नशा मुक्ति पर निबंध Essay on De-Addiction in Hindi

इस लेख में हिंदी में नशा मुक्ति पर निबंध (Essay on De-addiction in Hindi) आसान शब्दों में लिखा गया है।

नशा मुक्ति पर निबंध Essay on De-Addiction in Hindi

इस निबंध मे नशा मुक्ति क्या है, युवा पीढ़ी पर नशा का प्रभाव, नशा करने का कारण, नशा करने से होने वाली बीमारियाँ, नशा मुक्ति के उपाय इत्यादि के विषय में चर्चा किया गया है। 

नशा मुक्ति क्या है? What is De-addiction in Hindi?

नशीली पदार्थों का सेवन करना आजकल लोगों के लिए एक ट्रेंड बन चुका है। करोड़ों ऐसे लोग जिनमें युवा पीढ़ी प्रमुख रुप से भागीदार है, जिनका पूरा जीवन अधिकतर नशे अथवा लत जैसी बुरी आदत के कारण बर्बाद हो जाता है। 

नशे की लत से लोगों का जीवन तो बेकार बन ही जाता है, साथ ही इससे देश पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

नशा मुक्ति सामाजिक बुराइयों के खिलाफ छिड़ा हुआ एक आंदोलन स्वरूप है, जिसमें सरकार से लेकर अन्य गैर सरकारी संस्थाओं तक सभी एकजुट होकर लोगों को नशे की लत से दूर करने के लिए प्रयास कर रहे हैं।

आजकल नाबालिक बच्चों से लेकर वृद्धों तक हर कोई नशे की चपेट मे जूझ रहा है। नशा मुक्ति अभियान द्वारा हर वह संभव से संभव प्रयास किए जा रहे हैं, जिनके द्वारा सभी युवाओं को एक नया जीवन और लक्ष्य प्रदान किया जा सके। 

नशा मुक्ति जैसे बड़े क्रांतिकारक अभियानों द्वारा लोगों का जीवन नर्क से सुखदाई जीवन में परिवर्तित किया जा सके यही लक्ष्य के साथ निरंतर आगे बढ़ते रहने का प्रयास किया जा रहा है।

युवा पीढ़ी पर नशा का प्रभाव Effect of Drug Addiction on Youth

  • घरेलू हिंसा होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। लेकिन अधिकतर जहां महिलाओं के साथ घर में पुरुषों द्वारा मारपीट और ताड़ना दिया जाता है, ऐसी परिस्थिति में अक्सर लोग नशे में होते हैं। नशा करने के बाद अक्सर लोग अपना सारा गुस्सा और तनाव घर आकर मारपीट के जरिए उतारते हैं।
  • हम जानते हैं कि देश की प्रगति में सबसे बड़ा योगदान युवा पीढ़ी का होता है, लेकिन नशा एक ऐसी बुरी आदत है जो लोगों से उनका सुनहरा भविष्य ही छीन लेता है। नशा का सबसे बुरा परिणाम यह हो सकता है कि युवा पीढ़ी को अपने जीवन और लक्ष्य का अता – पता ही नहीं हो।
  • परिवारिक झगड़े होना एक साधरण बात है। लेकीन नशे के आगोश में प्रतीदिन ऐसे पारिवारिक कलह करना कोई अच्छी बात नहीं है। नशे की लत युवाओं को ऐसे गहरे दलदल में धकेल देती है, जिनसे पारिवारिक कलह कभी खत्म नहीं होता है।
  • कई रिपोर्ट्स के मुताबिक सड़क हादसों में घटने वाली दुर्घटनाओं के पीछे अक्सर नशे की अवस्था जिम्मेदार होती है। लोग जब नशे में धुत होकर गाड़ी चलाते हैं, तो इससे बड़ा हादसा हो जाता है। इसमें कई बार उनकी जान तक चली जाती है।

नशा करने का कारण Reasons Behind Drug Addiction

  • बुरी संगति अक्सर लोगों को बड़े संकट में डाल देती है। ऐसे लोग जो पहले से ही दारू, सिगरेट ड्रग्स और दूसरे नशीली पदार्थों का सेवन करते हैं, वे अक्सर अपनी संगति वाले लोगों को भी यही सिखाते हैं। इस प्रकार गलत संगति के कारण दुसरे लोग भी इसकी चपेट में आ जाते हैं।
  • कई बार मानसिक तनाव के कारण भी लोग नशे का सहारा लेकर खुद को अच्छा महसूस करवाने का प्रयास करते हैं। नशे की स्थिति में लोगों को कुछ भी याद नहीं रहता, जिसके कारण उनके विचार भी उन्हें तंग नहीं कर पाते। इस तरह कुछ समय के लिए मानसिक तनाव को दूर करने के लिए लोग नशा करते हैं।
  • दूरदर्शन पर आने वाले बड़े बड़े अभिनेताओं, अभिनेत्रियों और दूसरे बड़े चेहरों को मानने वाले लोगों की सूची बहुत ही लंबी है। चूंकि युवाओं में अपने मन पसंदीदा कलाकारों की नकल उतारने का बड़ा शौक रहता है, इसलिए इन्हीं अभिनेता और अभिनेत्रियों को देख देख कर बच्चे और बड़े सभी ऐसा करना शुरू कर देते हैं।
  • अगली श्रेणी में ऐसे लोग आते हैं जिन्हें तंबाकू, सिगरेट, दारू और ड्रग्स इत्यादि का सेवन करना पसंद होता है। बिना किसी कारण के यह लोग केवल स्वाद के लिए अपने स्वास्थ्य और जीवन का सौदा कर आते हैं। इसका परिणाम आगे चलकर इन्हें साफ़ दिखाई पड़ता है।
  • जिस घर में बड़े बुजुर्ग लोग तंबाकू, दारु, सिगरेट या अन्य किसी भी चीज का नशा करते हैं, उन्हें देख देख कर घर के बच्चे भी ऐसा करने की सीख लेते हैं और आगे चलकर ऐसे ही लोगों की तरह बन जाते हैं।

