पेड़ बचाओ जीवन बचाओ निबंध Save Trees Essay in Hindi
आज के इस लेख में हमने पेड़ बचाओ जीवन बचाओ निबंध हिन्दी में (Save Trees Essay in Hindi) लिखा है। यह एक प्रेरणादायक वृक्ष के संरक्षण पर अनुच्छेद है जिससे हमें पेड़-पौधे का महत्व ज्ञात होता है और हम इन्हें कैसे बचा सकते हैं उसकी भी जानकरी मिलती है।
आईये शुरू करते हैं – पेड़ बचाओ जीवन बचाओ निबंध Save Trees Essay in Hindi
प्रस्तावन Introduction (पेड़ बचाओ पर निबंध)
शुरुवात से ही पेड़-पौधों (वृक्षों) ने हमें जीवन की सबसे महत्वपूर्ण चीजें जैसे भोजन, रहने को घर और जीने के ऑक्सीजन दिया है। सिर्फ यही नहीं आज जो कुछ भी पृथ्वी पर है सब कुछ वृक्षों के कारण ही है। मनुष्य अपनी सभी आवश्यक वस्तु जैसे दवाईयां, खाना-पीना, हवा, जल सब कुछ पेड़-पौधों के बिना रहना असंभव है। इसलिए तो हम कहते हैं – पेड़ बचाओ पृथ्वी बचाओ (Save Tree Save Earth).
आज पेड़ बचाओ जीवन बचाओ की बात इस लिए हमें करना पड़ रहा है क्योंकि मनुष्य अब अन्य प्राकृतिक संसाधनों के जैसे ही पेड़-पौधों को भी नष्ट करते जा रहा है। दुनिया भर में बढती जनसंख्या के कारण लोगों को घर और खाना-पीना की मांग बढ़ते जा रही है जिसके कारण पेड़ों की अंधाधुंध कटाई होने लगी है। हलाकि पेड़ काटने के साथ सरकार कुछ नए पौधे भी लगा रही है परन्तु यह लोगों की बढती जनसंख्या की ज़रुरत को पूरा नहीं कर पा रहा है।
पेड़ बचाओ-पृथ्वी बचाओ पर निबंध विडियो Video on Save Tree Save Earth in Hindi
जीवन में पेड़-पौधों का महत्व Importance of Trees in Life (Hindi)
हमारे जीवन में पेड़-पौधों का बहुत महत्व है। आईये आपको एक-एक कर के बताते हैं वो कौन से ज़रूरी बाते हैं जिनको मध्य नज़र रखते हुए हमने वृक्ष-संरक्षण पर बहुत ध्यान देना होगा-
1. सामाजिक महत्व Social Values
पेड़-पौधे हर समाज के लिए एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। हमारे आस-पास के जगहों जैसे गलियों, पार्क, खेल के मैदान, और बगीचे में पेड़-पौधे स्वच्छ वायु प्रदान करते हैं और वातावरण को हरा-भरा और शांत रखते हैं।
वृक्षों से आस-पास का वातावरण सुन्दर और स्वच्छ रहता है जिससे जीवन जीने का स्तर बढ़ जाता है। पेड़-पौधों की छाव में अपने परिवार के साथ बैठ कर समय बिताने का एक अलग ही आनंद होता है। साथ ही शहरी क्षेत्रों में सड़क के दोनों तरफ पेड़ पौधे लगाने से सूरज की किरण को पेड़ रोकते हैं जिससे गर्मी के महीनों में शहर का तापमान ज्यादा नहीं बढ़ पाता है।
2. पर्यावरण मूल्य Environmental Value
पेड़-पौधें मनुष्य को स्वच्छ वायु और ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, साथ ही जलवायु सुधार, जल संरक्षण, मिट्टी के संरक्षण, और वन्य जीवन की सुरक्षा करते है। प्रकाश संश्लेषण या फोटोसिंथेसिस प्रोसेस के दौरान पेड़ पौधे कार्बन डाइऑक्साइड ले लेते हैं और ऑक्सीजन को छोड़ते हैं।
यही ऑक्सीजन मनुष्य को सांस लेने और जीवित रहने में मदद करता है। अमेरिका के कृषि अनुसंधान विभाग का कहना है की एक एकड़ जंगल से लगभग 6 टन कार्बन डाइऑक्साइड खत्म होता है और 4 टन ऑक्सीजन वायु को पेड़ो के माध्यम से प्राप्त होता है।
इतने ऑक्सीजन से 18 से 20 लोग आराम से 1 वर्ष तक जीवित रह सकते हैं। साथ ही पेड़ पौधे, गाड़ियों और कारखानों से उत्पत्ति होने वाले कार्बन डाइऑक्साइड गैस को भी खींच लेते हैं और ऑक्सीजन में बदल देते हैं।
गर्मी के महीनों में लंबे वृक्ष सूरज की तपती किरण को धरती तक पहुंचने से रोकते है जिससे धरती का तापमान ज्यादा नहीं बढ़ पाता है। बारिश के महीने में पेड़-पौधे के जड़ मजबूती से मिट्टी को पकड़ कर रखते हैं इससे मृदा अपरदन नहीं हो पाता है। ना सिर्फ धरती के ऊपर बल्कि धरती के अंदर के पानी को भी पेड़ पौधों के जड़ पकड़ कर रखते हैं जिससे बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा नहीं हो पाती है।
