भारत में आर्थिक अपराधी पर निबंध Economic Offenders in India in Hindi
आज के इस आर्टिकल में हम भारत में आर्थिक अपराधीयों के विषय में बात करेंगे ! Economic Offenders in India in Hindi
भारत में आर्थिक अपराधी पर निबंध Economic Offenders in India in Hindi
क्या है आर्थिक अपराध?
आर्थिक अपराध के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के जुर्म आते हैं जैसे बिजनेस व्यापार के लिए बैंकों से बड़ी मात्रा में लोन लेकर चुकाने से मना कर देना। कार्यवाही होने पर देश छोड़ कर भाग जाना। इसके साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला कारोबार को अवैध तरह से करना, काले धन को सफेद बनाने की कोशिश करना, टैक्स चोरी, मुखौटा कंपनियों बनाना आदि।
तीन बड़े आर्थिक अपराधी आज हमारे देश के सामने हैं विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी। नियमों का फायदा उठाकर इस तरह के अपराध होते हैं। इसमें बैंक अधिकारी और दूसरे अधिकारी भी शामिल होते हैं। इस तरह के आर्थिक अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाना चाहिए।
भारत के कुछ आर्थिक अपराधी
विजय माल्या
विजय माल्या यूबी समूह और किंगफिशर एयरलाइंस के अध्यक्ष और मालिक हैं। वर्ष 2008 में उसकी कुल संपत्ति 72 अरब रुपए थी। धनी लोगों की सूची में विजय माल्या का 42 वां स्थान था। उसने बैंकों से 9000 करोड़ रुपए का कर्ज लिया और ब्रिटेन भाग गया।
उसने कर्ज चुकाने की कोई मंशा नहीं की। भारत सरकार ने विजय माल्या को देश का पहला आर्थिक भगोड़ा अपराधी घोषित किया है। भारत की जांच एजेंसियों को उसकी सभी संपत्ति जप्त करने का अधिकार मिल गया है।
नीरव मोदी
नीरव मोदी भारतीय बिजनेसमैन है जो हीरे का व्यापार करता है। नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक से मिलकर 11 हजार करोड़ का घोटाला किया है। इस समय वह देश छोड़कर भाग चुका है। भारत सरकार ने उसे आर्थिक भगोड़ा घोषित किया है।
सीबीआई ने नीरा मोदी की अहमदनगर की फैक्ट्री जप्त कर ली है। नीरव मोदी पर आरोप है कि उसने बैंकों के अधिकारियों से षडयंत्र करके विदेशी आपूर्तिकर्ताओं के लिए फर्जी भुगतान पत्र बनवाए और 11000 करोड़ की धोखाधड़ी की। यह जानकारी प्रकट होने के बाद पंजाब नेशनल बैंक के शेयर में 8।5 % प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है।
मेहुल चौकसी
मेहुल चोकसी नीरव मोदी का मामा है। इसके साथ ही वह उनका बिजनेस पार्टनर भी है। इस समय उसने देश छोड़ दिया है और विदेश में जाकर छुपा हुआ है। मेहुल चौकसी और नीरव मोदी दोनों ने मिलकर पंजाब नेशनल बैंक के साथ 11000 करोड़ रुपए का घोटाला किया है। मेहुल चौकसी गीतांजलि जेम्स का मैनेजिंग डायरेक्टर है। सरकार ने उससी वर्कशॉप, शोरूम्स, ऑफिस और घर पर छापे मारकर 5100 करोड़ों के हीरे गहने और सोना एकत्रित कर दिया है।
भारत सरकार द्वारा प्रस्तुत किया गया “भगोड़ा आर्थिक अपराधी बिल” (The Fugitive Economic Offenders Bill)
भगोड़ा आर्थिक अपराधी बिल 2018 सरकार को उन लोगो के खिलाफ कार्यवाही करने का अधिकार देती है जिन्होंने भारत में आर्थिक अपराध किया है। इस बिल के पारित होने के बाद इस तरह के आर्थिक अपराधियों को भारत लौटने पर मजबूर होना पड़ेगा। उ
नके खिलाफ कार्रवाई करना आसान होगा। उनसे लाखों-करोड़ों ।की रकम वसूल करना आसान हो जाएगा इस बिल के अंतर्गत ऐसे आर्थिक अपराधियों पर कार्रवाई होगी जिन्होंने 100 करोड़ से अधिक का अपराध किया है।
जनता के पैसे हड़पे हैं या बैंकों से कर्ज लिया है और चुकाने से मना कर रहे हैं। इस तरह के अपराधी विदेश भाग जाते हैं और भारत नहीं लौटते। पर इस बिल के लागू होने जाने के बाद उन अपराधियों को पकड़ना और वापस भारत लेकर आना आसान हो जाएगा। इस तरह के अपराधियों की संपत्ति जप्त कर ली जाएगी।
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