नशा करने के दुष्परिणाम Disadvantages of Drug Addiction

  • नशे की लत लोगों का जीवन अंधकार रूपी दलदल में ढकेल देती है, जहां हमेशा निराशा और कष्ट ही चारों तरफ फैला रहता है।
  • इसके नकारात्मक प्रभावों से वाकिफ होने के बावजूद भी लोग तमाम तरह के नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं, जिसके कारण विभिन्न प्रकार के बीमारियों का भोग भी बन जाते हैं।
  • नशे की लत में धुत होकर सड़कों पर लोगों द्वारा गाड़ी चलाने के कारण रोड दुर्घटना में हर रोज कई लोगों की जान चली जाती है।
  • ऐसे लोग जो हमेशा किसी न किसी नशीली वस्तु का सेवन करते रहते हैं, वे दूसरों को भी अपनी संगति से बिगाड़ देते हैं।
  • नशीली वस्तुओं के सेवन का चलन पीढ़ी दर पीढ़ी एक दूसरे से प्रभावित होकर निरंतर बढ़ता रहता है, जो एक बहुत बड़ी समस्या है।
  • जिस क्षेत्र के युवा पीढ़ी मानसिक रूप से अचेत होते हैं तो वह पूरा क्षेत्र कभी भी विकास नहीं कर पाता है। यह नशे का सबसे नकारात्मक दुष्परिणाम है।

नशा करने से होने वाली बीमारियाँ Disease Caused by Drug Addiction

यह पता होने के बावजूद भी की नशीली चीज़े किसी का भी जीवन नर्क बना सकती है, फिर भी उसे बाजार में खुल्लम खुल्ला बेचा और खरीदा जाता है, जो कि देखा जाए तो एक अपराध है। 

हालांकि ऐसे अपराधों की कोई सजा नहीं है। तंबाकू और गुटखा के पैकेट पर यह साफ चेतावनी लिखी होती है, कि इसे खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। लेकिन किसी को भी इस बात से फर्क नहीं पड़ता और लोग बड़े ही चाव से अपनी मनमानी करते हैं।

चाहे सिगरेट, तंबाकू, शराब, ड्रग्स इत्यादि कुछ भी हो वह स्वास्थ्य पर हमेशा बुरा प्रभाव ही डालते हैं। लंबे समय तक ऐसे जहर का सेवन करते हुए लोग अपनी जान से भी हाथ धो बैठते हैं। 

कैंसर, किडनी फेल होना, पाचन तंत्र का बेकार पड़ जाना, सांस लेने में दिक्कत होना, ह्रदय रोग और न जाने कितने ही तरह की बीमारियां ऐसी नशीली चीजों के सेवन के कारण आमंत्रित हो जाती हैं। 

गौरतलब है कि नशे की आदत से लोगों का स्वास्थ्य तो खराब होता ही है साथ ही उनकी मानसिकता भी बेकार पड़ जाती है। इससे लोगों के जीवन की आयु भी कई साल कम हो जाती है।

नशा मुक्ति के उपाय Drug De-addiction Methods in Hindi

हमारे देश के युवाओं को अंधकार में जाने से बचाने के लिए नशा मुक्ति के लिए कई सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। 

हालांकि ऐसे गंभीर मुद्दों को लेकर हमें नशा मुक्ति अभियान को लेकर और गंभीर होने की आवश्यकता है। लोगों में जागरूकता फैलाकर शायद नशे से करोड़ों लोगों को बचाया जा सकता है।

देश की सरकार नशा मुक्ति के लिए बेहतरीन कदम उठा रही है, जिसके अंतर्गत अब तक भारत जैसे देश के कई राज्यों में नशीली पदार्थों पर या तो पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है अथवा उनके ऊपर कर (TAX) को बहुत ज्यादा कर दिया गया। 

हालाकि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि ऐसे कानूनी पाबंदियों के बावजूद भी अवैध रूप से नशीली वस्तुओं की काला बाजारी की जा रही है। 

देश भर में ऐसे नशा मुक्ति केंद्रों को स्थापित करने की आवश्यकता है, जो मजबूत रूप से लोगों तक पहुंच पाए, जो इस समस्या से परेशान हैं। जितना संभव हो सके अधिक से अधिक लोगों को ऐसी जागरूकता अभियान में शामिल करना चाहिए। 

केंद्र सहित सभी राज्य सरकारों को सख्त रवैया अपनाते हुए नशीली चीजों के उत्पादन पर रोक लगाने चाहिए तथा जितना संभव हो सके नशीली पदार्थों की अवैध बिक्री और खरीदी पर भी कड़ी नजर रखनी चाहिए।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने नशा मुक्ति पर निबंध (Essay on De-addiction in Hindi) पढ़ा। आशा है यह लेख आपको जानकारी से भरपूर लगा होगा। अगर यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें।

1 thought on “नशा मुक्ति पर निबंध Essay on De-Addiction in Hindi”

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.