समयनिष्ठता पर निबंध Essay on Punctuality in Hindi
समयनिष्ठता एक अच्छी और महान आदत है। जो लोग समय के पाबंध रहते है वो जीवन में बहुत सफलता, बहुत ऊचाइयां प्राप्त करते हैं। यह एक ऐसा गुण है कि सभी लोग आपकी बहुत इज्जत करते हैं।
समय पर पहुँचने वाले, समय पर काम करने वाले व्यक्ति को समयनिष्ठ कहा जाता है। इससे पता चलता है कि व्यक्ति अपने काम को लेकर बहुत सावधान है या कर्तव्यनिष्ठ है। जो लोग अपने ऑफिस, दफ्तर, कॉलेज मे देर से जाते है उनकी बिलकुल इज्जत नही होती है। ऐसे लापरवाह लोगो को कोई पसंद नही करता है। सब लोग उनकी बुराई करते हैं।
समयनिष्ठता पर निबंध Essay on Punctuality in Hindi
समयनिष्ठता का दूसरा अर्थ है की समय पर कोई काम पूरा करना। समय ही सबसे बड़ी चीज होती है। समय निकल जाने पर व्यक्ति सिर्फ पछताता रहता है। इसलिए हम बच्चो से कहते है कि समय की इज्जत करनी चाहिये। समय बहुत बलवान होता है।
यह बहुत कीमती होता है। जो व्यक्ति समय का उचित इस्तेमाल करता है वो सब कुछ पा लेता है। सभी कामो को निपटा लेता है। जो अपने समय को नष्ट करता है उसका बहुत नुकसान होता है। हम सभी को समय की इज्जत करनी चाहिये।
एक सफल व्यक्ति अपने जीवन में हर काम समय पर करता है। वो सुबह सही समय पर जागता है, नित्य क्रिया, नाश्ता करने के बाद सही समय पर ऑफिस निकल जाता है। शाम को सही समय पर भोजन और सोने से उसका स्वास्थ भी सही रहता है। ऐसे लोग जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं।
क्या भारतियों को समयनिष्ठ समझा जाता है? ARE INDIANS CONSIDERED PUNCTUAL?
पूरे विश्व में हमारा देश समयनिष्ठ न होने के लिए जाना जाता है। हम कोई भी काम समय पर नही करते है। अगर कही 9 बजे जाना है तो 10 बजे जाते हैं। हमारे देश में ट्रेने हमेशा लेट चलती है जिससे हमारी छवि खराब होती है।
जब कोई विदेशी नागरिक हमारे देश में आकर देखता है कि यहाँ पर कोई काम समय पर नही होता तो इससे देश की बदनामी होती है। जबकि जापान, ब्रिटेन, अमेरिका, साउथ कोरिया, स्विटजरलैंड, जैसे पाश्चात्य देश में लोग समय के पाबन्द होते है।
समयनिष्ठ होने से क्या लाभ है? ADVANTAGES OF BEING PUNCTUAL
समय का पाबन्द होने से बहुत से फायदे होते है। एक समय का पाबन्द किसान सही समय पर खेतो में बीज बोकर अच्छी फसल उगा सकता है। समय की कीमत व्यापारी सबसे अच्छी तरह से समझते है।
वो माल कम कीमत पर खरीदते है और सही समय आने पर माल को ऊंची कीमत पर बेचकर मुनाफा कमाते हैं। एक डॉक्टर समय पर मरीज का इलाज करके उसकी जान बचा सकता है। इस तरह से समयनिष्ठ होने के बहुत से फायदे होते है।
एक नेता समय पर प्रचार करके चुनाव जीत सकता है। छात्र छात्रायें सही समय पर पढकर टेस्ट में अच्छे नम्बर पा सकते हैं। पुलिस सही समय पर कार्यवाही करके अपराधी को पकड़ सकती है। जो लोग अपना एक मिनट भी बर्बाद नही करते उनके सभी काम पूरे हो जाते हैं। इसलिए एक कहावत है “समय ही पैसा है” Time is money
