बागवानी पर निबंध Essay on Gardening in Hindi

बागवानी पर निबंध Essay on Gardening in Hindi

पेड़ पौधों से प्यार करने वालो को बागवानी बहुत पसंद होती है। यह कुदरत से प्यार करने का अच्छा तरीका है। बागवानी से हमें अनेक तरह का लाभ होता है। अक्सर घर में वृद्ध लोग बागवानी करके अपना टाइम पास करते है। यह खाली वक्त बिताने का बहुत अच्छा विकल्प होता है।

हरे भरे पेड़ पौधे, फल किसे पसंद नही होते है। पौधों, फूलो को देखने मात्र से कितनी ख़ुशी मिलती है। बागवानी करने से हमारी कसरत (व्यायाम) भी हो जाता है और फल, सब्जियाँ भी मिल जाते है। इससे डबल फायदा है। आम के आम और गुठलियों के दाम।

बागवानी पर निबंध Essay on Gardening in Hindi

हमारे बगीचे में उगे ताजे फल और सब्जियाँ खाने से हम और जादा सेहतमंद हो जाते है। बाग़वानी करने से कोई नुकसान नही है। आजकल लगभग हर बंगले में बगीचा होता है। अमीर पैसे वाले लोग 2 से 3 माली लगाकर अपने बगीचे की देखभाल करवाते है।

हजारो रुपये बाग़ की देखभाल पर खर्च करते हैं। पेड़ पौधों पर हजारो रुपये खर्च करते हैं। ऐसे में बागवानी अब एक करियर भी बन गया है। बेरोजगार लेकिन पेड़ पौधों से प्यार करने वाले लोग इसे अपने करियर के रूप में अपना रहे है और नर्सरी लगाकर अच्छी इनकम कर रहे हैं।

मेरा प्रिय शौक- बागवानी MY FAVORITE HOBBY GARDENING

बागवानी मेरा प्रिय शौक है। हमारे घर में एक सुंदर बगीचा है जिसमे मेरे पापा- मम्मी काम करते है। वो पौधों को बड़े जतन से रोपते है। उन्हें समय समय पर पानी, खाद देते है। उनकी कंटाई छटाई करते हैं।

हमारे पड़ोस के सभी लोग मेरे बगीचे की तारीफ़ करते है और शाम को वक्त बिताने हमारे बगीचे में आते हैं। मेरे बगीचे में आम, पपीता, अमरुद, लीची, शहतूत जैसे फलो के पेड़ है। गुलाब, मोगरा, चम्पा, गुलदाउड़ी, हजारा, मालती, जैसे फूलो के पौधे है जो बहुत सुंदर लगते है। लाल गुलाब के फूलों को देखकर लगता है कि वो मुझसे बाते कर रहे हो।

मैं भी रविवार के दिन बगीचे में जाकर पौधों की देखभाल करता हूँ। मुझे बागबानी करना अच्छा लगता हैं। मुझे ये काम करने में मन की शांति और सुकून मिलता है। हमारे बगीचे में कोयल, कबूतर, मोर, तोता जैसे पक्षी आकर मधुर आवाज में बोलते है जिसको सुनकर बहुत अच्छा लगता है। मुझे बचपन से पक्षियों की आवाज सुनना बहुत पसंद है।

मैं अक्सर कैमरा लेकर अपने बाग़ में जाता हूँ और पक्षियों की फोटो खींचता हूँ। जब फरवरी- मार्च के महीने में आम के पेड़ो पर सफ़ेद बौर आता है तो देखकर ही कितना अच्छा लगता है। धीरे धीरे फूलों से छोटे छोटे आम बनना शुरू हो जाते है फिर वो बड़े होने लगते है।

इस तरह आमो को बड़ा होते देखना बहुत अच्छा लगता है। जब कुछ महीनो बाद आम पककर नीचे गिरते है तो उनका स्वाद चीनी से भी मीठा होता है। मेरे परिवार में पापा, मम्मी, मेरी बहन को भी बागवानी करना बहुत पसंद है।

