दिवाली पर 10 लाइन (वाक्य) 10 Lines on Diwali in Hindi

आज के इस लेख में हमने दिवाली पर 10 लाइन (वाक्य) 10 Lines on Diwali in Hindi लिखे हैं जो आपको इस त्यौहार के महत्व, इतिहास, को संक्षिप्त में हमें समझने में मदद करता है।

दिवाली के विषय में 10 वाक्य Lines about Diwali (Deepawali Festival) in Hindi

1. दिवाली का त्यौहार हर एक जाति और धर्म के लोग बड़ी धूमधाम से मनाते है। यह एक ऐसा त्यौहार है जो पूरे विश्व में हर्षौल्लास से मनाया जाता है। यह त्यौहार हर साल कार्तिक माह की अमावश्या को मनाया जाता है।

दिवाली पर 10 लाइन (वाक्य) 10 Lines on Diwali in Hindi

2. दिवाली के दिन भगवान राम, माता सीता, और भाई लक्ष्मण 14 वर्ष का वनवास काटकर अपने घर अयोध्या लौटे थे। इसीलिए उनके आने खुशियों में इस दिन नगर वासियों ने पूरे अयोध्या को जलते हुये दीपकों से सजा दिया था। तब से आज तक हम भी यह त्यौहार दीप प्रज्ज्वलित करके ही मानते है।

3. कई कृष्ण की भक्ति करने वाले लोगों का कहना है, कि इस दिन ही कृष्ण जी ने नरकासुर का बध कर दिया था। सिक्ख इस दिन को अपने गुरु श्रीहरगोविंद की जेल से आज़ादी की ख़ुशी में मनाते है।

दिवाली पर 10 लाइन (वाक्य) 10 Lines on Diwali in Hindi

4. दिवाली के दिन धन की देवी लक्ष्मी और बुद्धि के देवता गणेश जी को पूजा जाता है। दिवाली के दिन लोग स्वादिष्ट व्यंजन बनाते है बच्चे नये-नये कपड़े पहनते है। अतिशवाजी चलायी जाती है।

5. दिवाली के दिन सभी लोग एक दुसरे के घर मिठाइयाँ बाँटते हैं।

 6. इस दिन लोग अपने घरों, अपनी दुकानों या वह जो भी काम करते है और जहाँ भी काम करते है उस जगह रोशनी से कुछ इस प्रकार सुसज्जित करते है कि लगता है कोई नई दुल्हन अपने सुंदर लिवास में चरों तरफ घूम रही हो।

दिवाली पर 10 लाइन (वाक्य) 10 Lines on Diwali in Hindi

7. दिवाली के दिन बुराई पर सच्चाई की जीत हुई थी इसीलिए दिवाली का त्योहार इस जीत का प्रतीक माना जाता है।   

8. दिवाली पूरे 5 दिनों का त्यौहार है इसे लोग बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाते है, पहले दिन को हम धनतेरस कहते है। इस दिन धन के देवता कुबेर का पूजन किया जाता है।

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9. दूसरे दिन को छोटी दिवाली तथा तीसरे दिन को दिवाली कहते है। इसी दिन मुख्य पूजा की जाती है। माँ लक्ष्मी और गणपति जी को सा सम्मान अपने घर में पूजा जाता है फल मिठाइयों का प्रसाद लगाया जाता है और चौथे दिन गोवर्धन की पूजा की जाती है इस दिन गाय के गोबर से भगवान की प्रतिमा बनाई जाती है और उसका पूजन किया जाता है।

10. सबसे आखिरी दिन हम भैयादोज की पूजा करते है सारी बहने अपने-अपने भाइयों को टीका लगाके उनके सुखी और संपन्न रहने की दुआ करती है इसप्रकार हम पांच दिन की दिवाली मनाते है।

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