Apple iPhone और MacBook इतने महंगे क्यों होते हैं?

क्या आप जानना चाहते हैं Apple iPhone और MacBook इतने महंगे क्यों होते हैं? ज्यादातर लोग इस बात पर बहुत ही कंफ्यूज होते हैं की Apple के उत्पाद अन्य मोबाइल और कंप्यूटर कंपनियों के तुलना में कई गुना ज्यादा दाम में क्यों बिकते हैं?

आज के इस लेख में हमने बताया है कि Apple के उत्पादों का एक्सपेंसिव (expensive) होने का कारण क्या है और साथ ही एन्ड्रॉयड फोन (android phone) और आईओएस फोन (iOS Phone) में अंतर क्या हैं?

यहां तक की 2020 में एप्पल ने तब हद पार कर दिया जब Apple iPhone 12 के Box में charging adapter ना देने की बात कही। जबकि इस फोन के Models के दाम की बात करें तो ₹69000 से ₹129000 तक जाती है।

iPhone और Macbook के विषय में कुछ मुख्य बातें

कई वर्षों से एप्पल के उत्पाद चाइना अमेरिका या अन्य देशों से इंपोर्ट किए जाते थे परंतु साल 2020 से अब Apple iPhone भारत में भी मैन्युफैक्चर (manufacture) किया जाना शुरू हो गया है। हालांकि अब भी इसके दाम कोई कम नहीं हुए हैं।

एप्पल कंपनी का सबसे सस्ता iPhone लगभग ₹40000 का और Macbook ₹90000 से शुरू होता है। तो अगर आसान भाषा में कहा जाए तो किसी Middle Class फैमिली के लिए एक फोन और लैपटॉप के लिए इतना खर्चा करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है।

Macbook Pricing on Amazon India
Macbook Pricing on Amazon, India

मात्र इतना ही नहीं iPhone के मोबाइल और Macbook laptop accessories इतने महंगे होते हैं कि आप सोच भी नहीं सकते। Apple ने साल 2020 में Apple India Store ऑनलाइन लॉन्च किया है जहां आप जाकर देख सकते हैं की एप्पल के accessories के Price क्या है।

ऑफिशियल वेबसाइट https://www.apple.com/in/

Apple के मोबाइल accessories की अगर हम बात करें तो उनके price बहुत ही high होते हैं। उदाहरण के लिए अगर हम देखें Apple Airpods के दाम ₹14900-24900 online है और Macbook का Magic Keyboard ₹14900 का है। ऐसे हजारों Apple accessories आप Apple की वेबसाइट पर देख सकते हैं जिन का दाम बहुत ही ज्यादा होता है।

Some MacBook acessories
Some MacBook Acessories

लेकिन मुख्य बात तो यह है की आखिर इन एप्पल प्रोडक्ट (Apple Products) के दाम इतने ज्यादा क्यों है? क्या इन एप्पल के उत्पादों को सोना और चांदी से बनाया गया है?

ऐसे ही कई सवाल आप लोगों के दिमाग में होंगे। आइए अब जानते हैं Apple Products के महंगे होने का सही सच?

Apple के iOS, iPadOS, MacOS और Android OS में अंतर क्या हैं?

Apple के engineers ना सिर्फ अपने उत्पादों के हार्डवेयर (hardware) बल्कि उनके सॉफ्टवेयर (software) को भी डिजाइन करते हैं। एप्पल अपने सॉफ्टवेयर पर बहुत ही ज्यादा ध्यान देता हैं जिससे कि वह उनके द्वारा डिजाइन किए गए हार्डवेयर के साथ बहुत ही पावरफुल (powerful) तरीके से काम करे।

list of Top mobile phone OS used by people alI over the world Android iOS Others
source – https://www.idc.com/promo/smartphone-market-share/os

दुनिया भर में लगभग 85% मोबाइल फोन कंपनी Android OS का उपयोग अपने फोन में करती है। Android OS एक Open Source है जिसका उपयोग कोई भी कंपनी अपने मोबाइल फोन में कर सकती हैं और साथ ही इसमें अपना customization कर सकते हैं।

वहीं पर Apple का iOS, iPadOS और MacOS एक Closed OS है जिनका उपयोग मात्र एप्पल के डिवाइस में ही किया जा सकता है। Closed OS होने के फायदे भी बहुत हैं और इसके नुकसान भी हैं।

एक Open source प्रोग्राम मैं ज्यादा से ज्यादा डेवलपर अपना योगदान दे पाते हैं और उस पर चलने वाले सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन (software and application) बना सकते हैं। वही दूसरी जगह पर Closed OS में बहुत ही कम developers होने के कारण इसमें ज्यादा फेर बदल नहीं किया जा सकता है।

जिसके कारण Apple का iOS, iPadOS और MacOS, Google के Android OS से ज्यादा सुरक्षित माना जाता है क्योंकि यह एक Closed OS है।

iPhone और Macbook इतने महंगे क्यों होते हैं?

