इस लेख में आप कोयल पक्षी पर निबंध (Essay on Cuckoo Bird in Hindi) हिन्दी में पढेंगे। इसके साथ कोयले के विषय में जानकारी, विशेषताएं, भोजन, पाए जाने वाले जगह, तथ्य, बताए गए हैं।
कक्षा 4 से 8 तक परीक्षाओं में कोयल पक्षी से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं। अगर आप मधुर आवाज वाली पक्षी कोयल के ऊपर हिंदी में निबंध खोज रहें हैं तो यह लेख आपके लिए बेहद मददगार साबित हो सकता है।
कोयल पक्षी पर निबंध Essay on Cuckoo Bird in Hindi
हर कोई मधुर आवाज के लिए कोयल पक्षी का उदाहरण देता है। कोयल पक्षी का रंग कौवे के सामान काला ही होती है लेकिन रंग में कौवे से फीके होते हैं। यह आकार में भी थोड़े छोटी होते है। नर कोयल का रंग थोड़ा नीला और काला तथा मादा कोयल का रंग काले तीतर के समान होता है।
इनकी आंखें लाल-लाल और पंख पीछे की तरफ लम्बे होते है। कोयल ही एक ऐसी चिड़िया है, जो अपना घोंसला न बनाकर दूसरे पक्षियों के घोसले में अंडे देती है और जब इन अंडों से बच्चे निकल जाते हैं तो वे दूसरे पक्षियों के अंडों को घोसले से गिरा देते है।
कोयल का वैज्ञानिक नाम युडाइनेमिस स्कोलोपेकस है और लोग उसे प्यार से कुक्कू कहकर भी बुलाते है। कोयल ही एक ऐसी पक्षी है, जो दुनिया भर में अपने रंग रूप के कारण नहीं बल्कि अपनी मधुर आवाज के लिए जानी जाती है।
इसकी आवाज में इतनी मधुरता होती है जितनी किसी अन्य पक्षी में सुनने को नहीं मिलती। जब यह कूकती है, तो अपनी मधुर आवाज के कारण हर किसी को आकर्षित कर लेती है।
कोयल पक्षी की विशेषताएं Characteristics of Cuckoo Bird
पूरी दुनिया में कोयल पक्षी की लगभग सैकड़ों प्रजातियाँ देखने को मिलती है, इसकी मधुर बोली हमें भी सभी के साथ विनम्रता से बात करने की सीख देती है। कालिमा धारण किए तथा मीठी आवाज वाली पक्षी कोयल जितनी आकर्षक देखती है, उससे कई ज्यादा यह पक्षी चतुर भी होती है।
कोयल की सबसे प्रमुख विशेषता है की यह अधिकतर कौवों के घोसले में अंडे देती है और कौवों के अंडों को या तो खा जाती है या नीचे गिरा देती है। कोयल हमेशा अपना जीवन वृक्षों पर ही व्यतीत करती है वह कभी कभार ही वह नीचे उतरती है।
सिर्फ दूसरों के घोंसलों को ही नहीं बल्कि यह ऊँचे-ऊँचे पेड़ो के कोटरों और शाखाओं को भी अपने अंडों के लिए चुनती है। इसके पीछे इसके आलसी तथा शर्मीले स्वभाव को माना जाता है। भारत तथा अन्य देशों में सुन्दरता के लिए मोर तथा मधुरता का उदाहरण देने के लिए कोयल का ही उदाहरण दिया जाता है।
कोयल पक्षी क्या खाते है? What Do Cuckoo Birds Eat?
कोयल एक सीधी-साधी और शर्मीली पक्षी है, जो अकेले तथा छुपकर रहना पसंद करती है। इसलिए यह ज़मीन पर ना उतरने के कारण वृक्षों पर ही रहने वाले छोटे मोटे कीड़ों, सुडियों तथा चींटियों को अपना भोजन बनाती है।
सिर्फ कीड़े-मकोड़े ही नहीं कोयल पक्षी कंद मूल, फल आदि भी खाती है इसकी चोंच घुमावदार और तीखी होती है जो मजबूत फलों को तोड़ने तथा कीड़े चींटियों आदि को पकड़ने में मदद करती है।
कोयल पक्षी कहाँ पाए जाती है? Where Are Cuckoo Birds Found?
