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Home » Essay » प्रकृति पर निबंध Essay on Nature in Hindi

प्रकृति पर निबंध Essay on Nature in Hindi

Last Modified: January 4, 2023 by बिजय कुमार 3 Comments

प्रकृति पर निबंध (सौंदर्य, महत्व, संरक्षण) Essay on Nature in Hindi

इस लेख में हमने प्रकृति पर निबंध हिन्दी में (Essay on Nature in Hindi) लिखा है। इसमें हमने प्रकृति मनुष्य के मित्र का महत्व, और इसके संरक्षण पर दो सुन्दर निबंध 700 और 1100 शब्दों में प्रकाशित किया है।

क्या आज का मनुष्य सच में अपने आसपास के प्रकृति और पर्यावरण के महत्व को समझ पाया है?  
क्या व्यक्ति चांद तारे, सूर्य आकाश, शीतल पवन, लहलहाते सुंदर वृक्ष, गीत गुनगुनाते पक्षी, और असीम समुद्र के विषय में सच ने समझ पाया है?

आज के इस आधुनिक युग का मनुष्य प्रकृति को बहुत साधारण और तुच्छ समझने लगा है। क्योंकि प्रकृति हर जगह मौजूद है इसलिए लोग इसे आसानी से मिलने वाला एक तुच्छ वस्तु समझने लगे हैं। हो सके आपको मेरी यह बात बुरी लगे परंतु यह इस संसार का एक सबसे बड़ा सच है।

तो आईये शुरू करते हैं- प्रकृति पर निबंध Essay on Nature in Hindi

Table of Content

Toggle
  • 1. प्रकृति पर निबंध Essay on Nature in Hindi (700 Words)
    • प्रकृति का सौंदर्य Beauty of Nature
    • प्रकृति हमारा मित्र Nature our best friend
    • प्रकृति का महत्व Importance of Nature
    • प्रकृति संरक्षण Nature conservation
  • 2. प्रकृति के सौंदर्य पर निबंध Essay on Nature in Hindi (1100 Words)
    • प्रकृति का सौंदर्य Beauty of Nature
    • प्रकृति आनंद का भंडार Nature brings happiness
  • निष्कर्ष Conclusion (प्रकृति पर निबंध Essay on Nature in Hindi)

1. प्रकृति पर निबंध Essay on Nature in Hindi (700 Words)

प्रकृति का सौंदर्य Beauty of Nature

प्रकृति को एहसास करना और इसे समझना हर किसी व्यक्ति के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा होना चाहिए। आज के इस दुनिया में ज्यादातर लोग अपना ज्यादातर समय टेलीविजन देखकर और इंटरनेट चला कर बिताते हैं। ज्यादातर वह घर के अंदर ही रहकर अपना समय बिताते हैं।

यही आज की दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी मानसिक तनाव को जागृत करता है। अपने काम के साथ-साथ कुछ दिन के लिए हमें प्रकृति का भी आनंद लेना चाहिए क्योंकि प्रकृति ही वह शक्ति है जो हमें इस विश्व में सब कुछ प्रदान करती है चाहे वह हमारा खाना हो या हमारा जीवन।

प्रकृति में वह शक्ति होती है जो शरीर से कई बीमारियों को दूर कर देता है। हरियाली से मन का तनाव कम होता है और दिमाग को शांति मिलती है। इसलिए अगली बार एक चीज का हमेशा ध्यान रखें अगर आप पर काम का बोझ ज्यादा है और ज्यादातर समय अगर आप मानसिक तनाव से घिरे रहते हैं तो अपने मन को शांत करने के लिए प्रकृति का आनंद उठायें।

मनुष्य को कभी भी प्रकृति के साथ छेड़ खानी नहीं करना चाहिए। आज के मनुष्य को लगता है कि प्रकृति को उनके अनुसार होना चाहिए जो कि सबसे बड़ी गलत बात है। हम मनुष्य हमारे प्रकृति के अनुसार जीवित रहने के लिए बने हैं ना कि इसमें अपने अनुसार कुछ बदलाव करने के लिए।

