स्नो वाइट की कहानी Snow white story in Hindi

हेल्लो दोस्तों, आज के इस लेख में हम आपको स्नो वाइट और सात बौनों की कहानी (Snow white story in Hindi) सुनाने वाले है। मैं उम्मीद करता हूँ आपको ये कहानी पसंद आएगी।

स्नो वाइट की कहानी Snow white story in Hindi

स्नो वाइट का जन्म

बहुत समय पहले की बात है। एक राज्य में एक दयालु राजा अपनी रानी के साथ रहता था। उस राज्य की समस्त प्रजा राजा और रानी की बहुत ही इज़्ज़त करते थे। राजा और रानी के पास समस्त प्रकार की ख़ुशियाँ थी, लेकिन उनके पास एक केवल एक सन्तान की कमी थी।

सर्दियों मौसम का समय था, एक दिन रानी महल की खिड़की के पास खड़ी होकर कुछ सिल रही थी, उसी समय अचानक से एक स्नोबर्ड उड़ती हुई अंदर आ गई। रानी उस स्नोबर्ड को देखने लगी, जिससे उनका ध्यान सुई से हट गया और सुई उनके ऊँगली में चुभ गई।

रानी के ऊँगली से रक्त का एक कतरा ज़मीन पर, रक्त को देख कर रानी के मन में ख्याल आया। काश मेरी भी एक बेटी होती, जिसका रंग बर्फ जैसे सफ़ेद हो, होंठ रक्त की तरह लाल हो और बाल काले बादलों की तरह होते।

कुछ समय बीतने के बाद रानी की कल्पना सच हो गई, रानी ने एक बेटी को जन्म दिया। जो उनकी कल्पना से भी सुंदर थी। उसका रंग बर्फ जैसे गोरा था, इसीलिए उसका नाम स्नो वाइट (Snow White)  रखा गया।

रानी की मृत्यु

राजा-रानी स्नो वाइट के जन्म से बहुत ही खुश थे। लेकिन उनकी ख़ुशी ज्यादा दिन नही रही। क्योंकि रानी की तबियत ख़राब रहने लगी और एक दिन रानी, राजा और स्नो वाइट को अकेला छोड़ कर चली।

रानी ने मरने से पहले राजा से वचन लिया, कि वो स्नो वाइट का ख्याल रखेंगे और दूसरी शादी कर लेंगे। रानी के मरने के बाद राजा ने अपने वचन को निभाते हुए दूसरी शादी कर ली।

अहंकारी रानी

दूसरी रानी बहुत ही सुन्दर थी, लेकिन वो बहुत ही अहंकारी और क्रूर थी। दूसरी रानी को काला जादू भी आता था। जिससे रानी ने राजा को अपने वश में कर लिया था। रानी के पास एक जादुई आईना भी था, जो हमेशा सही बोलता था।

रानी हमेशा अपने आईने के पास खड़ी होती थी और उससे पूछती थी कि जादुई आईने, “बता इस दुनिया में सबसे सुंदर कौन है?”

जादुई आईना हमेशा उत्तर देता था, “रानी इस दुनिया में सबसे सुंदर आप है, आपसे ज्यादा सुंदर इस दुनिया में कोई नही है।”

यह सुनकर रानी बहुत ही खुश हो जाती थी, और उन्हें अपनी सुंदरता पर अभिमान होने लगा था।

धीरे-धीरे स्नो वाइट बड़ी होने लगी, और उसकी सुंदरता भी धीरे-धीरे निखरने लगी। वो अब पहले से भी ज्यादा सुंदर हो गई थी। एक दिन रानी ने हमेशा की तरह अपने जादुई से पूछा, “ए जादुई आईने बता इस दुनिया में सबसे सुंदर कौन है?”

इस बार जादुई आईने ने जवाब दिया, “दुनिया में सबसे सुंदर स्नो वाइट है।” यह सुनकर रानी को बहुत गुस्सा आया। रानी स्नो वाइट से ईर्ष्या करने लगी। और रानी ने स्नो वाइट को मारने की योजना बनाई।

उसने अपने एक सिपाही को बुलाया और उन्हें आदेश दिया, “स्नो वाइट को जंगल में ले जाकर मार डालो और सबूत के तौर पर मुझे उसका दिल चाहिए।”

रानी का आदेश मानकर सिपाही स्नो वाइट को जंगल ले गया, लेकिन उसकी मासूम चेहरे को देख कर वो उसे मार न सका। सिपाही ने राजकुमारी स्नो वाइट को रानी की असलियत बता दी और रानी से दूर रहने की सलाह दी।

सिपाही ने सबूत की तौर पर एक सूअर का दिल महल में दिखा दिया। जिसे देख कर रानी बहुत खुश हुई। क्योंकि अब दुनिया में उससे ज्यादा सुन्दर कोई नही था।

