ब्रायलर मुर्गी दाना: प्रकार, लाभ, कहाँ से ख़रीदें, दाम

ब्रायलर मुर्गी दाना के विषय में जानना ब्रायलर फार्मिंग करने वाले किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

ब्रायलर मुर्गी पालन आधुनिक कृषि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो मांस उत्पादन के लिए तेजी से बढ़ने वाली मुर्गियों पर केंद्रित है। इस प्रक्रिया में, मुर्गियों को खिलाया जाने वाला दाना एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

सही प्रकार और गुणवत्ता का दाना न केवल मुर्गियों के विकास की गति को निर्धारित करता है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और अंतिम उत्पाद की गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है। 

खराब गुणवत्ता वाला दाना मुर्गियों में बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है, उनकी वृद्धि को धीमा कर सकता है और यहां तक कि मृत्यु दर में भी वृद्धि कर सकता है। 

वास्तव में, ब्रायलर फार्मिंग का पूरा व्यवसाय काफी हद तक ब्रूडिंग की सफलता पर निर्भर करता है, और ब्रूडिंग में यदि कोई त्रुटि हो जाती है, तो चूजे कमजोर होकर मर सकते हैं, भले ही उन्हें उच्च गुणवत्ता वाला दाना ही क्यों न दिया जाए। इसलिए, ब्रायलर मुर्गियों के लिए सही दाने का चुनाव और उसका उचित प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है।  

अच्छी गुणवत्ता वाले ब्रायलर मुर्गी दाने के कई महत्वपूर्ण लाभ हैं। सबसे पहले, यह मुर्गियों को तेजी से वजन बढ़ाने में मदद करता है। 

इसके अतिरिक्त, यह बेहतर फ़ीड रूपांतरण दक्षता प्रदान करता है, जिसका अर्थ है कि मुर्गियां कम दाना खाकर अधिक वजन प्राप्त करती हैं। संतुलित पोषण मुर्गियों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, जिससे वे बीमारियों से बेहतर ढंग से लड़ पाती हैं। 

उच्च गुणवत्ता वाला दाना मुर्गियों की मृत्यु दर को भी कम करता है। इसके अलावा, यह मांस की बेहतर गुणवत्ता और स्वाद में योगदान देता है। 

अच्छे दाने में आवश्यक विटामिन, खनिज और अमीनो एसिड होते हैं, जो मुर्गियों के समग्र स्वास्थ्य और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ विशेष तत्व, जैसे कि थ्रेओनीन, मुर्गियों के सीने के मांस की वृद्धि में विशेष रूप से सहायक होते हैं।  

ब्रायलर मुर्गियों के जीवन चक्र में उनके विकास की विभिन्न अवस्थाओं के अनुसार अलग-अलग प्रकार के दाने की आवश्यकता होती है। मुख्य रूप से तीन प्रकार के दाने इस्तेमाल किए जाते हैं: प्री-स्टार्टर, स्टार्टर और फिनिशर।  

प्री-स्टार्टर दाना

यह दाना 0 से 10 दिन तक की उम्र के चूजों के लिए आवश्यक होता है। कुछ विशेषज्ञ पहले 10 दिनों के लिए सुपर स्टार्टर का उपयोग करने की सलाह देते हैं, जिसमें उच्च गुणवत्ता वाले तत्व शामिल होते हैं। 

प्री-स्टार्टर दाना चूजों को तीसरे दिन से फीडर में देना शुरू कर देना चाहिए, और पहले कुछ दिनों तक इसे अखबार पर भी थोड़ा छिड़कना चाहिए। 

यह नवजात चूजों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है और उनके पाचन तंत्र और प्रतिरक्षा प्रणाली के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

नवजात चूजों की पाचन क्षमता सीमित होती है, इसलिए प्री-स्टार्टर फीड में उच्च गुणवत्ता वाले और आसानी से पचने योग्य तत्वों का होना आवश्यक है।  