प्रकृति हमारा मित्र Nature our best friend

प्रकृति हमारा सबसे बड़ा मित्र है क्योंकि हम इस ग्रह पृथ्वी पर रहते हैं और इसके सभी क्षेत्रों में प्रकृति का सौंदर्य देखने को मिलता है। प्रकृति से ही हमें पीने को पानी, शुद्ध-हवा, जीव-जंतु, पेड़-पौधे, अच्छा भोजन और रहने को घर मिलता है जिससे मनुष्य एक बेहतर और अच्छा जीवन व्यतीत कर पाता है।

पृथ्वी के हर एक मनुष्य को पारिस्थितिकी संतुलन को बिगाड़े बिना इस सुंदर प्रकृति का आनंद उठाना चाहिए। पर्यावरण और प्रकृति के विनाश को रोकने के लिए हमें इसे स्वच्छ रखना होगा। प्रकृति ईश्वर द्वारा प्रदान किया गया एक अद्भुत उपहार है। प्रकृति इतनी सुंदर है कि इसमें ऐसे ही कई महत्वपूर्ण शक्ति सम्मिलित है जो हमें खुशी और स्वस्थ जीवन प्रदान करता है।

प्रकृति का महत्व Importance of Nature

हमारा प्रकृति ने हमें कई प्रकार के फूल, पक्षियां, पशु, पेड़ पौधे, नीला आकाश, ज़मीन, नदिया, समुद्र, पहाड़, प्रदान किया है। भगवान ने इन सभी चीजों का निर्माण मनुष्य के जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया है इसलिए हमें कभी भी इन प्राकृतिक संपदा को क्षति नहीं पहुंचाना चाहिए।

प्रकृति ने मनुष्य को बहुत कुछ दिया है परंतु मनुष्य हमेशा इसे बर्बाद करने में लगा हुआ है। मनुष्यों ने पर्यावरण प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, ग्रीन हाउस प्रभाव, जैसे कई प्रकृति के विनाश करने वाले कारणों को अपने लाभ के लिए उत्पन्न किया।

आज के टेक्नोलॉजी की दुनिया में कई नए आविष्कार किए जाते हैं परंतु इन अविष्कारों से प्रकृति पर क्या असर पड़ेगा यह कोई नहीं सोचता। इसलिए कुछ भी करने से पहले हमें यह सोचना चाहिए कि वह काम करने से प्रकृति को लाभ होगा या हानि।

हमें जितना हो सके अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखना चाहिए,  प्रदूषण नहीं फैलाना चाहिए, और अपने क्षेत्र में वनीकरण को बढ़ावा देना चाहिए। प्रतिदिन लाखों घर बनाए जा रहे हैं जिसके लिए लाखों-करोड़ों पेड़ों की कटाई हो रही है ऐसे में प्रतिदिन हमें नए पौधे लगाना बहुत जरूरी है ताकि प्रकृति में पेड़ पौधों का संतुलन बना रहे।

प्रकृति में मनुष्य का जितना महत्व है उतना ही जानवरों का भी इसमें महत्व है। पृथ्वी में अगर जीव-जंतु ना हो तो  पृथ्वी में जीवन असंभव है। इसलिए हमारे प्रकृति को सुरक्षित रखने के लिए जीव जंतुओं की सुरक्षा भी बहुत महत्वपूर्ण है।

इसी कारण विश्व के कई देशों में वन्य अभ्यारण्य बनाए गए हैं ताकि जीव जंतु सुरक्षित रह सके। साथ ही सभी देशों में जीव जंतुओं की सुरक्षा के लिए सरकारी संस्थाएं भी मौजूद है जो उस देश में रहने वाले जानवरों की देखभाल करते हैं।

