ओटीपी क्या है? What is OTP, One Time Password and How it works in Hindi
किसी भी एप्लीकेशन को इन्स्टाल करने के बाद सबसे पहले जो करने को कहा जाता है, वह है मोबाइल फ़ोन रजिस्ट्रेशन। मोबाइल फ़ोन के अलावा, ईमेल को भी रजिस्टर के लिए कहा जाता है।
इन दोनों को ही रजिस्टर कराते समय वन टाईम पासवर्ड यानी कि ओटीपी सबमिट करना होता है। कई बार आपके मन में यह सवाल आया होगा कि यह ओटीपी आखिर होता क्या है (What is OTP) और यह किस तरह से कार्य करता है (How OTP Works).
नीचे हम जानेंगे कि ओटीपी का मतलब क्या होता है (OTP kya hota hai) और ओटीपी का काम क्या है (OTP kaise kaam karta hai).
What is OTP, One Time Password and How it works in Hindi
ओटीपी क्या है? What is OTP?
ओटीपी का पूरा नाम वन टाईम पासवॉर्ड होता है। कई बार कई सारी वेबसाइट पर हम अपनी आईडी बनाते हैं जहां कोई भी एक्शन या लॉगिन करने से पहले हमें ओटीपी दर्ज करना पड़ता है।
दरअसल ओटीपी एक तरह का सुरक्षा कवच है। सुरक्षा करने के लिए पासवार्ड की मौजूदगी के साथ साथ ओटिपी के होने से भी काफी ज़्यादा सहायता मिलती है।
ओटीपी एक तरह का संदेश होता है जो कि ईमेल या फोन नंबर पर रिसीव किया जाता है। यह अक्सर 4 से लेकर 6 अंकों तक का होता है।
कई बार ओटीपी लॉगिन करते समय मांगा जाता है और कुछ मर्चेंट एप जैसे फोन पे, यूपीआई और पेय टीएम में यह लगभग हर एक्शन लेने से पहले दर्ज करना जरूरी होता है।
ओटीपी कैसे कार्य करता है? How OTP Works?
ओटीपी का कार्य काफी ज़्यादा आसान है। जिस एप द्वारा यह भेजा गया है, वह एप इसे किसी भी एक्शन से पहले मांगता है। ओटीपी को दर्ज करने के बाद ही उस एक्शन को पूरा किया जा सकता है।
ओटीपी के फायदे क्या हैं? Benefits of OTP?
ओटीपी लॉगिन पासवर्ड की तरह ही एक सुरक्षा कवच की तरह कार्य करता है। मान लीजिए किसी कारण वश कोई आपके बैंक की नेट बैंकिंग का पासवर्ड जानता है, तो वह उसका गलत उपयोग कर सकता है लेकिन केवल तब जब उसके पास ओटीपी भी होगा। इसे इस तरह से समझिए कि किसी के पास पासवर्ड होने के बावजूद वह आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।