मासलों का व्यापार कैसे शुरू करें How to start spices making business in hindi
मसाला एक ऐसी खाने में उपयोग होने वाली वस्तु है जो भारत ही नही बल्कि विदेशो में भी उपयोग किया जाता है. खाने को ज्यादा जज़िज़ और स्वादिस्ट बनाने के लिए हम मसालों का इस्तेमाल करते है. आम तौर पर हर घर में मसालों का इस्तेमाल किया जाता है और इसको देखते हुए मसालों का बिजनेस बहुत ही मुनाफे वाला बिजनेस है.
मासलों का व्यापार कैसे शुरू करें How to start spices making business in Hindi
Contents
मसालों का बिजनेस क्या है ?
ये एक तरह का लघु उद्योग है जो आप अपने घर से भी शुरू कर सकते है. इस बिजनेस में खड़े मसालों को बाजार से खरीद कर उनकी अलग अलग प्रक्रिया से उनको पीस कर इन मसालों को पैक करके बाजार में बेचते है.
मसालों के बिजनेस के लिए लाइसेंस
मसालों का बिजनेस एक तरह का खाद्य बिजनेस में आता है. खाद्य सामग्री से जुड़े लाइसेंस को फ़ूड सेफ्टी एंड स्टैण्डर्ड आफ इंडिया (FASSI) संस्था द्वारा प्रदान किया जाता है. लाइसेंस को प्राप्त करने के लिए आप को फ़ूड सेफ्टी एंड स्टैण्डर्ड आफ इंडिया (FSSAI) के वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होता है.
इसके कुछ समय बाद ये संस्था आप के मसालों के सैम्पल की जांच करेगी और यदि आप के मसालों की गुणवत्ता अच्छी रही तो आप को लाइसेंस दे देगी. लेकिन यदि आपके मासलो की गुणवत्ता अच्छी नही रही तो ये आप का लाइसेंस रद्द भी कर सकती है.
मसालों के व्यापार के लिए आवश्यक स्थान
मसालों का बिजनेस एक तरह का लघु उद्योग है और इसके आप अपने घर से भी शुरू कर सकते है. इसके लिए कम से कम 200 से 300 वर्ग मीटर का स्थान होना चाहिए क्योकि मासालों को सुखाने, पीसने, और पैक करने के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए.
मसालों के बिजनेस में लागत
मसालों के बिजनेस में आमतौर पर बहुत ही कम लागत आती है. क्योकि अगर आप हाथो से मसालों का व्यापार शुरू करते है तो इसमें बहुत काम का खर्च आएगा. अगर मशीनों को भी खरीदते है तो खर्चा थोडा बढ़ जाता है लेकिन हाथो से बिजनेस शुरू करने पर ज्यादा खर्चा नही आयेगा. इस बिजनेस को आप बिना मशीन के लगभग 25–35 हजार के अन्दर ही शुरू कर सकते है. इसमें केवल कच्चामाल और पंजीकरण जैसे पैसे का ही खर्चा आता है.
मासलों के बिजनेस के लिए मशीने
मसालों के बिजनेस की मशीने आप को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से मिल जायेगी. मसालों के बिजनेस की सभी मशीने खरीदने पर लगभग 4 लाख का खर्चा आता है. ये मशीने इस प्रकार है :
- स्पाइस ग्राइंडर
- ड्रायर
- पॉवर कैपसिटर
- इलेक्ट्रिक मोटर
- क्लीनर
- बैग सीलर
मसालों के बिजनेस के लिए कच्चा माल और उसकी कीमत
मसालों के बिजनेस में केवल कच्चे माल की जरुरत होती है जो मार्केट में आसानी से मिल जाते है. इस व्यापार के लिए आवश्यक कच्चामाल हल्दी, काली मिर्च, सूखी मिर्ची, जीरा, धनिया, आदि है. इन मसालों को खरीदते समय क्वालिटी देख कर ख़रीदे.
इन मसालों की कीमत इस प्रकार है –
- सूखी मीर्च : 130 रूपए प्रति किलोग्राम
- काली मिर्च : 500 रूपए प्रति किलोग्राम
- धनिया : 150 रूपए प्रति किलोग्राम
- जीरा : 200 रूपए प्रति किलोग्राम
- सूखी हल्दी : 145 रूपए प्रति किलोग्राम
मसालों के बनाने की प्रक्रिया
आमतौर पर घरों में उपयोग होने वाले मसालों को मशीनों ने पीसते है. लेकिन अगर हाथ से तैयार हुए मसाले ज्यादा अच्छे मानें जाते है. बहुत से लोगो का यह भी मानना है कि हाथो से तैयार किया हुआ मसाला मशीनो से तैयार किये हुए मसालों से ज्यादा स्वादिस्ट और पौष्टिक होते है.
- मसालों को तैयार करने के लिए सबसे पहले बाजार से ख़रीदे हुए कच्छे माल को अच्छी तरह से साफ़ कर ले. जिससे उसमे किसी तरह की गंदगी न रहे.
- उसके बाद इन मसालों को धुप में डाल देते है जिससे ये खड़े मसाले अच्छी तरह से सूख जाएँ.
- इसके बाद मसालों को मशीन या ओखली में पीस लेते है.
मसालों की पैकिंग
मसालों को बेचने से पहले उनको अपने ब्रांड के नाम के पैकेट या डिब्बे में पैक करे. जिससे आप के मसालों को एक अलग पहचान मिल सके. पैकिंग करने के बाद आप अपने ब्रांड के मसालों को मार्केट में बेच सकते है.
अपने मसालों का मार्केटिंग कैसे करें
आप अपने मसालों की मार्केटिंग कई तरह से कर सकते है जैसे –
- आप अपने मसालों को बेचने के लिए सीधे होलसेलर से व्यापार कर सकते है.
- आप चाहे तो अपने मसालों को छोटे और खुदरे दुकानदारों से भी अपने मसालों का व्यापार कर सकते है.
- आप चाहे तो किसी कंपनी से आर्डर लेकर उसके ब्रांड के लिए भी मसाले तैयार कर सकते है.
Help Source-
https://howtostartanllc.com/business-ideas/spices
https://www.quora.com/How-do-I-start-spice-business-in-India