राम नाथ कोविंद का जीवन परिचय Ram Nath Kovind Biography Hindi

इस लेख में हमने राम नाथ कोविंद का जीवन परिचय (Ram Nath Kovind Biography Hindi) प्रस्तुत किया है। इसमें उनके प्रारंभिक जीवन, शिक्षा, निजी जीवन, करियर के विषय में पूरी जानकरी दी है।

भारत में राष्ट्रपति पद की गरिमा ऐसी है जिसे बहुत ही अधिक सम्मान दिया जाता है क्योंकि इसपर आ जतक बेहद प्रतिभावान और प्रखर व्यक्तित्व ही विराजमान रहे हैं और बेहद निचली परिस्थितियों से उठकर इतने बड़े ओह्दे पर नाम मात्र व्यक्ति ही पहुच पाये हैं जिनमें से राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद एक रहे हैं। वे भारत ही नहीं पुरे विश्व के लिए एक उदाहरण हैं की कैसे कोई व्यक्ति निम्नता को अस्वीकार कर श्रेष्ठता के शीर्ष पर पहुच सकता है।

राम नाथ कोविंद जी के बारे में कुछ जानकारी Ram Nath Kovind Short Details in Hindi

Name नामRam Nath Kovind राम नाथ कोविंद
Date of Birth जन्म तिथि1 अक्टूबर 1945
Age उन्म्र71
Hometown गाँव / शहरकानपूर
State राज्यउत्तर प्रदेश
Nationality  राष्ट्रीयता भारत
Political Party राजनीतिक पार्टीभारतीय जनता पार्टी (BJP)
Place of Birth जन्म स्थानगाँव परौन्ख, डेरापुर, उत्तर प्रदेश
Religion धर्महिन्दू
Caste जातीदलित
Profession पेशावकील, राजनेता
Spouse Name पत्नी का नामसविता कोविंद
Parents Name माता-पिता का नाममैकू लाल [पिता]
कलावती [माता]

जन्म और प्रारंभिक जीवन Early Life

राम नाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को कानपुर के एक देहात गाँव पारुख में हुआ था वे अपना बचपन बहुत ही अधिक गरीबी में व्यतीत किये उनके पिता एक किसान थे लेकिन इतने अनाज का उत्पादन नहीं हो पाता था जिससे वे एक अच्छे स्कूल में अभ्यास कर सकें , इसलिए वे हमेशा अभाव में रहें आज वे एक वकील और भारतीय राजनेता हैं। रामनाथ कोविंद जी ने 2017 जुलाई का चुनाव जीता और भारत के 14 वें राष्ट्रपति बने।

रामनाथ कोविंद 1991 में बीजेपी में शामिल हुए और इस पार्टी और अपने दायित्वों को ही अपना लक्ष्य मान लिया और निरंतर दिए हुए कार्यो को पारदर्शीता के साथ पूर्ण करते थे। तब से अब तक वे बीजेपी के सदस्य हैं और दलित और देहात से आने वाले दूसरे राष्ट्रपति हैं।

 वह 1994 से 2006 तक संसद के सदस्य रहे और 2015 से 2017 तक बिहार के राज्यपाल भी रहे। इन दिनों जब वे बिहार के राज्यपाल थे वे बिहार के देहात वर्ग को ऊँचा उठाने में हमेशा ही कार्यरत रहे ऐसा कहा जाता है की वे इतने सज्जन हैं की बिना किसी के खबर हुए वे किन्ही भी गरीब लोगों के बिच अकेले चले जाते थे और उनकी तकलीफों को दूर करने का प्रयास करते थे।

उन्होंने बिहार के राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया और प्रणब मुखर्जी ने चुनाव जीतने के बाद 20 जून 2017 को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। उम्मीद की जा रही थी कि रामनाथ कोविंद 99% के वोटिंग परिणाम के साथ जीतेंगे और उन्होंने अपने विपक्षी नेता मीरा कुमार से 7 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की।

