रावण कौन था? रावण के विषय में 10 तथ्य Amazing facts about Ravana in Hindi

रावण कौन था? रावण के विषय में 10 तथ्य Amazing facts about Ravana in Hindi

रावण से सभी देवता बहुत डरते थे क्योंकि वह अत्यंत बलशाली था। उसने अपने राज्य का विस्तार लंका से इंडोनेशिया, मलेशिया, वर्मा, दक्षिण भारत के दूर के देशों में किया था।

उसने अपने राज्य का विस्तार अंगद्वीप, मलयद्वीप, वराहद्वीप, शंखद्वीप, कुशद्वीप, यवद्वीप और आंध्रालय तक किया था। आज से 5076 ई० पूर्व पहले राम ने रावण का संहार किया था।

रावण कौन था?

रामायण के अनुसार रावण लंका का राजा था। उसने सीता का अपहरण किया था और श्री राम से युद्ध किया था। राम के हाथों रावण का वध हुआ था। रावण विश्रवा का पुत्र था। उनकी माता का नाम वरवर्णिनी था। वह एक महान शिव भक्त था।

भगवान शंकर की पूजा करता था। रावण ने “शिव तांडव स्रोत” की रचना की थी। वह एक महान राजनीतिज्ञ, महापराक्रमी योद्धा था। वह बहुत ही बलशाली था। शास्त्रों का महान विद्वान और जानकार था।

रावण सरस्वती देवी का महान उपासक था। रावण के 10 सिर थे इसलिए उसे “दशानन” भी कहते हैं। रावण ने अपनी लंका सोने की बनाई थी। उसके काल में लंका बहुत ही शक्तिशाली देश हुआ करता था।

पढ़ें : रामायण की कहानी

रावण के विषय में 10 तथ्य Amazing facts about Ravana in Hindi

रावण का जन्म Birth of Ravana

रावण की माँ कैकसी ने कुबेला (अशुभ समय – कु-बेला) में गर्भ धारण किया था। इसी वजह से रावण राक्षसी गुणों वाला बना। रावण ने अपने 10 सिर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अर्पित कर दिए थे। श्री राम ने युद्ध के दौरान उनके बाड़ से रावण के सभी 10  सिर काट दिए थे।  

रावण ने की थी ब्रह्मा की तपस्‍या Ravana and Brahma Ji

ऋषि विश्वेश्रवा ने रावण को धर्म और पांडित्य की शिक्षा दी।  माता के परामर्श पर उसने ब्रह्मा की तपस्‍या की थी। वो अपने सौतले भाई कुबेर से अधिक बलवान और शक्तिशाली बनना चाहता था। रावण को “दसग्रीव” भी कहा जाता है।

उसने 10 हजार सालो तक ब्रह्मा की कठिन तपस्‍या की। हर दसवें साल अपना एक सिर काट कर चढ़ा देता था। रावण से ब्रह्मा से वरदान माँगा की देवता, दानव, गंधर्व किन्नर कोई भी उनका वध न कर सके। वो मनुष्यों को कीड़े मकोड़े की भाँती छोटा और तुच्छ समझता था इसलिए ब्रह्मा से वरदान मागंते समय उसने मनुष्यों का नाम नही लिया।

भगवान विष्णु को रावण का वध करने के लिए मनुष्य रूप में श्री राम के रूप में जन्म लेना पड़ा। रावण कालजयी बनना चाहता था। उसने अपनी सेना लेकर स्वयं काल यमराज पर आक्रमण कर दिया था। दोनों के बीच भीषण युद्ध हुआ था।

