अगर में देश का प्रधानमंत्री होता – निबंध Essay If I were the Prime Minister in Hindi
अगर में देश का प्रधानमंत्री होता – निबंध Essay If I were the Prime Minister in Hindi
क्या आपके दिमाग में यह प्रश्न कभी आया कि मैं अगर देश का प्रधानमंत्री होता ? ये प्रश्न हर किसी व्यक्ति के दिमाग में आ सकता है।
अगर वाकई आप देश के प्रधानमंत्री होते तो क्या करते ?
अगर में देश का प्रधानमंत्री होता – निबंध Essay If I were the Prime Minister in Hindi
इस परिस्थिति में आप जरूर देश के हित के लिए सोचते। कुछ ऐसे ही विचार मेरे मन में उत्पन्न हो रहे हैं अगर मुझे ये अवसर प्राप्त होता तो मैं जरूर ही अपने देश के कुछ क्षेत्रों में लम्बे समय तक सुधार करता और बदलाव लाता जो इस प्रकार हैं –
- सबसे पहले मैं अकुशल व्यक्तियों की क्षमता वृद्धि करता, उन्हें सशक्त बनाता, लोगों को बताता कि वे अपनी कुशलताओं का प्रयोग कैसे कर सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता अभियान चलाता, जिससे ग्रामीण साक्षर हो सके। ख़ास तौर पर महिलाओं के लिए अलग से अभियान शुरू करता। क्योंकि सही शिक्षा और सही मार्गदर्शन के जरिये ही हम अपने देश के लोगों को जागरूक बना सकते हैं। ग्रामीण लोगों को जागरूक बनाने के साथ ही साथ हमे आवश्यकता है कि हम आज की युवा पीढ़ी को भी जागरूक बनाये कि वे ज्यादा से ज्यादा अनुसंधान करे, तकनीकियों में आविष्कार करे और अपने ही देश में लागू करें। इसके अलावा युवाओं को समझाने की जरुरत है कि वे नौकरी के लिए विदेश न जाये बल्कि अपने देश में ही रहकर उन्नति करें। मैं रोजगार के बहुत से अवसर शुरू करता जिससे बेरोजगार लोग रोजगार हो सकें।
- दूसरी समस्या कुपोषण की है। भारत के कई क्षेत्र में कई लोग कुपोषण के शिकार हैं जिनमें बच्चों की संख्या ज्यादा है। इस स्थिति में आवश्यकता है कि इस तरह के क्षेत्रों में खाद्यान समस्या का हल किया जाये और इसके लिए अभियान चलाया जाए और पौष्टिक भोजन प्रदान किया जाये।
- आज भी कुछ क्षेत्रों में बालिकाओं की स्थिति अच्छी नहीं है। इसके लिए मैं कुछ ऐसी योजनाएं लाता जिससे बालिकाएं आत्म – निर्भर बन सकें। इसके लिए मैं आर्थिक मदद करता और घर – घर तक सन्देश पहुंचाता कि अगर बेटियां हैं तो हमारे समाज का विकास संभव है क्योंकि बेटियां भी बराबर से देश के विकास में सहयोग प्रदान करती हैं व पुरुषों से ज्यादा कर्मठ होती हैं। जो स्त्रियां अपना व्यवसाय स्थापित करना चाहती हैं उनके लिए ऋण प्रदान करवाता।
- इसके अलावा मैं बेटियों की सुरक्षा के लिए कुछ ख़ास कदम उठाता जिस तरह से आप देख रहे होंगे कि आज के युग में भी हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, आये दिन लड़कियों के साथ कुछ न कुछ घटना घटित होती है।
- आज के तकनीकि के दौर में हमारे देश के सभी व्यक्तियों को तकनीकियों का ज्ञान होना जरुरी है जिससे वे डिजिटल इंडिया को समझे और हमारा देश किसी भी क्षेत्र में पीछे न रहे और हम वस्तुओं के लिए विदेश पर निर्भर न हो। इसीलिए मैं अच्छी से अच्छी तकनीकियों को देश में लागु करवाता।
- आज भी हमारे देश में काफी गरीबी है जिसके चलते कुछ लोग दवाइयां लेने और अपना इलाज करने में असक्षम हैं। ऐसी स्थिति में मैं कम पैसों में उनका इलाज करवाता या चिकित्सा फ्री करवाता।
- जिन क्षेत्रों में अभी भी एलपीजी गैस नहीं पहुंची, उन क्षेत्रों तक एलपीजी गैस पहुंचाता जिससे गृहिणियों को खाना बनाने में कोई परेशानी न हो। इसी के साथ अगर देखा जाये तो आज भी कुछ लोग कच्चे घरों में रह रहे हैं उनके लिए स्कीम के तहत अच्छे आवास की व्यवस्था करवाता और घर – घर तक बिजली पहुंचवाता।