प्रकृति संरक्षण Nature conservation

कुछ मुख्य चीजों का ध्यान देकर हम प्रकृति संरक्षण कर सकते हैं जैसे –

  1. पेड़ों की कटाई बंद करके।
  2. वृक्षारोपण करके, मृदा अपरदन को रोक सकते हैं।
  3. मृदा अपरदन को रोकने के द्वारा हम अपने प्रकृति के सुंदर समुद्र, नदियों, और ओज़ोन परत को सुरक्षित रख सकते हैं।
  4. हमें अपने आसपास के प्रकृति को स्वच्छ रखने में अपना पूर्ण योगदान देना चाहिए।
  5. सभी प्रकार के पर्यावरण प्रदूषणों को रोकने के लिए जरूरत के सभी कदम उठाने होंगे।
  6. अपने स्वार्थ के लिए हमें प्रकृति के संतुलन को कभी भी नहीं बिगड़ना चाहिए क्योंकि अंत में यही मनुष्य के विनाश का सबसे बड़ा कारण बन सकता है।
  7. हमें प्रकृति के देन का सम्मान करना चाहिए और प्रकृति का उपयोग नियम अनुसार करना चाहिए।

2. प्रकृति के सौंदर्य पर निबंध Essay on Nature in Hindi (1100 Words)

प्रकृति का सौंदर्य: मन को छूती आशाएं – निबंध

क्या हम सभी ने कभी सोचा है कि “प्रकृति का निर्माण कैसे हुआ है? “यह इतना सुंदर कैसे है? आकाश नीला क्यों है, तारे टिमटिमाते क्यों हैं? सूर्योदय और सूर्यास्त के दौरान सूर्य लाल-नारंगी क्यों होता है, यह प्रकृति का सुन्दर स्वरूप है i जो सभी को आकर्षित करता है। इस अनुछेद में मै आपको प्रकृति की सुंदरताओं के बारे में उल्लेख करूँगा। आप प्रकृति के सुंदरताओं का लुफ्त लें यह आपको अंदर से आनंदित कर देगा। .

 प्रकृति इस दुनिया को भगवान का दिया हुआ उपहार है। उसकी सुंदरता न केवल दिखाई देती है, बल्कि श्रव्य है, और खुशबू से सुशोभित भी है। प्रकृति हमें कई मूल्यवान और आवश्यक चीजें प्रदान करती है जो हमारे जीवन के लिए अत्यंत उपयोगी हैं, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि हम इसका उपयोग कैसे करते हैं और जिसमे प्रकृति का नुकसान नहीं हो।

पृथ्वी के गठन के बाद पृथ्वी पर बहुत सारे जीव जंतु, पौधे, पानी और पहाड़ से प्रकृति का निर्माण हुआ। सभी जीव जंतु का जीवन प्रकृति पर ही निर्भर है।

प्रकृति का सौंदर्य Beauty of Nature

हर सुबह एक सुंदर सूर्योदय होता है, पौधों और कांच की खिड़कियों पर पानी की बूंदें दिखाई देती है (विशेष रूप से सर्दियों में)। पास के समुद्र में एक आकर्षक और सुंदर सूर्यास्त दिखता है। चमकते सितारें मस्त रात का अहसास कराती है। एक खूबसूरत साफ नीला आकाश, इसमें चमकते इंद्रधनुष को कैसे भूल सकतें है। ये खूबसूरत चीजें प्रकृति से संबंधित हैं। हम सभी अपनी छुट्टी पर जाने के लिए तत्पर हैं ताकि हम अपने प्रियजनों के साथ विभिन्न स्थानों जैसे पहाड़ों, समुद्र तटों आदि स्थानों की सैर कर सकें और प्रकृति के सुंदरताओं का आनद ले सकें।

पहाड़ों पर अपने दोस्तों और परिवार के साथ चढ़ाई करना या घूमना बहुत आनंदित करता है। बर्फबारी देख कर मन बाग़-बाग़ हो जाता है।  झरने से गिरते हुए मनमोहक पानी सेल्फी लेने को मजबूर कर देता है। यही तो प्रकृति के साथ का आनंद है। आइए अपने प्रकृति के साथ कुछ समय बिताएं, प्रकृति के साथ समय बिताना लाभप्रद है। आइए जीवन के लिए कुछ करें। चलो कुछ और पेड़ लगाएं। प्रकृति को बचाएं।

