पिकनिक पर निबंध Essay on Picnic in Hindi

इस लेख में आप पिकनिक पर निबंध Essay on Picnic in Hindi पढ़ेंगे। पिकनिक पर जाना किसे पसंद नहीं है, हर कोई अपने छुट्टी के दिनों में पिकनिक जाना पसंद करता है।

पिकनिक पर निबंध लिखना बेहद सरल है बस अपने अनुभव को पन्नों पर लिखना होता है इस लेख में पिकनिक पर हिंदी में निबंध में दिया गया है। यह निबंध कक्षा 3 से 9 तक परीक्षाओं में पूछा जाता है। यहाँ पर दिया गया निबंध सरल भाषा में लिखा गया है।

पिकनिक पर निबंध Essay on Picnic in Hindi

पिकनिक यह किसी भी विद्यार्थी के लिए बेहद रोमांच से भर देने वाले शब्द है। पिकनिक का हिंदी अर्थ प्रवास होता है और प्रवास कई तरह के हो सकते हैं। विद्यालय के तरफ से जाने वाले प्रवास को स्कूल पिकनिक कहते हैं तथा परिवार के साथ किसी जगह पर जाने वाले प्रवास को फैमिली पिकनिक कहा जाता है।

इंसान को समय समय पर किसी नए जगह प्रवास पर जाना ही चाहिए। हमारे ऋषि मुनि तीर्थाटन को विशेष महत्व देते थे, तीर्थाटन अर्थात तीर्थों (अच्छी और पवित्र जगहों) का प्रवास होता है। प्रवास से मस्तिष्क में नए विचार जन्म लेते हैं तथा अवसाद दूर होता है।

आज के व्यस्त जीवन में पिकनिक के लिए समय निकाल पाना किसी के लिए भी आसान नहीं रहा चाहे विद्यार्थी हो या व्यवसायी सभी काम के तले दबे हुए हैं और इसी कारण वे अवसाद के शिकार भी हो रहे हैं। स्वस्थ रहने के लिए समय पर भोजन, व्यायाम तथा विश्राम के साथ समय समय पर प्रवास भी जरुरी है।

हम और हमारा परिवार हर महीने के आखिरी हफ़्तों के अंतिम दो दिनों के लिए पिकनिक पर जाते हैं जहाँ हम पर्यावरण और ज्ञान के नजदीक अपना कुछ समय बिताते हैं।

मेरी पिकनिक

हम और हमारा परिवार तथा अन्य साथी महीने के आखिरी सप्ताह में शहर से दूर एक गाँव में पिकनिक के लिए गए थे। गाँव का नाम शिवपुर था जहाँ पेड़-पौधे तथा पहाड़ मौजूद थे। हमने अपने पिकनिक को रोमांचक बनाने के लिए प्रकृति के सहायता से अपने दो दिन गुज़ारने निश्चय किया।

हम अपने साथ जरुरी चीज़ें जैसे टेंट व मच्छरदानी तथा भोजन बनाने के लिए थोड़े बर्तन और जरुरी अन्न ले गए। हमारा परिवार तथा मेरे दोस्त का परिवार एक गाड़ी में बैठ कर सुबह शिवपुर पहुच गए। वहाँ पहुचकर हमने अपने ठहरने के लिए एक सुरक्षित जगह का चुनाव किया।

हमने एक ऐसे जगह का चुनाव किया जहाँ से पहाड़ का नज़ारा और खुली हवा सीधे प्राप्त हो रही था। शुरुवाती एक घंटे साफ़ सफाई के बाद हमने पेड़ की छाँव में अपना टेंट लगाया और थोड़े आराम के बाद भोजन बनाने के लिए लकड़ियाँ लेने जंगल चले गए।

जंगल से जरुरी मात्रा में लकड़ियाँ लाकर हमने मिट्टी का चूल्हा बनाया और आग जलाई कुछ घंटे के इंतज़ार के बाद खाना तैयार तैयार हो गया हमने भोजन किया और कुछ देर विश्राम के बाद पहाड़ और जंगलों के पास घूमें।

पहाड़ों के बीच ढलते सूरज का दृश्य बेहद नयन रम्य लग रहा था। घूमते फिरते, नाचते गाते कब शाम हो गयी पता ही नहीं चला। शाम को हम सबने मिलकर चाय पीया और रात्री की व्यवस्था में लग गए कुछ देर में हमने टेंट बना लिया और शाम के भोजन के लिए लकड़ियाँ लेने चले गए।