प्री-स्टार्टर दाने में पोषक तत्व और उनके लाभ: इसमें उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन होते हैं जो तेजी से विकास को बढ़ावा देते हैं। आवश्यक अमीनो एसिड विकास में मदद करते हैं। 

साथ ही आवश्यक विटामिन और खनिज प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। इसमें सर्वोत्तम ऊर्जा अनुपात होता है जो ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करता है। 

यह आसानी से पचने योग्य तत्वों से बना होता है, जो युवा चूजों के लिए उपयुक्त है। प्री-स्टार्टर फीड में विशेष रूप से उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन और आवश्यक अमीनो एसिड की आवश्यकता होती है ताकि चूजों का प्रारंभिक विकास स्वस्थ हो।  

स्टार्टर दाना

यह दाना 7 दिनों की उम्र के बाद से लगभग 21 दिनों तक दिया जाता है। यह तेजी से विकास और मांसपेशियों के विकास में सहायक होता है। 

स्टार्टर फीड में आमतौर पर लगभग 22% प्रोटीन होता है। स्टार्टर फीड का मुख्य उद्देश्य चूजों को तेजी से बढ़ने और मजबूत बनने के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व प्रदान करना है। 

प्री-स्टार्टर की तुलना में स्टार्टर फीड में प्रोटीन की मात्रा थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन यह अभी भी तेजी से विकास के लिए आवश्यक है।  

स्टार्टर दाने में पोषक तत्व और उनके लाभ: इसमें उच्च प्रोटीन (लगभग 22%) होता है जो तेजी से मांसपेशियों के विकास का समर्थन करता है। 

आवश्यक विटामिन और खनिज स्वस्थ विकास और प्रतिरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसमें संतुलित ऊर्जा सामग्री होती है जो सक्रिय विकास के लिए ऊर्जा प्रदान करती है। 

स्टार्टर फीड का मुख्य लाभ यह है कि यह चूजों को तेजी से बढ़ने और मजबूत बनने के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व प्रदान करता है।  

ग्रोवर दाना

यह दाना लगभग 4 सप्ताह की उम्र के बाद दिया जाता है। यह मांसपेशियों और हड्डियों के स्वस्थ विकास को बढ़ावा देता है। ग्रोवर फीड में प्रोटीन की मात्रा स्टार्टर फीड से थोड़ी कम होती है ताकि वजन बढ़ना नियंत्रित रहे। 

इस फीड में आंत के स्वास्थ्य के लिए प्रोबायोटिक्स भी शामिल होते हैं। ग्रोवर फीड का उद्देश्य विकास की गति को थोड़ा धीमा करना है ताकि हड्डियां और मांसपेशियां एक साथ मजबूत हो सकें।  

ग्रोवर दाने में पोषक तत्व और उनके लाभ: इसमें नियंत्रित प्रोटीन स्तर (स्टार्टर से कम) होता है जो संतुलित वजन बढ़ाने में मदद करता है। प्रोबायोटिक्स आंत के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। 

आवश्यक विटामिन और खनिज हड्डियों और पंखों के स्वस्थ विकास को बढ़ावा देते हैं। ग्रोवर फीड में प्रोबायोटिक्स का समावेश आंत के स्वास्थ्य को बनाए रखने और बीमारियों से बचाने में मदद करता है, जो तेजी से विकास के दौरान महत्वपूर्ण है। 

न्यू कंट्री ऑर्गेनिक ग्रोवर फीड में ऑर्गेनिक मटर, मक्का, गेहूं, मछली का भोजन, जई, अल्फाल्फा भोजन और अलसी जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।  

फिनिशर दाना

यह दाना ब्रायलर के वध से लगभग 2 सप्ताह पहले दिया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य अंतिम वजन बढ़ाना और मांस की गुणवत्ता में सुधार करना है। 

बड़े दाने वाले फिनिशर फीड में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। यह ब्रायलर को स्वस्थ और विपणन योग्य स्थिति में वध के लिए तैयार करता है। 