पृथ्वी एकमात्र ऐसा ग्रह है जो प्रकृति से एक महान उपहार प्राप्त करता है, चलो इसे संरक्षित करें, जीवन को अधिक सार्थक बनाएं, चलो इसे और अधिक सुंदर बनाने के लिए पर्यावरण पर कुछ समय बिताएं, यह हमें और अधिक लाभदायक होगा।

प्रकृति आनंद का भंडार Nature brings happiness

वर्ड्सवर्थ, एक आश्वस्त प्रकृति प्रेमी, का मानना है कि प्रकृति खुशी और आनंद का भंडार है।  यह दिव्य सौंदर्य का एक शाश्वत स्रोत है। यह व्यक्ति के लिए एक दोस्त, गाइड, और केयरटेकर और एक हीलिंग टच है। एक बीमार शरीर या टूटा हुआ मन को प्रकृति की गोद में आने से बहुत सांत्वना, साहस और आराम महसूस होता है यह व्यक्ति को नई ऊर्जा और जज्बात प्रदान करता है। प्रकृति परमात्मा का स्वरूप है।

प्रकृति की विशाल सुंदरता मानवता के लिए आशीर्वाद से भरी है। बहती हुई नदियाँ, गगनभेदी ध्वनि, बहती हुई हवाएँ, कल-कल करते झरने, जीवंत फूल और ऊंचे पहाड़ ये प्राकृतिक सुंदरताओं को चार चाँद लगा देती है।  प्रकृति हमारे जीवन को वास्तविक आनंद, अच्छाइयां और खुशियों से भर देती है। प्रकृति प्रेमी के लिए, पृथ्वी का प्रत्येक वस्तु किसी व्यक्ति की तरह जीवित है। इसीलिए महान प्रकृति प्रेमी वर्ड्सवर्थ ने लिखा: “प्रकृति एक आत्मा है।”

प्रकृति की सुंदरताएं अनंत हैं। लेकिन, दुर्भाग्य से, आधुनिक व्यक्ति सांसारिक सुख की खोज में प्रकृति का बहुत नुक्सान करने से नहीं चूक रहे हैं। वह सांसारिक भोगों के खोज में बहुत व्यस्त है। उसके पास पक्षियों के गाने सुनने का समय नहीं है, बादलों को आसमान में घूमते हुए देखने का वक्त नहीं है जो दिल को आनंदित करने वाला प्राकृतिक दृश्य है।

वह तारों भरी आकाश को नहीं देखता है; वह आकाश में इंद्रधनुष की सुंदरता का लुफ्त नहीं उठता है। उसने अपना हृदय धन के देवता को बेच दिया। जो लोग प्रकृति के इन रूपों को करीब से अहसास करते है , प्रकृति में बसते है, वह प्रकृति के मह्त्व को समझते है।

हमें अपने भीतर की आंखें और कान को खोलना चाहिए। तभी हम प्रकृति के ऊंचे दृश्यों और ध्वनियों का आनंद ले सकते हैं – अन्यथा, हम एक आदमी की तरह दिखेंगे जो गंगा नदी में छेद से भरा कटोरा लेकर जाता है और वापस एक ख़ाली कटोरा ही लेकर आता है।  केवल एक शुद्ध हृदय वाला आदमी ही प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकता है।

ये प्राकृतिक सुंदरताएँ हमें न केवल दृष्टि रूप से खुश करती हैं, बल्कि हमें एक हीलिंग टच भी अहसास कराता है। वर्ड्सवर्थ ने एक बार डैफोडिल्स के समूह को पानी से ऊपर आकर लहराते हुए देखा जो जल के सतह से ऊपर आकर  अठखेलियां खेल रही थी . ये सारी प्रकृति की दृश्य मन को आनंदित कर देती है कवि को लगा कि इस दृश्य को देख कर उसने एक बड़ा खजाना हासिल कर लिया है।

