गरीब कल्याण रोजगार अभियान PM Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan
इस लेख मे हमने गरीब कल्याण रोजगार अभियान Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan के विषय मे पूरी जानेंगे।
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प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोज़गार अभियान जो 20 जून को शुरू की जाएगी!
यह 20 जून को प्रधानमंत्री के द्वारा लॉन्च कि जाने वाली एक ऐसी योजना है जिसमें प्रवासी, लाखों लोगों की मृत्यु हो चुकी है तथा करोड़ों लोगों का रोज़गार छीन चुका है। भारत जैसे बड़े अर्थतंत्र वाले देश में तात्कालिक सुविधाएँ पहुँचाना एक मुश्किल काम है।
इस त्रासदी के कारण भारत के गरीब वर्ग के प्रवासी भारतीय जो नियमित या मासिक आजीविका पर जीवित थे वे बड़ी मात्रा में अपने मूल स्थान पर पलायन कर गए और अनेकों भुखमरी जैसे भयानक त्रासदी का शिकार हो रहें हैं ऐसे में कोई बड़ा और पारदर्शी कदम उठाना एक जरुरी काम था जो इस वर्तमान सरकार ने करने का प्रयास किया है।
प्रधानमंत्री के मंत्रालयों द्वारा गरीब प्रवासी मजदूरों के जीवन पोषण के लिए सबसे जरुरी चीज़ उनकी आजीविका को बढ़ाने का पूरा तानाबाना इस योजना में बुना गया है जिससे उनके जीवन के स्तर में फिर से बदलाव हो।
PM @narendramodi to launch Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan on 20th June to boost livelihood opportunities in Rural India. https://t.co/zCG7yxUaGq
— PMO India (@PMOIndia) June 18, 2020
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पढ़ें: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण डिपाज़ट स्कीम व योजना
इस कोविड महामारी में पलायन कर गए प्रवासी मजदूरों के लिए Pradhanmantri garib kalyan rojgar abhiyaan की शुरुवात होने वाली है। 20 जून को सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री द्वरा इस योजना PMGKRA को लॉन्च किया जाएगा।
इस योजना को लॉन्च करने का मुख्य कारण उन प्रवासी मजदूरों को रोज़गार देना है जो इस महामारी के कारण अपनी आजीविका खो चुकें है। इस योजना में 6 राज्यों के 116 जिलों को शामिल किया गया है जिनमें पलायन कर गए मजदूरों का दो तिहाई हिस्सा है।
PMGKRA प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुवात
PM Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan की शुरुवात प्रधानमंत्री शनिवार को वीडियो प्रेस कांफ्रेंसिंग के दौरान करेंगे जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार तथा उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी भी उपस्थित रहेंगे।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुवात बिहार के खगड़िया जिले के बेलदौर ब्लॉक के तेलिहर गाँव से होगी। लगभग 5 राज्यों के मुख्यमंत्री इस योजना के प्रारंभ अवसर पर उपस्थित रह सकते हैं। सरल शब्दों में कहें तो बड़े पैमाने पर पलायन कर गए लोग तथा गांवों में रहने वाले प्रवासी श्रमिकों को आजीविका के अवसर यह योजना प्रदान करेगी।
PM गरीब कल्याण रोज़गार अभियान में शामिल मंत्रालय और विभाग
यह सरकारी योजना 125 दिनों की होगी जिसे एक मिशन मोड पर चलाया जाएगा ताकि इसका लाभ प्रत्यक्ष रूप से तथा तेज गति से जरुरतमंदों को मिले। PMGKRA Rural employment campaign में 25 प्रकार के कार्यों को शामिल किया गया है।
PMGKRA में 50000 करोड़ की लागत लगी है जिसकी उद्घोषणा भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सहाय पैकेज के दौरान की थी। इस अभियान के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा के 25,000 से अधिक अपने गाँव पलायन कर गए प्रवासी श्रमिकों के साथ कुल 116 जिलों को चुना गया है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना में शामिल विभागों की सूचि
PM गरीब कल्याण रोजगार अभियान में 12 मंत्रालयों को शामिल किया है जिनकी सूचि निम्न है-
- रेलवे
- कृषि
- टेलिकॉम
- पंचायती राज
- ग्रामीण विकास
- बॉर्डर रोड
- सड़क परिवहन और राजमार्ग
- पर्यावरण
- खान (Mines)
- पेयजल और स्वच्छता
- नवीनतम तथा पुनः-प्राप्य उर्जा
- पट्रोलियम और प्राकृतिक गैस
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान की अवधि Time period of PM Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan
यह सरकारी स्कीम विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब लोगों के लिए 125 दिनों का लंबा रोजगार अभियान है। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 जून 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस पीएम गरीब कल्याण रोज़गार अभियान का शुभारंभ करेंगे। अभियान 22 अक्टूबर 2020 को समाप्त होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने इस अभियान के बारे में विस्तार से बताया था यह अभियान अगले 4 महीनों के लिए श्रमिकों को रोजगार देने के लिए स्पष्ट तानाबाना प्रदान कर रहा है उन्होंने कहा था की हम देखेंगे कि इस pm गरीब कल्याण रोजगार योजना के बाद कितने लोग नौकरियों की तलाश जारी रखना चाहते हैं या अपने कर्म-स्थली पर वापस जाना चाहते हैं फिर उस हिसाब से कदम लिए जायेंगे।
योजना का लाभ कैसे लें? How to take advantage of Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan?
निर्देशित किये गए 6 राज्यों के 116 जिलों के गाँवों में कॉमन सर्विस सेंटर और कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से लोग इस योजना में शामिल होंगे। CSC (कॉमन सर्विस सेण्टर) और KVK (कृषि विज्ञान केंद्र) को प्लेटफार्म के रूप में उपयोग में लिया जायेगा। जिसमे कोरोनावायरस (COVID-19) महामारी में तमाम सुरक्षा तथा सामजिक दुरी को ध्यान में रखकर इस योजना को कार्य रूप में परिणत किया जायेगा।