सौर ऊर्जा पर निबंध (Essay on Solar Energy in Hindi )
हेल्लो दोस्तों, हम सभी जानते है कि सौर ऊर्जा यानी सूरज से प्राप्त होने वाली ऊष्मा और प्रकाश से ही सौर ऊर्जा का निर्माण होता है, जो पृथ्वी पर जीवन का एक अंतिम स्रोत है। सौर ऊर्जा, ऊर्जा का एक ऐसा स्रोत है, जो नष्ट नहीं किया जा सकता है।
इस ऊर्जा के उपयोग से अन्य चीजों की तरह प्रदूषण भी नहीं करता है। अगर सूर्य नहीं होता, तो पृथ्वी पर कोई जीवन नहीं होता और पृथ्वी भी सौरमंडल के किसी अन्य ग्रह की तरह होती। आज के इस लेख में हम आपको सौर ऊर्जा पर निबंध के बारे में बताने वाले है। इसके बारे मे जानने के लिए लेख को पूरा पढ़े।
पढ़ें : सौर उर्जा के फायदे और नुक्सान
सौर ऊर्जा क्या है?
सौर ऊर्जा, उर्जा का वह स्त्रोत है, जो सीधे सूर्य से प्राप्त की जाती है। सौर ऊर्जा ही मौसम एवं जलवायु का परिवर्तन के लिए उत्तरदायी है। धरती पर सभी प्रकार के लिए सौर ऊर्जा ही एक सहारा है। सौर उर्जा का उपयोग कई प्रकार से किया जाता है, लेकिन सौर ऊर्जा को विधुत उर्जा में बदलने को ही मुख्य रूप से सौर उर्जा के रूप में जाना जाता है।
सौर ऊर्जा का उपयोग क्या-क्या है?
आज की इस अधुनिकता में सौर ऊर्जा का उपयोग घरेलू और औद्योगिक रूप में किया जा रहा है। सौर ऊर्जा के घरेलू उपयोगों में औद्योगिक उपयोगों की तुलना में बड़ी मात्रा में सौर ऊर्जा की कटाई की आवश्यकता नहीं होती है। इसके घरेलू उपयोगों में सौर कुकर, सौर गर्म पानी की व्यवस्था और एयर कंडीशनर शामिल हैं जबकि सौर ऊर्जा के औद्योगिक अनुप्रयोगों में बिजली उत्पादन शामिल है।
सोलर कुकिंग, एक ऐसा सोलर यंत्र है जिसका उपयोग सौर ऊर्जा से खाना पकाने के लिए किया जाता है। प्रौद्योगिकी और औद्योगीकरण में लगातार बढ़ती प्रगति के साथ, सौर ऊर्जा के अनुप्रयोगों में खोज भी बढ़ेगी। सौर ऊर्जा हर चीज के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है, लेकिन इसके लिए हमे ये जानना होगा कि इसे उपयोग कैसे करना है।
सौर ऊर्जा के क्या लाभ हैं?
हम सभी जानते है कि आज के समय में किसी भी चीज के उपयोग से हम ऊर्जा तो प्राप्त कर लेते है लेकिन इसके बदले हमे प्रदूषण का सामना करता पड़ता है। लेकिन सौर ऊर्जा पर्यावरण प्रदूषण के प्रयोग से किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता है। सौर ऊर्जा उत्पन्न करने की प्रक्रिया में कोई भी रसायन या उत्पाद शामिल नहीं होता हैं, जो पर्यावरण के प्रदूषण का कारण हो सकते हैं। इसीलिए इसके उपयोग पर्यावरण स्वच्छ रहता है।
हम सभी जानते है कि ग्रामीण इलाकों में विधुत पहुँचाना आसान बात नही है, लेकिन सौर ऊर्जा की उपलब्धता में आसानी के कारण, इसका उपयोग ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में किया जा सकता है। इसके उपयोग से ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की समस्या को समाप्त किया जा सकता है। इसके उपयोग से ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश लोगों तक बिजली पहुँचाई जा सकती है और लागत की भी बचत होगी है।
दुनिया भर में सौर ऊर्जा का व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है और इसके महत्व को महसूस किया जा रहा है। सौर ऊर्जा, ऊर्जा का एक ऐसा स्त्रोत है। जो जीवन में कभी भी समाप्त नहीं होगी और यही कारण है कि ये दुनिया में ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
सौर ऊर्जा के नुकसान क्या हैं?
