हिन्दू वैवाहिक रस्म हल्दी Hindu Wedding Ritual Haldi in Hindi

हिन्दू वैवाहिक रस्म हल्दी Hindu Wedding Ritual Haldi in Hindi

हिंदू रीति रिवाजों में अगर सबसे खूबसूरत, किसी प्रक्रिया को उठाकर यदि देखा जाए तो वह शादी है। हिंदू धर्म में शादी केवल एक बंधन नहीं, एक प्रणय सूत्र नहीं, एक उत्सव है। एक ऐसा उत्सव, जिसमें कई सारे खूबसूरत रीति रिवाज हैं।

हर रीति रिवाज़ का अपना एक महत्व है। हर रीति रिवाज़ शायद कोई ना कोई संदेश देना चाहती है। विवाह के दौरान किसी भी वक़्त यह नहीं लगता कि यह निरर्थक है, कभी यह नहीं लगता कि इस रिवाज़ को निभाने की जरूरत न थी, और यदि ऐसा लगे भी तो उस रिवाज़ के गूढ़ को समझने का प्रयास करना चाहिए। करोड़ों सालों से चले आ रहे ये, रीति रिवाज़, अपने तरह में अनूठे हैं।

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हिन्दू वैवाहिक रस्म हल्दी Hindu Wedding Ritual Haldi in Hindi 

शादी में हल्दी की रस्म क्या है? What is Haldi in Marriage ceremony?

हिंदू विवाह में शामिल रीति रिवाज़ों जैसे शगुन, बारात, वरमाला, सगाई इत्यादि में से, हल्दी भी एक है। हल्दी शादी से पहले, वर था वधू, दोनों ही पक्षों द्वारा मनाया जाने वाला एक रिवाज़ है। 

किस तरह मनाया जाता है? How Hindu ritual haldi is celebrated?

हल्दी का रिवाज़, एक ऐसा रिवाज़ है जो करोड़ों सालों से चलन में होने के बावजूद अब तक ज़रा भी नहीं बदला। हल्दी को कई जगहों पर पीथी रिवाज़ के नाम से ही जाना जाता है। हल्दी की परम्परा सदियों से चली आ रही है।

इसे शादी से पहले की सुबह को पूर्ण किया जाता है। कहा जाता है कि तारों की छांव में हल्दी लगाकर विवाह करने से वर एवं वधू का रूप, चांदनी सा खिलता है। वर एवं वधू से जुड़े सभी लोग उन्हे हल्दी लगाते हैं। इसे एक तरह से आशीर्वाद भी माना जाता है। हल्दी की रस्म के बिना विवाह सम्पन्न नहीं होता। 

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हल्दी का उबटन कैसे तैयार किया जाता है? How to prepare haldi for Indian wedding ritual Haldi? 

विवाह के दौरान, हल्दी की रस्म के दौरान लगाए जाने वाली हल्दी को कई जगह उबटन, कई जगह मंधा और कई जगह तेलबन के नाम से जाना जाता है। 

हल्दी को बनाने का तरीका हर कुल में अलग अलग होता है। कई परिवारों में हल्दी को चंदन के साथ मिलाकर, दूध में गूंथ लिया जाता है, वहीं कई परिवारों में हल्दी के साथ केवल गुलाबजल का इस्तेमाल किया जाता है। 

हल्दी का इस्तेमाल पारम्परिक तौर पर तेल एवं जल के साथ किया जाता है। इस दौरान हल्दी, तेल और जल की मात्रा इतनी ही रहती है कि इनका मिश्रण, एक लेप का रूप ले सके। 

हल्दी का ही प्रयोग क्यूं? Why turmeric used in Indian wedding ritual haldi?

भारतीय विवाह के दौरान सम्पन्न की जा रही हर रस्म के पीछे एक संदेश छुपा रहता है। यह बात तो शर्त लगाकर कही जा सकती है कि कोई भी रस्म बेमतलब नहीं होती। उसी प्रकार हल्दी के पीछे भी सार्थक कारण है। 

दरअसल हल्दी एक ऐसी बूटी है, जिसके प्रयोग से शरीर के सभी अपशिष्ट जो कि त्वचा पर जम जाते हैं, उन्हे हटाया जा सकता है। हल्दी और दूध का लेप, शरीर पर लगा कर, नहाने से शरीर पर मौजूद मृत कोशिकाएं, हट जाती हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यही कोशिकाएं, कैंसर को जन्म देती हैं। रूप निखारने के लिए घरेलू नुस्खों में हल्दी से बेहतर शायद कुछ भी नहीं है। 

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निष्कर्ष Conclusion

हल्दी के उपयोग देखकर, यह लगभग समझ आ ही जाता है कि हिन्दू विवाह में कोई भी रस्म निरर्थक नहीं है। हल्दी की रस्म का निर्माण करने वाले ऋषि मुनियों ने यह कितना सोच समझकर किया, यह देखने योग्य है।

विवाह एक ऐसा समारोह है, एक ऐसा उत्सव है, एक ऐसी प्रक्रिया है, जो कि हर व्यक्ति के जीवन में एक बार ही घटित होती है। ऐसे में उसका अच्छा दिखना भी जरूरी है।

हल्दी के दूसरे पहलू पर अगर नज़र डालें तो, हल्दी लगाने से आशीर्वाद के रूप में, ज़रा सोचिए परिवार में कितना स्नेह बढ़ता है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि यह एक ऐसी रस्म है, जो विवाह की हर रस्म की तरह सार्थक है, खूबसूरत है

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