निजी जीवन Personal life

भारत के राष्ट्रपति कोविंद का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। इनके पिता एक गरीब किसान थे। उन्होंने कोविंद की शिक्षा के लिए जमीन का एक टुकड़ा बेचा और उन्हें एक सफल वकील बनाया और गरीबों और दलितों को मुफ्त सहायता करने का आदेश दिया ,जिसका वे आजतक पालन कर रहे हैं।

राम नाथ कोविंद भारत के पहले राष्ट्रपति होंगे जिनका जन्म और पालन पोषण उत्तर प्रदेश में हुआ। राम नाथ कोविंद ने पहली बार 1994 में राजनीति में कदम रखा जब वह उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य चुने गए।

राज्य सभा के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने के अलावा, वह पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, कानून और न्याय, गृह मामलों, सामाजिक न्याय और अधिकारिता, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के कल्याण पर संसदीय समितियों के सदस्य भी थे।

करियर Career

राम नाथ कोविंद जी एक वकील थे, जिन्होंने दिल्ली High Court और Supreme Court में 16 साल तक अपने पेशे का अभ्यास किया। राम नाथ कोविंद ने 1974 में सविता कोविंद से शादी की और उनका एक बेटा प्रशांत कुमार और एक बेटी है जिसका नाम स्वाति कोविंद है। उनके ही तरह उनकी संताने भी बेहद साधारण हैं।

रामनाथ कोविंद जी का परिवार सुर्खियों से दूर रहता है वे सभी एक साधारण जीवन व्यतीत करते हैं। एनडीए के अध्यक्ष घोषित होने से पहले उनकी पत्नी सविता कोविंद ने उन्हें फोन किया और उन्हें बधाई देने के साथ उनके दायित्व का बोध भी करवाया।

उनकी बेटी स्वाति कोविंद एक एयर होस्टेस हैं और उनके बेटे प्रशांत कुमार एक पेट्रोल पंप के मालिक हैं। कोविंद का परिवार के सभी लोग जानवरों और प्रकृति के बेहद नजदीक रहे हैं और जानवरों में उन्हें कुत्ता सबसे प्रिय है।

जब वे 144, उत्तरी एवेन्यू, नई दिल्ली में रहते थे, तो उन्होंने आवारा कुत्तों को खुद के खर्च पर अपनाया और वे और उनके परिवार के सदस्य मिलकर एक संस्था बनाई है जिनमे अगल बगल के घायल जानवरों का मुफ्त इलाज करवाते हैं। आवर कुत्तों को अपनाने पर यह एक चर्चा का विषय बन गया था अब सवाल उठता है कि क्या ये कुत्ते कोविंद के परिवार के साथ राष्ट्रपति भवन में जाएंगे।

My Favorite president – Ramnath Kovind मेरे पसंदीदा राष्ट्रपति – राम नाथ कोविंद

राम नाथ कोविंद को N.D.A के सदस्य के रूप में चुना गया था और उसके बाद, मीडिया प्रोफाइल में यह बताया गया कि कोविंद एक साधारण ,मीठा बोलने वाले और मिलनसार व्यक्ति हैं।

जब कोविंद ने 2001 में अपने गांव का दौरा किया, तो उन्हें 11 चांदी के मुकुट भेंट किए गए और लोगों ने उन्हें सिक्कों में तौलने की कोशिश की। लेकिन उसने दोनों बातों को नकार दिया और लोगों से उन्हें हमेशा प्यार करते रहने और आशीर्वाद बनाये रखने के लिए कहा।

उन्होंने सभी 11 मुकुटों को बेच दिया और अपने गांव के 20 गरीब निवासी लड़कियों के विवाह के लिए पैसे का इस्तेमाल किया। वे अक्सर ऐसा किया करते थे अपने योग्यतानुसार वे सभी जरुरतमंदो की तकलीफें दूर करने की कोशिश करते थे।