फिनिशर फीड में प्रोटीन की तुलना में ऊर्जा (कार्बोहाइड्रेट और वसा) का अनुपात अधिक होता है ताकि तेजी से वसा जमाव हो सके और मांस की गुणवत्ता सुधरे।  

प्रत्येक प्रकार के दाने में विशिष्ट पोषक तत्व होते हैं जो मुर्गियों के विकास की उस विशेष अवस्था की जरूरतों को पूरा करते हैं।

फिनिशर दाने में पोषक तत्व और उनके लाभ: इसमें उच्च मेटाबोलाइजेबल ऊर्जा (3100 किलो कैलोरी/किलोग्राम) होती है जो तेजी से वजन बढ़ाने के लिए आवश्यक है। 

इसमें संतुलित प्रोटीन, खनिज और विटामिन होते हैं जो स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक हैं। विटामिन ई और सेलेनियम स्वस्थ त्वचा और पंखों के लिए महत्वपूर्ण हैं। 

आवश्यक अमीनो एसिड समग्र स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं। फिनिशर फीड का मुख्य उद्देश्य वध से पहले ब्रायलर का वजन बढ़ाना और मांस में उचित वसा का जमाव सुनिश्चित करना है, जिसके लिए उच्च ऊर्जा सामग्री महत्वपूर्ण है। 

ब्रायलर मुर्गी दाने के विभिन्न चरणों में पोषक तत्वों की तुलना

पोषक तत्वप्री-स्टार्टरस्टार्टरग्रोवरफिनिशर
प्रोटीन (%)उच्च22%कमसंतुलित
ऊर्जा (किलो कैलोरी/किग्रा)सर्वोत्तमसंतुलितसंतुलितउच्च
विटामिन और खनिजआवश्यकआवश्यकआवश्यकआवश्यक
प्रोबायोटिक्सवैकल्पिकवैकल्पिकमौजूदवैकल्पिक
उद्देश्यप्रारंभिक विकासतेजी से विकासमांसपेशियों और हड्डियों का विकासअंतिम वजन और मांस की गुणवत्ता

ब्रायलर मुर्गी दाना खरीदने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं।

ऑनलाइन पोल्ट्री फीड आपूर्तिकर्ता

अमेज़न और अन्य ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर विभिन्न ब्रांडों के ब्रायलर फीड उपलब्ध हैं। ऑनलाइन खरीदारी सुविधा प्रदान करती है और विभिन्न विकल्पों की तुलना करना आसान बनाती है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म विभिन्न ब्रांडों और आपूर्तिकर्ताओं तक पहुंच प्रदान करते हैं, जिससे किसानों के लिए विकल्पों की तुलना करना और अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सर्वोत्तम फीड चुनना आसान हो जाता है। हालांकि आपको मुर्गी दाना लोकल डीलर से सस्ते में मिल पाएगा।

स्थानीय कृषि और पोल्ट्री स्टोर

स्थानीय बाजारों और कृषि आपूर्ति दुकानों में ब्रायलर फीड के विभिन्न ब्रांड मिल सकते हैं। स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं से खरीदने पर परिवहन लागत कम हो सकती है। दुकानदार उत्पाद के बारे में व्यक्तिगत सलाह और जानकारी भी प्रदान कर सकते हैं।

फैक्टरी से सीधे दाना खरीदने के फायदे

फैक्ट्री से सीधे खरीदने पर मध्यस्थों के कमीशन से बचा जा सकता है, जिससे लागत कम हो सकती है। गुणवत्ता और ताजगी की बेहतर गारंटी मिल सकती है। बड़ी मात्रा में खरीद पर विशेष छूट भी मिल सकती है। 

फैक्ट्री से सीधे दाना खरीदने से किसानों को लागत कम करने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने में मदद मिल सकती है, खासकर बड़े पैमाने के operations के लिए।  

ब्रायलर मुर्गी दाने की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है। विभिन्न प्रकार के ब्रायलर फीड की कीमतें ब्रांड, गुणवत्ता और खरीद की मात्रा के आधार पर अलग-अलग होती हैं। 