1. सॉफ्टवेयर Software

एप्पल का iOS, iPadOS, MacOS सही मायने में एक बेहतरीन एक्सपीरियंस देता है जो अन्य किसी भी मोबाइल फोन ब्रांड में आप नहीं देख सकते। जैसे कि हमने आपको ऊपर बताया एप्पल का ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) पूर्ण रूप से एक Closed OS है जिसके कारण एप्पल डिवाइस एंड्राइड की तुलना में बहुत ही कम Hack होने के चांस छोड़ देते हैं।

2. हार्डवेयर Hardware

Apple का खुद ही Software और Hardware होने के कारण Apple phones और laptops का performance बहुत ही जबरदस्त होता है इसलिए ज्यादातर coding और बड़े कंपनियों के कर्मचारी एप्पल के डिवाइस खरीदते हैं।

यह भी देखा गया है की Apple के उत्पाद अन्य Andoid और Windows की तुलना में बहुत ही कम हैंग (lag) होते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है Apple का खुद का OS और Hardware दोनों का मिला झूला optimization. 

3. प्रोडक्टस की बनावट और क्वालिटी Build and Appearance Quality

अगर एप्पल के फोन की क्वालिटी की बात करें तो वह बहुत ही अट्रैक्टिव और हाई क्वालिटी डिजाइन होते हैं। ज्यादातर फोन में 50 से 70% बॉडी मेटल से बने रहते हैं और वाटर रेसिस्टेंट के साथ-साथ रेटीना डिस्पले (Retina Display) जैसे फीचर देखने को मिलते हैं। 

आज Samsung जैसा ब्रांड भी Android OS पर बेहतरीन स्मार्टफोन बना रहा है परंतु फिर भी लोग Apple devices को सबसे ज्यादा प्रीमियम मानते हैं इसका सबसे बड़ा कारण है Apple उत्पादों का सबसे यूनिक डिजाइन। 

4. दिखावे के लिए Showoff

आज लोग इतने शिक्षित होने के बाद भी अपने जरूरत के हिसाब से नहीं बल्कि दिखावे के लिए मोबाइल फोन और लैपटॉप खरीदते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी की कई हद तक महंगे होने के बाद भी Apple के मोबाइल iPhone दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाले फोन हैं।

जी हां यह बात सच है कि लोग दिखावे के लिए भी आईफोन खरीदते हैं। आईफोन खरीदने वाले users में से लगभग 30 से 40% व्यक्ति Apple के प्रोडक्ट मात्र दिखावे के लिए खरीदते हैं जिससे कि वह अपने दोस्त और रिश्तेदारों मैं showoff कर सकें। 

News Chinese man Sold kidney for iPhone

ऐसे कई समाचार भी आपने पढ़े होंगे जहां लोग आईफोन के लिए अपनी किडनी तक बेच देते हैं। इस तरह का पागलपन भी Apple Products के डिमांड को बढ़ावा देते है जो इसके expensive होने का कारण हैं।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने पढ़ा iPhone और Macbook के विषय में कुछ मुख्य बातें, Apple के iOS, iPadOS, MacOS और Android OS में अंतर तथा iPhone और Macbook के इतने महंगे होने का कारण।

अगर आपकी कितनी income है कि आप एक Apple iPhone खरीद सकते हैं या Macbook ले सकते हैं तो जरूर खरीदें क्योंकि इसके प्रोडक्ट बहुत है हाई क्वालिटी और लॉन्ग लाइफ होते हैं। 

परंतु अगर आपकी income इतनी नहीं है कि आप Apple Product खरीद सकें या खरीदने के लिए आपको अपने बैंक का खाता खाली करना पड़ रहा है तो आप Android और Windows के डिवाइस भी चुन सकते हैं।

Note: यह लेख किसी भी कंपनी द्वारा Sponsor नहीं किया गया है। इसमें दी गई जानकारी मात्र ज्ञान के लिए है। हमारा वेबसाइट किसी भी ऊपर दिए हुए ब्रांड के उत्पादों को खरीदने के लिए प्रोत्साहन नहीं करता है।

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