बागवानी से लाभ ADVANTAGES OF GARDENING

बागवानी से निम्न लाभ होते है-

  • कहीं बाहर जाकर व्यायाम करने की जरूरत नही होती है। हम सभी अपने बगीचों में काम करके भी अच्छा व्यायाम कर सकते हैं। इससे शरीर स्वस्थ रहता है। कोई बिमारी नही होती है।
  • इससे वातावरण हरा भरा शुद्ध रहता है। जादा पौधे वातावरण में जादा ओक्सीजन गैस छोड़ते है जिससे हम अधिक स्वस्थ रहते हैं। यही वजह है की शहरो की तुलना में गाँव के लोग कम बीमार पड़ते है।
  • इससे घर की सुन्दरता में चार चाँद लग जाते हैं। जिन लोगो के पास कम जगह होती है वो गमलो में पौधे लगाते हैं।
  • हमे बागवानी से पूजा करने के लिए फूल मिल जाते है। इसके अलावा हमे ताजे फल जैसे आम, नींबू, लीची, अमरूद, ताज़ी सब्जियाँ जैसे- भिन्डी, बैगन, मूली, गाजर, आलू, टमाटर जैसी ताज़ी सब्जियाँ मिल जाती है जिनको खाकर हमारा स्वास्थ और निखर जाता है।
  • बगीचे में जब कोई पेड़ सूख जाता है तो हमे सूखी लकड़ियाँ मिल जाती है जो सर्दियों के मौसम में आग सेंकने के काम आती है।
  • खाली समय का सदुपयोग करने का ये सबसे अच्छा विकल्प है। कुछ लोग जुआ (ताश) खेलने, लोटरी (सट्टा), नशीले चीजी का सेवन करने का शौक रखते है पर बागवानी के शौक में कोई बुरी बात नही है।
  • इसे करियर के रूप में अपनाकर हजारो रुपये हर महीना कमा सकते हैं।
  • घर का खर्चा कम कर सकते है।
  • बागवानी से मोटापा कम कर सकते है।

बागवानी करने का सही तरीका/ बागवानी कैसे करे RIGHT WAY OF GARDENING

हमे अपने बगीचे में मौसम के अनुसार पेड़ पौधे लगाने चाहिये। पौधे ऐसी जगह लगाने चाहिये जहाँ उनको धूप, हवा, पानी मिलता रहे। छाँव वाली जगह लगाने पर पेड़ो की वृद्धि रुक जाती है।

समय-समय पर पौधों के बीच की घास निकालते रहना चाहिये क्यूंकि पौधों का बढ़ना कम हो जाता है। घास पानी और मिटटी के पोषक तत्व को खींच लेती है।

बेल और लताओं वाले पौधों जैसे संध्या मालती का पेड़, अंगूर, सेम, लौकी, कद्दू, तरोई को आप किसी दिवार के किनारे लगा सकते है। ऐसे पेड़ दीवारों के सहारे बहुत उपर तक चले जाते है। किसी पेड़, या बाड़ के सहारे में लगा सकते है।

लताओं वाले पेड़ में जब कोई फल आता है तो जमीन से उपर रहता है। इसलिए काफी सुरक्षित रहता है। उसमें कीड़े व दूसरा कीट नही लग पाता हैं।

बारिश में किसी पौधे के पास जादा पानी नही जमा होना चाहिये वरना वो सड़ जायेगा। अगर व्यस्त है तो हफ्ते में कम से कम 2 बार बगीचे में जरुर जाना चाहिये। फ़्लैट में रहने वालो को बोनसाई तकनीक के पौधे लगाने चाहिए।

पौधों को कीटों से बचाने के लिए मैलाथींन, गैमकसीन पाउडर का इस्तेमाल करना चाहिये। जैसे ही माऊ, कीड़े, कीट दिखाई दे फौरन कीटनाशक का इस्तेमाल करना चाहिये। बगीचे में मिटटी, खाद, बालू की मात्रा संतुलित करनी चाहिये। फ़ालतू लताओं और शाखा की छंटाई करनी चाहिये।

निष्कर्ष CONCLUSION

आज के लेख में हमने आपको बागवानी की कुछ अच्छी टिप्स दी ही। अगर आपके पास खाली वक्त है और कोई टाइम पास नही है तो आप बागवानी को अपना शौक बना सकते है।

इससे हर तरह का फायदा ही है। नुकसान कोई नही है। आपको इसे अपनाना चाहिये। आपको ये लेख कैसा लगा, हमे जरुर बतायें।

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