भारत में युवा कौशल विकास Skilling the Youth of Indian in Hindi

आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे – भारत में युवा कौशल विकास के विषय में पूरी जानकारी Skilling the Youth of Indian in Hindi. साथ ही कौशल विकास क्या होता है, यह क्यों ज़रूरी है और और इसको विक्सित करने के तरीकों के बारें में भी बताएँगे।

भारत में युवा कौशल विकास Skilling the Youth of Indian in Hindi

कौशल विकास क्या होता है?

कौशल विकास से संबंध भारत के युवाओं को तकनीकी रूप से हुनरमंद बनाना है। पढ़ाई के साथ साथ उनके अंदर ऐसी योग्यताओं का विकास करना है जिससे वे रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। उनको आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त हो। युवाओं के अंदर जब तक तकनीकी कौशल का विकास नहीं होगा तब तक वे सही तरह से रोजगार नहीं प्राप्त कर पाएंगे। कौशल होना बहुत आवश्यक है।

हुनरमंद युवा अपना खुद का बिजनेस उद्योग शुरू करते हैं और बिजनेसमैन बन जाते हैं। इसमें ना सिर्फ वे अच्छा पैसा कमाते हैं बल्कि दूसरे लोगों को रोजगार देकर समाज का उत्थान करते हैं। भारत सरकार आजकल नए उद्योगों को बढ़ावा दे रही है। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि नए युवाओं को स्टार्ट अप (start up) शुरू करने चाहिए।

उद्यमी (Entrepreneur) बनने के लिए यह बेहद जरूरी होता है। प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है  “मैं भारत को विश्व की कौशल राजधानी बनाने के लिये पूरे राष्ट्र को प्रतिज्ञा करने के लिये आह्वान करता हूँ।”  उन्होंने कहा कि “कौशल विकास योजना, केवल जेब में रुपये भरना ऐसा नहीं है, बल्कि गरीबों के जीवन को आत्मविश्वास से भरना है।

20 वीं सदी की दक्षता तकनीक पर आधारित थी। पर 21वीं सदी की अर्थव्यवस्था दक्षता (कौशल) पर आधारित है। इसमें जिस व्यक्ति के पास अधिक कुशलता होगी वह आगे निकल जाएगा। हमारे देश के नवयुवा हर काम को करने की काबिलियत रखते हैं, पर अभी भी कई क्षेत्रों में विकास होना बाकी है। रोजगार परक दक्षता (skill) की कमी देखने को मिलती है। इसलिए अब भारत सरकार भी तेजी से कौशल विकास योजनाएं लांच कर रही है।

भारत के युवाओं का कौशल विकास होना क्यों जरूरी है?

  • हमारे देश में अनेक युवा ऐसे हैं जिनके अंदर प्रतिभा है परंतु गरीब होने के कारण वे महंगे प्रशिक्षण को प्राप्त नहीं कर पाते हैं। ऐसे में कौशल विकास करके उन्हें दक्ष (skilled) बनाया जा सकता है। भारत एक विश्वशक्ति तभी हो सकता है जब यहां के नवजवानो में विभिन्न प्रकार के कौशल होंगे। भारत की 60% आबादी 40 वर्ष से कम है। ऐसे में यहां बड़ी मात्रा में काम करने योग्य जनसंख्या हैं।
  • यदि सभी नवयुवक नव युवतियाँ विभिन्न प्रकार के कौशलों से युक्त हो जाते हैं तो वह नये कारोबार शुरू करेंगे जिससे भारत एक महाशक्ति बनकर उभरेगा और विश्व का नेतृत्व करेगा। इसके साथ ही नवजवान अपने पैरों पर खड़े होंगे। अपनी जीविका कमा सकेंगे। वह अपना रोजगार स्थापित करेंगे और दूसरे लोगों को रोजगार देकर समाज का विकास करेंगे।
  • कौशल विकास करने से भारत की गरीबी दूर करने में भी सहायता मिलेगी।
  • आज भारत के अनेक नौजवान विदेशों में जाकर नौकरियां करते हैं। देश में कौशल विकास योजना के शुरू होने के बाद भारत के युवाओं को विदेशों में नहीं जाना होगा। वही अपने देश में रहकर रोजगार पा सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं।
  • इससे भारत की प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी। राष्ट्रीय आय में वृद्धि होगी। लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा और भारत एक महाशक्ति के रूप में उतरेगा।
  • बेरोजगारी की समस्या खत्म होगी।