प्रति वर्ष कई टन पत्ते पेड़ों से गिरते हैं जिनसे अगर हम चाहें तो प्राकृतिक खाद बना सकते हैं। कई जीव-जंतु जैसे बकरी, हाथी, कोआला, बंदर, जिराफ आदि अपना पूरा जीवन पेड़ पौधों के पत्ते खाकर गुजारते हैं। कई लाख प्रजाति के पक्षी पेड़-पौधों पर रहते हैं।
3. आध्यात्मिक मूल्य Spiritual Value
हर कोई व्यक्ति पेड़ पौधों को इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि पेड़ पौधे देखने में बहुत ही सुंदर और अद्भुत होते हैं। सभी पेड़ पौधे देखने में सुंदर और अपनी जगह एक अलग ही रूप रंग और आकार के होते हैं।
हमारे देश भारत में वृक्षों की पूजा की जाती है और उन्हें भगवान का दर्जा दिया जाता है। कुछ महत्वपूर्ण पेड़ पौधे जैसे बरगद, पीपल, आम, बेल, केला कुछ आसान उदाहरण है जिनका हमारे देश में बहुत ही अधिक आध्यात्मिक मूल्य है। पेड़ पौधे हमारे जीवन और पर्यावरण में एक शांत और आरामदायक वातावरण को बनाये रखते हैं।
4. व्यावसायिक मूल्य Commercial Value
आज के इस आधुनिक युग में जब हर जगह नए शहर बन रहे हैं और घर बन रहे हैं ऐसे में पेड़ पौधों का व्यावसायिक मूल्य बहुत ही अधिक हो चुका है। आज भी विश्व के कई हिस्सों मैं लकड़ी को खाना पकाने के रूप में सबसे पहला ईंधन माना जाता है।
पेड़ से हमारा घर बनता है, फर्नीचर मिलता है, कई प्रकार के औजार बनते हैं पर लाखों छोटे-मोटे उपयोगी घरेलू चीजें बनती है। पेड़-पौधों से हमें खाने के लिए फल, बादाम भी मिलते हैं जो इसका सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
कुछ पेड़ो के अंदरुनी भाग से लैटेक्स प्राप्त होता है जिससे रबर बनाया जाता है। इसे लाखों महत्वपूर्ण रोज़ के कार्य हैं जो पेड़-पौधों के बिना असंभव हैं।
वनोन्मूलन का बुरा प्रभाव Effects of Deforestation
आज मनुष्य स्वयं के स्वार्थ के लिए पेड़ो को तेजी से कटता चले जा रहा है। अत्यधिक पेड़ काट देने के कारण ग्लोबल वार्मिंग, एसिड बारिश और ग्रीन हाउस इफ़ेक्ट जैसे मुश्किलों का सामना मनुष्य को करना पड़ रहा है।
आज पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए पेड़-पौधों को बचाना बहुत ही आवश्यक हो गया है। धीरे-धीरे पूरे विश्व भर की जनसंख्या बढ़ती चली जा रही है जिसके कारण लोगों को रहने के लिए नए घर बनाने पढ़ रहे हैं और इसी कारण पेड़ो को बहुत तेजी से काटा जा रहा है।
कई जगहों पर बड़े-बड़े कल कारखाने बनाने के लिए लोग बड़े-बड़े जंगलों को साफ कर रहे हैं जो की आने वाले समय में कई प्रकार के प्राकृतिक आपदाओं का कारण बन सकता है।
शहरी इलाकों में पेड़ो की कमी के कारण गाड़ियों से निकलने वाला प्रदूषित वायु आसमान में ही मंडराता रहता है। सोचने की बात यह है कि कहीं कोई ऐसा दिन ना आ जाए जिससे मनुष्य को ऑक्सीजन की कमी होने लगे क्योंकि पेड़ पौधे ही पर्यावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को लेकर हमें ऑक्सीजन देते हैं।
निष्कर्ष Conclusion
अगर कोई एसा दिन आया तो वह मनुष्य का अंत होगा और उसका कारण मनुष्य द्वारा फैलाया हुआ प्रदुषण और पेड़ों की कटाई होगा। ऐसे दिन को कभी भी ना आने देने के लिए आज हम सभी को यह प्रण लेना होगा कि हम किसी को भी पेड़ काटने नहीं देंगे और प्रति महीने एक पौधा अपने मोहल्ले में ज़रूर लगाएंगे।
ऐसी सोच रखना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि आज लगाए हुए पेड़-पौधे आने वाली पीढ़ी का जीवन हैं। अगर आपको ‘पेड़ बचाओ जीवन बचाओ निबंध Save Trees Essay in Hindi’ पोस्ट अच्छा लगा हो तो अपने सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
Nice essay on save trees
Super
Bestest nibandh I have ever read
Good
Thank u so much tomorrow I have examination and I will sure it will useful for me