- शहरों के विकास के लिए और भी नई तकनीकियों को लागू करता जिससे वे स्मार्ट सिटी बन सके। कई तरह के प्रोजेक्ट कार्य को करवाता।
- लोगों के जीवकोपार्जन के लिए उनके कौशल में विकास करवाता जिससे वे अपने कार्य में कुशल होकर अच्छा रोजगार प्राप्त कर सकें।
- ग्रामीण क्षेत्रों में विकास हो इसके लिए उनमें सेल्फ हेल्प ग्रुप बनवाता और उनको कोई व्यवसाय अगर स्थापित करना चाहते हैं तो ट्रेनिंग दिलवाता और अच्छे ऋण की भी व्यवस्था करवाता।
- ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में अच्छी से अच्छी शिक्षा की पद्धतियों का प्रयोग करवाता और दूसरी तरफ बालक और बालिकाओं के लिए पौष्टिक भोजन की भी व्यवस्था करवाता जिससे बच्चे का सर्वांगीण विकास हो सके।
- स्त्रियों के हेल्थ इश्यूज को देखते हुए समय – समय पर फ्री चेक – अप कैंप लगवाता जिससे कि कोई बीमारी ग्रसित न हो। इसके साथ ही कम पैसों में लोगों का हेल्थ इन्शुरन्स भी करवाता।
- किसानों को कम पैसों में उत्तम बीजों की व्यवस्था करवाता और ऋण की व्यवस्था करवाता। इसके अलावा कृषि से जुडी अच्छी से अच्छी तकनीकियों को किसानों तक पहुंचवाता।
- गांव को शहरों से जोड़ने के लिए पक्की सड़कों का निर्माण करवाता, नहरों का निर्माण करवाता जिससे पूरे देश में जल पहुँचाया जा सके।
- बुजुर्गों के लिए पेंशन की भी व्यवस्था करवाता जिससे वे अपनी वृद्धावस्था में आराम से रह सकें।
- देश में स्तिथ सभी तरह के धार्मिक स्थलों, ऐतिहासिक इमारतों का जीर्णोंद्धार करवाता। इसके साथ ही शहरों में हो रहे प्रदूषणों को कम करने व स्वच्छता के लिए जागरूकता अभियान चलवाता। नदियों, तलवों की साफ़-सफाई करवाता।
- बच्चों के उत्साह को बढ़ाने के लिए स्कालरशिप की व्यवस्था करवाता। इसके अलावा बच्चों की पढ़ाई – लिखाई से जुड़े सारे खर्चे फ्री करवाता अगर वे वहन न कर पाते। विदेश से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए बच्चों की आर्थिक मदद करवाता। डॉक्टरेट या किसी तरह के अनुसंधान में अगर विद्यार्थी आगे बढ़ना चाहता है तो उसकी हर तरह से मदद करवाता।
- अच्छे से अच्छे आवासीय विद्यालयों को स्थापित करवाता जिससे कोई बच्चा शिक्षा से वंचित न रह जाये।
- शहरों के विकास के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करता और गुणवत्ता लाता।
- हर साल अच्छे ईलाज के आभाव में न जाने कितनी गर्भवती महिलाओं की मृत्यु हो जाती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए गर्भवती महिलाओं को हर तरह की सुविधाएं मुहैया करवाता।
- जीवकोपार्जन के लिए और सामाजिक जीवन में सुधार के लिए व्यक्ति को हर तरह की ऋण की व्यवस्था करवाता।
इसके अलावा भी लोगों के व्यक्तित्व में सुधार हो, इसके लिए कई तरह की ट्रेनिंग की व्यवस्था करवाता। ख़ास – तौर पर लोगों को सशक्त बनाने, उनका हौसला बढ़ाने आदि में मदद करवाता।
अशांति पूर्ण जीवन में सुधार के लिए जरुरत है एक अच्छे मानव बनने की, साथ ही साथ अध्यात्म की और शांति की। जो अराजकताएँ हमारे देश में फ़ैल रही हैं पहले उनको नष्ट करना आवश्यक है।
इन उदेश्यों की पूर्ती के लिए मैं समय – समय पर जागरूकता प्रोग्राम करवाता और इसे हर तरह के क्षेत्र में जरुरी कर देता। जिससे लोगों को अपने मानवीय गुणों का पता चले और मानवता पूर्ण आचरण करें।
अगर वास्तव में मुझे प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिले तो मैं कुछ इस तरह के कार्य करूँगा।