कोयल पक्षी सभी महाद्वीपों में पायी जाती है लेकिन अंटार्कटिक महाद्वीप पर यह लगभग न के बराबर पाई जाती है। क्योंकि अंटार्कटिक में बर्फ और ठंडे मौसम के कारण वहाँ पर इनके लिए जीवन संभव नहीं हो पाता। लेकिन भारत में कोयल बसंत ऋतु में हरे वृक्षों, बागों तथा जंगलों में सभी जगह देखीं जा सकती है।
कोयल को अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है, जैसे जापान में काक-को, फ्रांस में कोकु और भारत में कोयल।
कोयल पक्षी के विषय में कुछ तथ्य Some Facts About Cuckoo Birds
कोयल पक्षी जितना चर्चित अपनी मधुर आवाज के कारण है उससे कई गुना चौकाने वाले कई रोचक तथ्य है जो निम्न हैं-
- कोयल वह पक्षी है जिसमें मधुर आवाज़ के साथ भेड़ियों स छल भी होता है।
- उत्तर कोरिया में कोयल को कैद करने या मारने पर बहुत ही ज्यादा सजा दी जाती है यहाँ तक की प्राण दंड भी कई लोगों को दिया जा चूका है।
- कोयल पक्षी में केवल नर ही कुहू-कुहू की मधुर आवाज में गाता है, जबकि मादा नहीं गाती है।
- कोयल पक्षी की विश्व में अभी तक कुल ज्ञात 120 प्रजातियाँ है।
- कोयल पक्षी सर्व हारी है क्योंकि यह वृक्षों पर उगे कंद मूल फल के साथ वृक्षों पर रहने वाले छोटे मोटे कीड़ों को भी खाता है।
- कोयल पक्षी ज़मीन पर नाममात्र का ही उतरता है। यह बड़े-बड़े वृक्षों की टहनियों पर मुख्यतः बसंत ऋतु में आसानी से कुहू-कुहू की आवाज करता हुआ देखा जा सकता है।
- कोयल भारत में बसंत ऋतु के आगमन पर ही दिखाई देता है अन्य ऋतुओं में इसे ना के बराबर ही देखा जा सकता है, अतः इसे प्रवासी पक्षी भी कहते है।
- कोयल की लम्बाई 17 इंच के आसपास होती है।
- संसार की सबसे बड़ी कोयल channel Billed cuckoo है। जिसकी लम्बाई 25 इंच तथा वज़न 600 ग्राम जितना होता है, जो आस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड, इंडोनेशिया, आदि देशों में पायी जाती है।
- सबसे छोटी कोयल का नाम little bronze cuckoo है, जो 6 इंच लम्बी तथा वज़न में मात्र 17 ग्राम की होती है। यह मलेशिया, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में पायी जाती है।
कोयल के बारे में एक प्रसिद्द कहावत है:-
गुण के गाहक सहस नर,
बिन गुण लहे ना कोय।
जैसे कागा कोकिला,
शब्द सुने सब कोय।
अर्थात सभी अपने गुण के कारण पहचाने जाते है जैसे कौवा और कोयल का रंग एक होता है किन्तु कोयल को सभी मीठी आवाज के कारण पसंद करते है जबकि कौवे की काँव-काँव कोई नहीं सुनता है।
निष्कर्ष Conclusion
इस लेख में आपने कोयल पर निबंध हिंदी में (Essay on the Cuckoo Bird in Hindi) पढ़ा जिसमें आपने कोयल के विषय पूरी जानकारी पढ़ा। अगर आपको इस सुरीली पक्षी के विषय में यह लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर करें।