इस लेख में आप विश्व तंबाकू निषेध दिवस (निबंध) World No Tobacco Day Essay in Hindi पढ़ेंगे। इसमें आप वर्ल्ड टबैको दी का इतिहास, महत्व, उद्देश्य, थीम, तंबाकू खाने से हानी, सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के विषय में पूरी जानकारी दी गई है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस निबंध World No Tobacco Day Essay in Hindi
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दोस्तों यदि देखा जाये तो वर्ष के सभी दिनों में कोई न कोई दिन को विशेष दिन के रूप में मनाया जाता है, वर्ष के दिनों को दिवस के रूप में मनाने का कारण उस दिन को एक विशेष दिन बनाकर उसके दिवस के प्रयोजन को सार्थक बनाना है।
विशेष दिन बनाने से यह लाभ होता है कि इस दिन का अपना एक अलग ही महत्व हो जाता है और जब वो दिन / तारीख आती है तो उससे सम्बंधित चीजो को उससे एसोसिएट कर दिया जाता है।
इसी प्रकार कैलेन्डर में एक दिन को विशेष रूप से विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है चलिए जानते है इसके बारें में –
विश्व तंबाकू निषेध दिवस दिन व महत्व World Tobacco Day Date and Importance
हर वर्ष 31 मई को विश्व भर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के नाम से मनाया जाने वाले इस दिन का एक विशेष महत्व है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य तंबाकू सेवन से होने वाले नुक्सान एवं स्वास्थ्य पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों की ओर इशारा करना है।
एवं तंबाकू या इसके उत्पादों के उपभोग पर रोक लगाना या इस्तेमाल को कम करने के लिए लोगों को जागरुक बनाना है। साथ ही इसका उद्देश्य लोगों को तंबाकू के कारण स्वास्थ्य पर होने वाले खतरे और साइड इफेक्ट को लेकर जागरुक करना और उन्हें इस चीज के इस्तेमाल से दूर करना है।
विश्व भर में हर वर्ष करीब 70 लाख मौते तंबाकू के सेवन के कारण होती हैं। सर्वप्रथम 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया था। आज भी यह दिवस प्रतिवर्ष तंबाकू की महामारी पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जा रहा है।
तंबाकू में मौजूद रसायनिक यौगिक Chemicals in Tobacco
तंबाकू में कई प्रकार के रासायनिक यौगिक मौजूद होते है, जो कई बीमारियों का कारण बनते है जो निम्न हैं –
- निकोटीन (एक रासायनिक यौगिक)
- हाइड्रोजन साइनाइड (Hydrogen cyanide)
- फॉर्मलडेहाइड (formaldehyde)
- लीड/सीसा की उपस्थिति।
- आर्सेनिक की अधिकता।
- बेंजीन का होना।
- कार्बन मोनोऑक्साइड आदि विषेले रासायनिक यौगिक शामिल होते हैं।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने का उद्देश्य World No Tobacco Day Objectives in Hindi
वार्षिक रूप से आयोजित होने वाला यह अभियान तंबाकू के हानिकारक उपयोग और घटक प्रभाव के विषय में जागरूकता फैलाने तथा किसी भी रूप में तंबाकू के उपयोग को हतोत्साहित करने का एक अवसर है।
अकाल मृत्यु होने के कारणों में से तंबाकू सेवन भी एक है, यह फेफड़ों को नुकसान पहुँचता है और गंभीर और अक्सर घातक स्थितियों जैसे कि हृदय रोग और फेफड़ों के कैंसर को बढ़ावा देने का कार्य करता है।
WHO की रिपोर्ट के अनुसार प्रति वर्ष करीब 8 मिलियन लोग इसके कहर से मर रहे हैं। इसके अत्यधिक सेवन से मुंह और फेफड़ों का कैंसर होने के चांसेस कई गुना बढ़ जाते हैं। इनमें फेफड़े के कैंसर से लेकर अस्थमा और हृदय से जुड़ी बीमारियां तक शामिल हैं।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम 2020 World No Tobacco Day Theme in Hindi
हर वर्ष विश्व तंबाकू निषेध दिवस किसी न किसी थीम के साथ मनाया जाता है। इसी प्रकार 2020 की थीम “युवाओं को इंडस्ट्री के हथकंडे से बचाना और उन्हें तंबाकू और निकोटिन के सेवन से रोकना है”।
हम सभी इस बात से अवगत हैं कि आज की युवा पीढ़ी कितनी तेजी से तंबाकू निर्मित पदार्थों का सेवन करने में आगे बढ़ रही है।
