फितर के खास अवसर पर सभी एकता बनाकर खुले मैदान में नमाज अदा करते हैं। 

नमाज अदा करने के पश्चात सभी लोग एक दूसरे को ईद उल फितर की शुभकामनाएं देते हैं। सभी बड़े ही हर्षों उल्लास के साथ एक दूसरे से गले मिलकर भाईचारा को कायम रखने का रिवाज निभाते हैं।

ईदी क्या होती है? What is Eidi in Hindi?

ईद उल फितर के मौके पर सभी मुसलमान एक दूसरे को ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं। ईदी, इस त्यौहार का बहुत मुख्य भाग होता है। 

ईदी का अर्थ होता है सौगात अथवा भेंट देना। ईद के दिन अपने सगे संबंधियों अथवा जान पहचान वाले लोगों को दी जाने वाली सौगात ही ईदी कहलाती है।

इस्लाम धर्म में यह पारंपरिक रिवाज है, कि ईद उल फितर के दिन लोग कोई न कोई वस्तु स्वेक्षा अनुसार दूसरों को भेंट करते हैं। 

नमाज अदा करने के पहले हर सच्चा मुसलमान अपनी कमाई का कुछ हिस्सा समाज में जरूरतमंद लोगों के लिए दान कर देता है, वह भी एक प्रकार की ईदी ही कहलाती है।

ईद के प्रमुख पकवान Main Dishes of Eid in Hindi

Meethi Sevaiyan in Eid al Fitr

इस त्यौहार पर लोगों के घरों में तरह-तरह के लजीज पकवान तैयार किए जाते हैं। सभी मुसलमान ईद के मौके पर स्वादिष्ट पकवान बनाकर अपने सगे संबंधियों के संग दावत का पूरा मजा उठाते हैं। 

ईद उल फितर कि सबसे प्रमुख पकवान मीठी सेवई होती है। सभी घरों में इस दिन सेवई को जरूर बनाया जाता है।

इस पर्व के मौके पर खजूर खाने का भी बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। इन सभी मान्यताओं के पीछे कई वैज्ञानिक तर्क भी छुपे हुए हैं। एक महीने तक रोजा अथवा उपवास रखने के कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है, जिसके कारण वापस शरीर में शक्ति लाने के लिए कुछ पोषण युक्त आहार खाना जरूरी होता है। 

खजूर स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है, जिसे खाने से आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति होती है। इसीलिए मुसलमान लोग रोजा तोड़ने के बाद खजूर का सेवन जरूर करते हैं।

इस दिन लोग तरह-तरह की मिठाइयां, तमाम प्रकार के स्वादिष्ट पकवान घर पर बनाते हैं और पूरे परिवार के साथ ईद उल फितर का आनंद लेते हैं। विश्व के तमाम देशों में मुसलमान समुदाय अलग-अलग रिवाजों के साथ वहां के प्रसिद्ध पकवानों को तैयार करते हैं। 

ईद उल फितर यह भोजन, समाज सेवा और भाईचारा का त्यौहार है, जो पूरे मानव समुदाय को इंसानियत का एक अहम संदेश देता है।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने हिंदी में ईद उल फितर पर निबंध (Essay on Eid Ul Fitr in Hindi) पढ़ा और जाना यह त्यौहार इस्लाम धर्म लोगों के लिए कितना महत्वपूर्ण है। आशा है यह लेख आपको अच्छा लगा होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया हो और जानकारी से भरपूर लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें।

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.