शाम के भोजन के बाद प्राकृतिक हवे में हम सबने विश्राम किया और सुबह उठकर दुसरे जगह जाने के लिए अपने सामान को समेटा और वहाँ के लिए प्रस्थान कर गए।

पिकनिक के फ़ायदे

सामान्य जीवन के दबाव को कम करने के लिए थोड़े-थोड़े समय पर कहीं ना कहीं घूमने फिरने अवश्य जाना चाहिए जरूरी नहीं वह जगह बेहद महंगी हो या ज्यादा दिनों के लिए हो।

अपने समय व सुविधा के अनुसार घर से दूर किसी ऐसी प्राकृतिक जगह का चुनाव करना चाहिए जहां पर आप का दिमाग सिर्फ वहीँ की चीज़ों पर केंद्रित हो।

पिकनिक के निम्न फायदे हैं-

  • पिकनिक से मानसिक दबाव कम होता है उसके जगह पर खुशी जागृत होती है।
  • प्रवास  से रचनात्मक शक्ति का विकास होता है।
  • विद्यार्थियों के लिए प्रवास अत्यंत जरूरी है इससे उनका बौद्धिक विकास होता है तथा जागरूकता-एकाग्रता में वृद्धि होती है।
  • प्रवास अगर प्रकृति के बीच हो तो पर्यावरण के प्रति हमारा दायित्व समझ में आता है तथा प्रकृति से घनिष्ठता बढ़ती है।
  • प्रवास से नई जगहों के रहन सहन तथा प्रकृति के प्रति जिज्ञासा बढ़ती है।

पिकनिक के समय बरती जाने वाली सावधानियां

पिकनिक का मुख्य उद्देश्य अपने काम के दबाव से हटकर दूसरी चीजों पर ध्यान केंद्रित करना होता है लेकिन पिकनिक पर जाने से पहले कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए।

पिकनिक पर जाने से पहले सही जगह का चुनाव करना चाहिए, किसी ऐसे जगह को नहीं चुनना चाहिए जहां शोर-शराबा या किसी भी प्रकार का खतरा हो।

पिकनिक के लिए जितना हो सके उतना कम सामान ले जाना चाहिए और प्रवास के बीच में किसी भी प्रकार का कचरा नहीं फेंकना चाहिए। अपने साथ एक थैला जरूर रखना चाहिए जिसमें कचरे को रखा जा सके।

पिकनिक के दरम्यान जलाई गई आग को जंगलों से दूर रखना चाहिए और ध्यान रख कर उसे बुझाना चाहिए। पिकनिक के समय किन्हीं भी पेड़ों या प्राकृतिक चीजों का अति दोहन नहीं करना चाहिए या किसी भी जानवरों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।

पिकनिक का मुख्य उद्देश्य प्रकृति का आनंद लेना होना चाहिए ना कि इंटरनेट की दुनिया में खो जाना होना चाहिए जितना हो सके प्रकृती को महसूस करना चाहिए और ऊपर वाले का हर चीज के लिए धन्यवाद करना चाहिए।

उपसंहार

 किसी भी इंसान के लिए प्रवास फायदेमंद है इसकी पुष्टि विज्ञान भी करता है। आज हर कोई अवसाद में है और उसे दूर करने के लिए तरह-तरह के तरीकों को आजमा रहा है लेकिन सबसे बेहतरीन और कारगर तरीका समय-समय पर खुद को अपने रोजमर्रा की जिंदगी से दूर ले जाना है जिसमें प्रवास मुख्य है।

आज प्रवास का वास्तविक अर्थ सिर्फ किसी जगह पर जाकर फोटो या वीडियो खींच कर संतुष्ट हो जाना ही रह गया है। प्रवास का असली फायदा तब मिलेगा जब प्रकृति को महसूस किया जाए और मिली सकारात्मकता को अपने दैनिक जीवन में लागू किया जाए।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने पिकनिक पर निबंध Essay on Picnic in Hindi में पढ़ा  जिसमें पिकनिक के महत्व तथा सावधानियों को विस्तार से बताया गया है, वास्तव में पिकनिक क्या होता है इस पर प्रकाश डाला गया है, आशा है यह निबंध आपको सरल लगा हो। अगर यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर करें।

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