आप सभी को पता है सौर ऊर्जा के बहुत लाभ है लेकिन कई मामलों में इसके कुछ नुकसान भी है। जिसकी वजह से इसको नुक़सानदेह भी मानते है। इसके नुकसान के कारको में सबसे पहला कारक है कि इसका केवल दिन के दौरान अधिकतम किया जा सकता है क्योंकि दिन में सूरज चमकता है।
इसके अलावा इसमें उपयोग होने वाले उपकरण महंगे और नाज़ुक होते है। जैस पैनल, सौर कलेक्टर और सौर सेल शामिल हैं। ये सभी उपकरण बहुत नाज़ुक होते हैं और इसे बेचने के लिए बहुत ही देखभाल की आवश्यकता होती है
सौर ऊर्जा के पर्याप्त ऊर्जा एकत्र करने के लिए बड़े स्थानों की आवश्यकता होती है। जिसमे सौर ऊर्जा के संग्रह में बड़े सौर पैनलों, सौर कलेक्टरों और सेल के उपयोग के माध्यम से एक बड़े क्षेत्र को कवर करना होता है जिससे अधिक मात्रा में ऊर्जा एकत्र की जा सके।
सौर ऊर्जा, केवल सूर्य पर निर्भर होता है लेकिन बहुत से ऐसे जगह है जहाँ धूप कम होती है। ऐसे में सौर ऊर्जा का पूरी तरह से उपयोग असंभव है। या फिर सर्दियों में मौसम ख़राब होने पर धूप नही निकलती है ऐसे में सौर ऊर्जा का उपयोग पूरी तरह से असंभव हो जाता है, इसलिए ऊर्जा के अन्य स्त्रोत का भी उपयोग करना चाहिए।
हम केवल सौर ऊर्जा के निर्भर नही रह सकते है। ये ऊर्जा का एक वैकल्पिक स्रोत है। अर्थात आप इसका उपयोग गर्मियों के दौरान, विशेष रूप से दिन के दौरान। अपने गर्मियों के घर में आप सौर ऊर्जा का उपयोग करने का विकल्प के रूप में चुन सकते हैं और फिर बाकी मौसमों में बिजली का उपयोग कर सकते हैं।
उन देशों के लिए जो जलवायु में मौसमी बदलावों का अनुभव नहीं करते हैं। उनके लिए ये एक य सुविधाजनक स्त्रोत है और यह उनके लिए ऊर्जा का एक स्वतंत्र स्रोत हो सकता है।
सौर उत्पादित वस्तुएँ Solar Energy equipment’s
सौर ऊर्जा द्वारा तथा इसमें सहायक वस्तुओं व उपकरणों का निर्माण किया गया हैं, जो इस प्रकार हैं –
- सोलर पेनल,
- सोलर टोर्च
- ब्रेनी इको सोलर होम UPS 1100,
- सोलर DC सिस्टम 120,
- सोलर पावर कंडिशनिंग यूनिट,
- PV ग्रिड कनेक्टेड इन्वर्टर्स,
- सोलर चार्ज कंट्रोलर
- PWM टेक्नॉलोजी,
- MPPT टेक्नॉलोजी
- सोलर कन्वर्जन किट,
- सोलर शाइन वेव इन्वर्टर,
- सोलर बैटरी,
- सोलर होम लाइटिंग सिस्टम
- स्पार्कल ,
- सोलर स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम, आदि।
भारत में सौर ऊर्जा (Solar Energy in India)
भारत में सौर ऊर्जा के लाभों को देखते हुए अनेक प्रोजेक्ट प्रारंभ किये गये हैं जो इस प्रकार है-
1. भारत के थार मरुस्थल में देश का अब तक का सर्वोत्तम सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट प्रारंभ किया गया हैं, जो लगभग 700 – 2100 GW ऊर्जा उत्पन्न करने की क्षमता रखता है।
2. 1 मार्च, 2014 को मध्यप्रदेश के नीमच जिले में देश का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा प्लांट का उदघाटन किया हैं।
3. केंद्र सरकार ने ‘जवाहरलाल नेहरु राष्ट्रीय सौर ऊर्जा परियोजना (JNNSM) को शुरू किया है जो वर्ष 2022 तक 20,000 MW तक ऊर्जा उत्पादन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं।
Bahut badinya