जंगल में बौनों का घर

इधर स्नो वाइट जंगल में अकेले भटक रही थी, दिन भर भटकने के बाद शाम को वो एक छोटे घर के पास पहुंची। उस घर में सात बौने रहते थे। स्नो वाइट ने घर का दरवाज़ा खटखटाया लेकिन किसी ने दरवाज़ा नही खोला।

स्नो वाइट ने दरवाज़े को धक्का दिया, और दरवाज़ा खुल गया। स्नो वाइट अंदर चली गई। घर बहुत ही साफ़ और सुंदर था। लेकिन वह रखी चीजें बहुत ही छोटे थे।

कमरे में खाने की एक छोटी सी मेज लगी हुई थी, और बैठने के लिए सात कुर्सियां भी थी। तथा कमरे में एक कतार में सात छोटे छोटे पलंग भी लगे थे। और उन पर मखमली बिछौना भी बिछा हुआ था।

पूरा दिन जंगल में भटकने के कारण स्नो वाइट को बहुत ही तेज की भूख लगी हुई थी, उसने मेज पर खाना लगाया और पूरा खाना खा गई। वह बहुत थक भी गई थी, इसलिए खाना खाते ही उसे नींद आ गई और वो पलंग पर सो गई।

सातों बौने रात होने पर घर वापस आये, घर के दरवाज़े खुले देकर वो चौक गये। घर के अंदर जाने पर उन्होंने देखा, मेज का सारा खाना ग़ायब है। शयन कक्ष में जाने पर उन्होंने देखा स्नो वाइट वहाँ सोयी हुई थी। सातों बौनों स्नो वाइट को सोने दिया क्योंकि वह सोते हुए बहुत ही प्यारी लग रही थी। सारे बौने भी उसके आस-पास सो गए।

जब स्नो वाइट की नींद खुली, तो वो बौनों को देखकर वह डर गई और उसके मुँह से चीख निकल गई। चीख सुनकर बौने भी उठ गए।

बौनों और स्नो-वाइट की दोस्ती

सारे बौनों ने स्नो वाइट से बहुत प्यार से बात किया, जिससे उसका डर दूर हो सके। उसके बाद स्नो वाइट ने अपनी पूरी कहानी बौनों को सुनाई। बौनों को स्नो वाइट पर दया आ गया। उन्होंने ने उसे अपने घर में रहने की अनुमति दे दी।

उसके बाद से दिन में सारे बौने काम पर जाते थे और स्नो वाइट घर की देखभाल करती थी। वो घर का सारा काम करती थी, सबके लिए खाना बनती थी। स्नो वाइट बौनों के साथ बहुत खुश थी और बौने भी उसके साथ खुश थे।

इधर एक दिन फिर रानी अपने जादुई आईने से पूछती , “ए जादुई आईने बता इस दुनिया में सबसे सुंदर कौन है?”

जादुई आईने से जवाब दिया, “आप बहुत सुंदर है, इसमें कोई दो राय नही है लेकिन सबसे सुंदर पहाड़ों के पास बौनों के साथ रहने वाली स्नो वाइट है।”                                             

इससे वो गुस्से से आग बबूला हो गई, वो सिपाही की धोखेबाजी को समझ गई। उसने सिपाही को कालकोठरी में डाल दिया। इस बार रानी ने खुद ही स्नो वाइट को मारने की साज़िश रची, जिससे वो किसी भी हालत में बच न सके।

दुष्ट रानी ने की स्नो वाइट को मारने की कोशिश

अगले दिन रानी, एक बूढ़ी औरत का का रूप लेकर बौनों के घर गई। बौने घर पर नही थे, स्नो वाइट घर पर अकेली थी। बुढ़िया के आवाज़ देने पर स्नो वाइट घर से बाहर निकली। बुढ़िया रानी ने अपने थैली से कंघी निकाली और स्नो वाइट से कहा, “बेटी मेरे पास यही एक कंघी बची है। अगर तुम इसके ख़रीद लो, जिससे मैं घर जा सकूँ।”

बूढ़ी औरत ने स्नो वाइट से कहा, “तुम्हारे बाल बहुत ही काले और घने है। आओ में तुम्हारे बाल बना दूँ।” स्नो वाइट ये नही जानती थी, कि ये बूढ़ी औरत उसकी सौतेली माँ है जो उसे मारने के लिए ज़हरीली कंघी लायी है।

बूढ़ी औरत के कहने पर स्नो वाइट बाल बनवाने के लिए तैयार हो गई। जैसे ही बूढ़ी रानी ने कंघी को बालों में लगाया, वो तुरंत जी बेहोश होकर ज़मीन पर गई।

रानी तुरंत ही वहां से निकल गई, रानी जानती थी कि कुछ देर में वो मर जाएगी। लेकिन स्नो वाइट की किस्मत अच्छी थी। रानी के जाते ही बौने घर आ गये। स्नो वाइट को ज़मीन पर पड़े देख वो उसके पास गए और उसके सिर से कंघी को निकाल दिया। इस तरह से वो मरने से बच गई।

उठने के बाद स्नो वाइट ने बौनों को पूरी बात बताई। तब बौनों ने स्नो वाइट को सतर्क रहने की सलाह दी और अजनबी के आने पर दरवाज़ा न खोलने को कहा।

स्नो वाइट की मौत

रानी महल जाकर एक बार फिर अपने जादुई आईने से पूछा, “अब बताओ कि इस दुनिया में सबसे सुंदर कौन है?”