प्रकृति न केवल खुशी का स्रोत है, बल्कि शिक्षा का भी स्रोत है। फलों के झुकी हुई पेड़ हमें विनम्र होना सिखाते हैं; जिस पेड़ में ज्यादा फल होता है, उसकी डालियाँ झुक जाती है। पहाड़ हमें बिपरीत परिस्थितियों में भी खड़े रहने का उत्साह सिखाता हैं; फूल हमें मुस्कुराहट सिखाते हैं। प्रकृति के प्रति गहरी नजर रखने वाले लोग पेड़ों पर भाषा,धाराओं में किताबें, पत्थरों में उपदेश और हर चीज में अच्छाई पा सकते हैं।

प्रकृति हमारे लिए आनंद का एक स्रोत है क्योंकि इससे जीवन की उपलब्धियों का पता चलता है। प्रकृति ईश्वर की अभिव्यक्ति है। वातावरण उसी आत्मा से परवान चढ़ता है जो मनुष्य में बसती है। मनुष्य और प्रकृति के बीच एक संबंध है। इसलिए प्रकृति का प्रेम मनुष्य के लिए स्वाभाविक है। एक व्यक्ति जो प्रकृति से प्यार नहीं करता है, वह एक विधर्मी है क्योंकि वह भगवान को सर्वशक्तिमान और सर्वव्यापी के रूप में पहचानने से इनकार करता है।

निष्कर्ष Conclusion (प्रकृति पर निबंध Essay on Nature in Hindi)

प्रकृति में कुछ प्रमुख परिवर्तनकारी शक्तियां होती है जो हमारे मूड और व्यवहार को कण्ट्रोल करती है। प्रकृति हमारे स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक है; इसलिए, हमें इसे भविष्य की पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और संरक्षित रखना आवश्यक है। हमने पेड़ों और जंगलों को काटा। हमें इसे सुरछित रखनी चाहिए। हमें महासागर, नदियों को प्रदूषित नहीं करना चाहिए ताकि ओजोन परत सुरक्षित रह सके। और हम सब के जीवन का अस्तित्व सुरछित  रह सके।

हमें ग्रीनहाउस प्रभाव, ग्लोबल वार्मिंग आदि समस्याओं को प्रकृति को सरझित करके कण्ट्रोल करने की जरुरत है। हमें अपनी प्रकृति का सुखद एहसास करने के लिए इसे हमेशा सुरच्छित बनाए रखने के लिए अपनी पूरी कोशिश करनी चाहिए ताकि पृथ्वी पर सभी प्राणियों का जीवन सुरच्छित रह सके। आशा करते हैं आपको प्रकृति पर निबंध (Essay on Nature in Hindi) पसंद आया होगा।

पढ़ें: पर्यावरण संरक्षण पर जबरदस्त नारे

Filed Under: Essay Tagged With: प्रकृति का महत्व, प्रकृति का सौंदर्य, प्रकृति पर निबंध, प्रकृति संरक्षण, प्रकृति हमारा मित्र

About बिजय कुमार

नमस्कार रीडर्स, मैं बिजय कुमार, 1Hindi का फाउंडर हूँ। मैं एक प्रोफेशनल Blogger हूँ। मैं अपने इस Hindi Website पर Motivational, Self Development और Online Technology, Health से जुड़े अपने Knowledge को Share करता हूँ।

Reader Interactions

Comments

  1. Pipan Sarkar says

    April 19, 2018 at 5:22 pm

    Sir, Bahut Accha Article hain. Aise hi article post kare

    Reply
  2. manas singh says

    December 23, 2020 at 11:04 pm

    wah sir man khush ho gaya please make essay on hindi on computer vs nature

    Reply
  3. Prathviraj singh sisodiya says

    March 4, 2021 at 5:42 pm

    Thanks sir
    For helping in writing this essay.

    Reply

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