2002 में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में पहली बार राष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया और बहुत ही सरल तरीके से संयुक्त राष्ट्र की महासभा को अपना सबोधन दिया इसके बाद उनकी प्रसिद्धि और भी बढ़ गयी।

कोविंद 2010 से 2012 तक भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे, वे कभी भी खबरों में बने रहना पसंद नहीं करते थे इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की उन्होंने सिर्फ तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।

मार्च 2010 में उस समय विवाद पैदा हो गया जब वे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे और अचानक उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में से एक में भाग लिया ऐसे में उनके बारे में तरह-तरह की ख़बरें लिखी जा रही थी।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा जून के पहले सप्ताह में कोविंद को राष्ट्रपति पद के लिए चुना जा रहा था, और वे खुद उनकी उम्मीदवारी से अनभिज्ञ थे।

जब अमित शाह के करीबी व्यक्ति ने उनसे पूछा कि क्या केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत को एनडीए के उम्मीदवार के रूप में चुना जाएगा, तो उन्होंने जवाब दिया की “क्या और कोई उनके जैसा प्रखर व्यक्ति है”।

राम नाथ कोविंद के विभिन्न शैक्षणिक संघ भी थे। वे डॉ. बी. आर अम्बेडकर, विश्वविद्यालय लखनऊ के प्रबंधन बोर्ड की सूची में थे। वह भारतीय प्रबंधन संस्थान, कोलकाता के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य भी हैं।

राम नाथ कोविंद के कुछ प्रेरक तथ्य

“हमने राष्ट्र से बहुत कुछ पाया है, लेकिन राष्ट्र’ के लिए अधिक करने, और बेहतर करने और तेजी से करने का प्रयास अथक है।” – रामनाथ कोविंद

राष्ट्रपति के रूप में राम नाथ कोविंद ने बड़ी जिम्मेदारी के लिए सभी को धन्यवाद दिया। उन्होंने यह भी उद्धृत किया, “हमने राष्ट्र के रूप में बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन अधिक करने, और बेहतर करने और तेजी से करने का प्रयास अथक है।”

उन्होंने यह भी कहा कि भारत के नागरिक ही वास्तविक स्रोत हैं जो उन्हें मजबूत करते हैं और उन्हें विश्वास है कि भारत के लोग उन्हें हमेशा वही ऊर्जा देते रहेंगे और वे राष्ट्र की बेहतर सेवा करेंगे। तब से लेकर आज तक वे निरंतर निःस्वार्थ भारत की सेवा कर रहे हैं।

राम नाथ कोविंद के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें Some Interesting Facts about Ram Nath Kovind

  • उन्होंने वकालत में अपनी ग्रेजुएशन कि पढाई कानपूर कॉलेज से पूरी की थी। राजनीति से घुसने से पहले राम नाथ कोविंद वकील के रूप में कार्य करते थे।
  • अपनी डिग्री कि पढाई करते समय वह दिल्ली गए जहाँ उन्होंने सिविल सर्विस एग्जाम दिया जिसमें वह 2 बार फ़ैल हुए। बाद में उन्हें IAS कि जगह Allied Service के लिए चुना गया।
  • उन्होंने सविता कोविंद से 1971 में विवाह किया।
  • दिल्ली हाई कोर्ट में उन्होंने 1977-1979 तक कार्य किया।
  • साल 1994 में कोविंद जी को उत्तर प्रदेश के राज्यसभा सांसद के रूप में नियुक्त किया गया।
  • उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के स्थायी वकील के रूप में 1980-1993 तक कार्य किया।
  • दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में उन्होंने वर्ष 1993 तक वकील के रूप में कार्य किया।
  • उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में कार्य किया।
  • अगस्त 2015 को भारत के राष्ट्रपति ने उन्हें बिहार के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया।
  • राम नाथ कोविंद, राज्यसभा के लिए दो बार चुने गए 1994-2000 में और बाद में 2000-2006 तक।
  • 19 जून 2017 को भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए NDA Candidate के रूप में घोषित किया।

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