आईने ने इस बार जवाब दिया, “इस दुनिया में सबसे सुंदर स्नो वाइट है।”

रानी समझ गई कि स्नो वाइट बच गई है। उसने इस बार स्नो वाइट मारने के लिए दूसरी योजना बनाई। इस बार रानी ने एक फल बेचने वाली औरत का भेष बनाकर बौनों के घर पहुँच गई। रानी ने बौनों का दरवाज़ा खटखटाया।

स्नो वाइट ने दरवाज़ा नही खोला क्योंकि वो पहले सतर्क थी। उसने अंदर से आवाज़ देकर पूछा कौन है?

रानी ने जवाब दिया, “बेटी मुझे बहुत प्यास लगी है क्या तुम मुझे पानी पिला सकती हो?”

स्नो वाइट ने खिड़की से देखा वहां एक बूढ़ी औरत बैठी थी। उसे लगा सच में वो प्यासी होगा। इसलिए स्नो वाइट में उसे पानी लाकर दिया। बूढ़ी औरत बनी रानी ने आशीर्वाद देते हुए बोली, “मेरे पास कुछ खास नही, लेकिन मेरे पास मेरे बाग़ का एक सेब है, वो मैं तुम्हें देना चाहती हूँ।” बूढ़ी औरत ने वो ज़हरीली सेब स्नो वाइट को दे दिया।

स्नो वाइट सेब लेना नही चाहती थी लेकिन उसने सेब ले लिया और बूढ़ी औरत के कहने पर जैसे ही उसने थोड़ा सा सेब खाया, वो बेहोश होकर ज़मीन पर गिर पड़ी।

शाम को जब बौने काम से वापस आये, तो उन्होंने देखा स्नो वाइट ज़मीन पर पड़ी थी और उससे थोड़ी दूरी पर कटा हुआ सेब पड़ा है। बौने समझ गए कि ये उस रानी का ही काम है।

रानी अपने महल वापस जाकर अपने आईने से पूछा, “अब बताओ इस दुनिया में सबसे सुंदर कौन है?”

इस बार आईने से जवाब दिया, “आप ही इस दुनिया में सबसे सुंदर है।” ये सुनकर रानी जान गई कि स्नो वाइट मर गई और वो बहुत इस बात से बहुत खुश हुई।

बौनों  ने स्नो वाइट को उठाया, उसे बहुत हिलाया डुलाया लेकिन वो नही उठी। सभी बौने दुखी होकर रोने लगे।

बौने स्नो वाइट को दफनाना नही चाहते थे, इसलिए उन्होंने स्नो वाइट के शरीर को एक कांच के ताबूत में रख दिया।  

जीवन दान

उसी समय जंगल से एक राजकुमार गुज़र रहा था। उसने स्नो वाइट को देखा। उसने सोचा ये तो वही है जिसकी छाया को राजकुमार ने अपने तालाब में देखा था। लेकिन जब वो उसके पास गया, तो उसने देखा वो मरी हुई है। बौनों से बात करने पर उसको पूरी कहानी का पता चला।

राजकुमार ने स्नो वाइट की शारीर को अपने साथ अपने राज्य ले आया और वहां उसके वैद्यों ने स्नो वाइट को ठीक कर दिया।

स्नो वाइट इतनी सुंदर थी कि राजकुमार को उससे प्यार हो गया और उसने स्नो वाइट के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा। स्नो वाइट ने शादी के लिए मना नही किया लेकिन उसने एक शर्त रखी कि वो विवाह अपने पिता की उपस्थिति में करेगी।

राजकुमार ने अपने गुप्तचरों से पता किया, तो पता चला कि स्नो वाइट के पिता को रानी ने बंदी बना रखा है और वो खुद ही शासन कर रही है।

स्नो वाइट बनी राजकुमारी

ये जानकर राजकुमार ने उस राज्य पर हमला करने का निर्णय किया। उसने अपनी पूरी सेना के साथ उस राज्य पर हमला कर दिया। जिसमे राजकुमार ने रानी को परास्त कर उसे बंदी बना लिया और स्नो वाइट के पिता को कारागार से आज़ाद कर दिया।

राजकुमार ने स्नो वाइट के पिता को छुड़ाने के बार उसके पिता की मौजूदगी में स्नो वाइट से विवाह कर लिया। वो दोनों ख़ुशी से रहने लगे।

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