रावण के विषय में 10 दिलचस्प तथ्य 10 Interesting facts about Ravan in Hindi

  • रावण बहुत ही मायावी दानव था। वह इंद्रजाल, तंत्र, सम्मोहन और विभिन्न प्रकार के जादू जानता था। रावण भगवान शंकर को अपने साथ लंका ले जाना चाहता था। उसे अपने बल और भक्ति पर बहुत घमंड हो गया था। इसलिए वह पूरे कैलाश को उठाकर ही लंका ले जाना चाहता था। जब वो कैलाश को हिलाने लगा तो देवी सती बहुत ही क्रोधित हो गई। उन्होंने रावण को शाप देते हुए कहा अरे अभिमानी रावण तु आज से राक्षसों में गिना जाएगा क्युँकि तेरी प्रकृति राक्षसों की जैसी हो गई है और तु अभिमानी हो गया है”
  • रावण इक्ष्वाकु वंश का अपमान और उपहास करता था। इसलिए इक्ष्वाकु वंश के राजा अनरन्य ने रावण को शाप दिया कि इक्ष्वाकु वंश में राम के नाम से एक पुत्र का जन्म होगा जिसके हाथों रावण का अंत होगा
  • बंदरों के राजा बाली का युद्ध रावण से हुआ था। बाली ने रावण को पटक-पटक कर बहुत मारा था और फिर अपनी पूंछ में बांधकर लपेट लिया था उस दिन रावण का सारा घमंड दूर हो गया था। 6 महीने तक बाली ने उसे कैद करके रखा था
  • रावण ने ब्रह्मा जी से अमर होने का वरदान मांगा था, किंतु वह उसे नहीं मिल सका। ब्रह्मा जी ने उसे प्रचंड शक्तियां और ब्रह्मास्त्र वरदान में दिया था
  • रावण, श्री राम की पत्नी सीता के सौंदर्य को देख कर मुग्ध हो गया था। इसी वजह से उसने सीता का अपहरण किया था। वह सीता से विवाह करना चाहता था परंतु राक्षसी प्रवृत्ति होने के बाद भी उसने कभी सीता से अमर्यादित व्यवहार नहीं किया। जिस समय सीता राम के वियोग में दुखी थी और अश्रु बहा रही थी, रावण ने सीता से कहा हे सीते! यदि तुम मेरे प्रति काम-भाव नहीं रखती तो मैं तुझे स्पर्श नहीं कर सकता।”
  • रावण बहुत ही रूपवान था। उसे देखकर सभी स्त्रियां मुग्ध हो जाती थी। श्री राम भी रावण को देख कर मुग्ध हो जाते थे। रावण की माता एक राक्षस थी जबकि उसके पिता ऋषि थे इसी वजह से रावण के अंदर देवताओं और राक्षसों दोनों वर्गों के गुण थे।
  • रावण के बारे में कहा जाता है कि वह बाहर से श्रीराम से बैर रखता था उनको अपना शत्रु मानता था परंतु अंदर से उनका भक्त था। रामायण के अनुसार वह श्रीराम के हाथों मृत्यु प्राप्त करना चाहता था जिसे उसे मोक्ष मिल सके
  • उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में रावण की 210 फीट ऊंची “लंका मीनार” बनी हुई है इसके अंदर रावण के पूरे परिवार के चित्र बने हुए हैं। इससे मथुरा प्रसाद ने बनवाया था। इस लंका मीनार का निर्माण 1875 में करवाया गया था।
  • वाल्मीकि “रामायण” और तुलसीदास द्वारा रचित “रामचरितमानस” दोनों में ही रावण को बहुत महत्व दिया गया है। वह एक और जहां महातेजस्वी, महाप्रतापी, रूपवान, विद्वान महाप्रतापी था, वहीं दूसरी ओर वह घमंडी और राक्षसी प्रवृत्तियों वाला व्यक्ति था
  • रावण के पास पुष्पक विमान था परंतु वह उसका नहीं था। उसके भाई कुबेर का था जो उसका सौतेला भाई था। रावण ने पुष्पक विमान अपने भाई से छीन लिया था। श्रीराम के द्वारा रावण के वध के बाद श्री राम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान और अन्य सभी लोग पुष्पक विमान से ही अयोध्या वापस लौटे थे।

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