मशरूम की खेती , व्यापार, फायदे Benefits Mushroom Farming in Hindi
मशरूम फार्मिंग क्या होता है और यह हमारे लिए किस तरह से महत्वपूर्ण होता है तथा इसके क्या क्या फायदे हैं, हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे तथा इसकी पूरी जानकारी को प्राप्त करेंगे।
मशरूम कवक होते हैं इन्हे एक स्वास्थ्यकर आहार के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी एवं लाभकारी होता है। सामान्य तौर पर इसे सब्जी के रूप में उपयोग में लाया जाता है।
इसकी मांग बाजार में हमेशा बनी रहती है। इसी को बाजार में बढ़ती माँग को ध्यान में रखकर मशरूम उगाने का काम किया जाता है तथा इसके द्वारा किए जाने वाले व्यवसाय को मशरूम फार्मिंग कहा जाता है|
मशरूम की खेती , व्यापार, फायदे Benefits Mushroom Farming in Hindi
Contents
मशरूम की खेती Mushroom Farming
भारत में मशरूम की खेती हाल ही में शुरू की गई है यह एक ऐसा व्यवसाय है जो निर्यात का एक अच्छा उत्पाद है। मशरूम की खेती पहले हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और पहाड़ी इलाकों में किया जाता था। आज के समय में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान जैसे क्षेत्रों में भी मशरूम की खेती की जाती है। मशरूम प्रोटीन, फोलिक एसिड, विटामिन एवं खनिजों का एक अच्छा स्रोत है जो मनुष्य शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक होता है और एक एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति के लिए आयरन का एक अच्छा स्रोत है।
मशरूम में कम कैलोरीज होती है यह मानव शरीर में कोलेस्ट्रॉल को कम करने, गठिया, खून की कमी, बाल, नाखून, दांतो की सुरक्षा, हड्डियों की मजबूती एवं कैंसर जैसे रोग को नियंत्रण करने में सहायक होती हैं।
पहाड़ी क्षेत्र में उपजाऊ जमीन और पानी की कमी से खेती करना बहुत चुनौती भरा कार्य होता है ऐसे में कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार मशरूम की खेती पहाड़ी इलाकों में एक नई उम्मीद लेकर आती है।
मशरूम फार्मिंग के महत्वपूर्ण तथ्य Facts about Mushroom Farming
मशरूम में पोषक तत्व बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं यह औषधि के रूप में भी महत्वपूर्ण होता है| मशरूम एड्स, हृदय रोग, कैंसर जैसी बीमारियों में भी हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देते हैं और बीमारियों के प्रभाव को भी कम कर देते हैं|
इसमें प्रोटीन की मात्रा 25 से 40% ताजा होने पर और 3 से 7% सूखे होने पर पाया जाता है| कम आय में इसकी शुरुआत की जा सकती है और कम समय में ज्यादा से ज्यादा उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है मशरूम की खेती से रोजगार को भी बढ़ावा मिलता है|
इसकी खेती करने से पहले इन चीजों का ध्यान रखें? Importance points to consider in Mushroom farming
मशरूम के लिए खाद तैयार करना-: मशरूम कंपोस्ट विकसित किया जाता है क्योंकि कच्चे माल की रासायनिक प्रकृति सूक्ष्म जीवों, गर्मी और कुछ ताप मुक्त रासायनिक प्रतिक्रियाओं के द्वारा होता है जिसके परिणाम स्वरूप मशरूम के विकास के लिए उपयुक्त खाद्य स्रोत होता है|
खाद ख़त्म करना-: किसी भी कीड़े ,निमेटोड कीट, और कीड़ों को मारने के लिए पाश्चुराइजेशन आवश्यक है जो कंपोस्ट में मौजूद हो सकते हैं।
स्पांगिंग-: मशरूम कंपोस्ट को मशरूम स्पॉन के साथ लगाया जाना चाहिए खाद को उपनिवेशित करने के लिए आवश्यक समय स्पांगिंग दर और उसके वितरण खाद, नमी और तापमान और खाद की प्रकृति पर निर्भर करता है।
आवरण-: मशरूम के विकास के लिए नमी आवश्यक होती है क्योंकि आवरण नमी पकड़ने में सक्षम होता है।
पिनिंग-: तापमान और आर्द्रता के अलावा कमरे की उचित वेंटीलेशन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
फसल-: मशरूम 30 से 35 दिनों में बढ़ते हैं फसल के दौरान तापमान को 57 से 62 डिग्री सेल्सियस के बीच रखना चाहिए और हवा एवं कंपोस्ट तापमान दोनों को नियंत्रित करने के लिए बाहरी हवा का उपयोग किया जाता है।
मशरूम खाने के फायदे Benefits of Mushroom Farming
मशरूम वजन घटाने में मददगार होता है मोटापा कम करने के लिए प्रोटीन आहार लेने की सलाह दे दी जाती है। मशरूम रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है इसके सेवन करने से शरीर में एंटीवायरस और प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है जो शरीर की कोशिकाओं की मरम्मत करता है।
मशरूम का सेवन करने से प्रोस्टेट एंड ब्रेस्ट कैंसर से बचाव किया जा सकता है। मशरूम में अधिक पोषक तत्व पाया जाता है इसलिए हृदय के लिए लाभदायक होता है क्योंकि इसमें एंजाइम और रेशे पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रोल को कम कर देते हैं।
मधुमेह रोगियों के लिए मशरूम एक अच्छा आहार माना जाता है क्योंकि इसमें विटामिन, फाइबर और खनिज पाए जाते हैं। मशरूम में कार्बोहाइड्रेट और फाइबर होते हैं इसलिए इसका सेवन करने से कब्ज, अपच और पेट के विभिन्न विकारों में भी लाभ होता है।
मशरूम का सेवन करने से रक्त में हीमोग्लोबिन लेवल को संतुलित रखा जा सकता है इसमें आयरन और फोलिक एसिड के कारण रक्त की कमी से होने वाली बीमारियों के लिए लाभदायक होता है। मशरूम गर्भावस्था, बाल अवस्था, युवावस्था तथा वृद्धावस्था सभी लोगों के लिए लाभदायक होता। इसके सेवन से कुपोषण से बचा जा सकता है।