जो लोग होशियार होते है वो सब कुछ पहले से प्लान कर लेते है। इस तरह से सही समय पर सही काम करने से वो जल्द ही अपना घर, मकान बनवा लेते है। वृद्ध अवस्था के लिए पर्याप्त धन एकत्र कर लेते हैं। समय के पाबन्द लोग सही समय पर भोजन करते है, सही समय पर सोते और जागते है। इस तरह से उनका स्वास्थ अच्छा रहता है। वो दूसरे लोगो की तुलना में कम बीमार होते हैं।
समय के पाबंध लोग आत्मअनुशासित होते है। वो खुद ही अपना काम सही तरह से करते रहते है। उनको बार बार काम करने के लिए कहना नही पड़ता है।
ऐसी लोग ऑफिस में काम चोरी नही करते है। उनको बॉस भी बहुत पसंद करते है। समयनिष्ठ लोगों का प्रमोशन भी उनके साथियों की तुलना में जल्दी होता है। बॉस उनकी सेलरी भी बढ़ा देते है।
समयनिष्ठ न होने के नुकसान DISADVANTAGES OF NOT BEING A PUNCTUAL
जो लोग समय की कद्र नही करते है वो कभी भी कामयाब नही होते है। ऐसी लोगो को दुनिया आलसी, मक्कार और लापरवाह कहकर पुकारती है। उनके सारे काम लटके रहते है, अधूरे रहते है और कभी पूरे नही हो पाते है। ऐसे लोग सोचते है कि बाद में काम कर लेंगे पर तब तक बहुत देर हो जाती है। आजकल कुछ छात्र सोचते है कि परीक्षा आने पर पढ़ाई कर लेंगे पर ऐसा हो नही पाता है।
परीक्षा आने पर सभी विषयों का सिलेबस इकठ्ठा हो जाता है और फिर किसी भी विषय की तैयारी अच्छे से नही हो पाती है। जो लोग समय के पाबन्द नही होते उनकी कोई इज्जत नही करता है। लोग उनको लापरवाह समझते है। अगर होस्पिटल में डॉक्टर समय से न जाये तो कितने मरीजो की जान चली जाये।
अगर प्रकृति समयनिष्ठ न होती तो क्या होता WHAT HAD BEEN HAPPENED IF NATURE WAS NOT PUNCTUAL
जो लोग समय की पाबंदी को हल्के में लेते है, ऐसे लोग सोचिये की अगर प्रकृति हमे समय पर बारिश, गर्मी, सर्दी, धूप, हवा दे तो क्या हम जीवित रह पायेंगे? क्या हो अगर सूर्य सुबह के वक्त निकलने में लेट लतीफी दिखाये, क्या बच्चे स्कूल पढने जा सकेंगे?
अगर ऋतुचक्र न हो, मौसम सही समय पर न बदले तो क्या फसलों का विकास ठीक से हो पायेगा? क्या पेड़ो में फूलो से फल का निर्माण हो पायेगा?
ऐसा होने पर न तो कोई फसल उगेगी और न हमे खाने के लिए भोजन मिल पायेगा। हम सभी चाहते है कि समय पर हमे भोजन मिलता रहे, समय पर हमे चाय कॉफ़ी, नास्ता मिलता रहे। सब कुछ समय पर होता रहे तो उसके लिए हमे भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। इसलिए हम सभी को समयनिष्ठ होना चाहिये। यह एक महान गुण है।
निष्कर्ष Conclusion
आज के लेख में हमने आपको समयनिष्ठता पर एक अच्छा लेख दिया है। हम सभी को समय का पाबंद होना चाहिये। हमे बच्चो के अंदर समयनिष्ठता का गुण विकसित करना चाहिये। माता-पिता और शिक्षको को चाहिये कि बच्चो को समय की पाबंदी के महत्व को बतायें। यह सफलता का मूल मंत्र है।
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