स्मोकिंग करना, हुक्का, कच्ची तंबाकू का सेवन, पान मसाला आदि पदार्थ का सेवन उनके स्टैण्डर्ड या यूँ कहें कि उनके सोसाइटी स्टेटस में शामिल हो रहा है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है।
तंबाकू के उपयोग से होने वाली बीमारी Diseases Cause By Tobacco Intake
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पूरी दुनिया में हर साल तंबाकू का सेवन करने के कारण लाखों लोगों की जान चली जाती है। हम आपको बता दें कि तंबाकू का अत्याधिक सेवन कई प्रकार की बीमारियों को न्योता देता है जो निम्न है-
- महिलाओं में प्रजनन संबंधी समस्या का होना।
- मुंह से बदबू आना।
- दमा जैसे बीमारी का होना।
- हृदय की बीमारी का होना।
- दांत खराब होना।
- आंखें कमजोर होना।
- मधुमेह जैसी बीमारी।
- आघात (स्ट्रोक) का होना।
- Premature होना (समय से पहले जन्म)।
- अंधापन और मोतियाबिंद की शिकायत होना।
इसके अलावा फेफड़ों का कैंसर, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, लिवर कैंसर, मुंह का कैंसर, डायबिटीज का खतरा, कोलन कैंसर और महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर जैसी कई प्रकार की गंभीर बीमारियां हो जाती हैं।
तंबाकू से उत्पन्न होने वाली इन बीमारियों के बारे में जानते हुए भी जो लोग तंबाकू या फिर उससे बनने वाले पान मसाले और सिगरेट का सेवन कर रहे हैं, उन्हें तंबाकू का सेवन करना छोड़ देना चाहिए।
यह ना केवल उनके स्वास्थ्य के लिए बल्कि उनके आस-पास रहने वाले लोगों के लिए एक वरदान साबित होगा।
सरकार द्वारा उठयें गये कदम Steps Taken By Government
तंबाकू के सेवन को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा अभी तक कई क़दम उठायें गये है जो निम्न है –
- WHO द्वारा 1987 में पारित प्रस्ताव में 7 अप्रैल 1988 को ‘विश्व धूम्रपान दिवस’ के रूप में घोषित किया गया। इसका उद्देश्य लोगों को कम से कम 24 घंटों के लिए तंबाकू, धूम्रपान का सेवन न करने के लिए उत्साहित करना था।
- 1988 में WHO द्वारा पारित अन्य प्रस्ताव में 31 मई को ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ के रूप में घोषित किया गया।
- 1992 में सरकार द्वारा तंबाकू की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
- 2003 में पारित अन्य अधिनियम के तहत तंबाकू उत्पादों पर सचित्र चेतावनी का प्रदर्शन अनिवार्य हो गया है।
- 2008 में WHO द्वारा सभी तंबाकू विज्ञापन, प्रचार और प्रायोजन पर विश्व भर में प्रतिबंध लगाने का आह्वान।
- WHO द्वारा 2015 में तंबाकू के उपयोग से होने वाले स्वास्थ्य सम्बन्धी जोखिमों के बारें में जागरूक किया और इसके उत्पादों के अवैध व्यापार को समाप्त करने के लिए प्रभावी नीतियों को बनाया।
- WHO द्वारा 2017 में, “विश्व तंबाकू निषेध दिवस” के बैनर के तहत तंबाकू का सेवन “विकास के लिए खतरा” के रूप में तम्बाकू पर ध्यान केंद्रित किया।
निष्कर्ष Conclusion
इस आप देख सकते है कि इसके सेवन से न केवल हम अपने आपको कठिनाई में डालते है बल्कि अपने परिवार को भी हम कठिनाई में डालने का कार्य करते है।
इस समस्या से जल्द से जल्द हमें उबरना चाहिए इसके लिए हमें प्रण लेना होगा यदि हम इसका उपभोग करते हैं तो धीरे धीरे इसका सेवन हमें कम करना होगा, और फिर इसका सेवन पूर्ण रूप से समाप्त करना होगा।
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भारत तंबाकू का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। अत: हम सभी को सरकार द्वारा चलाये जा रहे जागरूक कार्यक्रमों में खुद बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए और लोगो को भी अपनी ओर से जागरूक करने का कार्य करना होगा तभी हम तंबाकू मुक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकेंगे।
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