कौशल विकास करने के उपाय

उचित मार्गदर्शन

सबसे पहले सरकार को युवाओं का उचित मार्गदर्शन करना चाहिए। युवाओं की काउंसलिंग (counselling) की जाए और उनकी रचना के अनुसार उन्हें प्रशिक्षण दिया जाए। उदाहरण के लिए जो युवा कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी का कोर्स करना चाहिए उसे वही प्रशिक्षण दिया जाए।

जो युवा इंजीनियरिंग में रुचि रखता है उसे इंजीनियरिंग का प्रशिक्षण दिया जाए। इस तरह डाटा एंट्री ऑपरेटर, शोर्ट हैंड, ब्यूटीशियन, इलेक्ट्रिशियन, मैकेनिकल, कंप्यूटर और तकनीकी जैसे प्रशिक्षण दिए जा सकते हैं।

सही प्रशिक्षण

सरकार 6 महीने, 1 साल, 2 साल के समय के अनुसार प्रशिक्षण को दे सकती हैं। जब देश के युवाओं को सही प्रशिक्षण प्राप्त हो जाएगा तो अपने आप उन्हें नौकरी मिल जाएगी।

आजकल अनेक कंपनियां आईटीआई कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, कंप्यूटर टेक्नोलॉजी कॉलेज में जाकर युवाओं को नौकरी देती हैं। सभी कंपनियों को बस युवाओं में प्रतिभा और कौशल की आवश्यकता होती है। कंपनियां उन्हीं लोगों को नौकरी देना चाहती हैं जिनके अंदर टैलेंट हो।

भारत सरकार द्वारा शुरू की गई कौशल विकास की योजनाएं

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना

इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 जुलाई 2015 को की थी इस योजना के अनुसार 2022 तक भारत के 40 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है।

स्टैंड अप इंडिया (Stand up India)

इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अप्रैल 2016 को की इस योजना का लक्ष्य भारत में युवाओं के बीच बिजनेस व्यापार को बढ़ावा देना है और उद्यमिता का प्रसार करना है भारत के पिछड़े वर्ग के युवाओं अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के युवाओं को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देना इसका लक्ष्य है इसके साथ ही स्वरोजगार को बढ़ावा देना इस योजना का लक्ष्य है

मेक इन इंडिया (Make in India)

इस योजना को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर 2014 को शुरू किया था। इसके अंतर्गत भारत में उद्योगों को बढ़ावा दिया जायेगा। बाहरी देशों से कहा गया कि वे भारत में आकर अपने उद्योग धंधे स्थापित करें और यहीं पर प्रोडक्शन करें। इस योजना को शुरू करने के बाद अमेरिका, चीन ने भारत में 63 बिलियन डॉलर का निवेश FDI (Foreign Direct Investment) के रूप में किया।

जापान ने मेक इन इंडिया योजना के लिए 12 लाख करोड़ का फंड दिया है। इस योजना का लक्ष्य भारत में ऑटोमोबाइल, फूड प्रोसेसिंग, थर्मल पावर, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स, टैक्सटाइल और गारमेंट्स, बायोटेक्नोलॉजी, स्पेस, विमान उद्योग भारी मशीनरी, कंप्यूटर और इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, आयल और गैस जैसे क्षेत्रों में उद्योग धंधों को स्थापित करना है।

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