कुछ स्रोतों के अनुसार, ब्रायलर फीड की कीमत ₹ 25 से ₹ 60 प्रति किलोग्राम तक हो सकती है। थोक में खरीदने पर कीमतें कम हो सकती हैं। 

ब्रायलर फीड की कीमतें काफी परिवर्तनशील हो सकती हैं, इसलिए किसानों को विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं से कीमतों की तुलना करना महत्वपूर्ण है।  

कीमतों को प्रभावित करने वाले कारकों में सामग्री की लागत (जैसे मक्का, सोयाबीन, आदि) प्रमुख है। कृषि वस्तुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव सीधे ब्रायलर फीड की लागत को प्रभावित कर सकता है। 

परिवहन लागत भी कीमतों में भूमिका निभाती है। ब्रांड और निर्माता की प्रतिष्ठा का भी असर होता है। मौसम और मांग आपूर्ति की गतिशीलता भी कीमतों को प्रभावित कर सकती है।  

थोक और खुदरा कीमतों में अंतर होता है। थोक में खरीदने पर खुदरा कीमतों की तुलना में प्रति किलोग्राम लागत कम होती है। बड़े पैमाने के किसानों के लिए थोक खरीद अधिक किफायती विकल्प हो सकता है। 

थोक खरीद से लागत में महत्वपूर्ण बचत हो सकती है, खासकर बड़े पोल्ट्री फार्मों के लिए जहां फीड की खपत बहुत अधिक होती है।  

ब्रायलर मुर्गी दाने का उचित भंडारण और उपयोग उसकी गुणवत्ता बनाए रखने और मुर्गियों के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।

दाने को नमी और खराब होने से बचाने के लिए भंडारण के सुझाव

दाने को ठंडी, सूखी और हवादार जगह पर स्टोर करें। प्रत्यक्ष सूर्य के प्रकाश से बचाएं। दाने को फर्श से ऊपर रखें ताकि नमी से बचाव हो सके। कीटों और चूहों से बचाने के लिए सीलबंद कंटेनरों का उपयोग करें। 

पुराने स्टॉक से पहले नए स्टॉक का उपयोग करें (पहले आओ, पहले जाओ का नियम)। दाने को रसायनों और दवाओं से दूर रखें। 

अनुचित भंडारण से दाने की गुणवत्ता कम हो सकती है, जिसमें विटामिन, आवश्यक फैटी एसिड और एंटीऑक्सिडेंट का नुकसान शामिल है, जिससे मुर्गियों का विकास धीमा हो सकता है और मृत्यु दर बढ़ सकती है।  

दाने को खिलाने की उचित मात्रा और समय

चूजों को पहले सप्ताह में थोड़ा-थोड़ा करके दिन में कई बार दाना खिलाना चाहिए। बढ़ती उम्र के साथ दाने की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ानी चाहिए। दाना हमेशा साफ और ताज़ा होना चाहिए। 

पानी हमेशा उपलब्ध रहना चाहिए। ब्रायलर मुर्गियों की पानी की खपत उनके दाने की खपत से जुड़ी होती है, खासकर गर्मियों में। इसलिए, पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।  

विभिन्न मौसमों में दाना प्रबंधन

गर्मियों में मुर्गियों को तेज तापमान से बचाना चाहिए। ठंड के मौसम में संतुलित आहार प्रबंधन महत्वपूर्ण है। मौसम के अनुसार दाने की संरचना में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है। 

बदलते मौसम के अनुसार ब्रायलर मुर्गियों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं में बदलाव आता है, इसलिए किसानों को अपने दाना प्रबंधन प्रथाओं को समायोजित करना चाहिए।  

बाजार में मुर्गी दाना के विभिन्न ब्रांड

बाजार में कई प्रमुख ब्रायलर मुर्गी दाना ब्रांड उपलब्ध हैं। भारत में सुगुना, गोदरेज, उत्कल फीड्स और हिंद्दिता फीड्स जैसे कई राष्ट्रीय और क्षेत्रीय ब्रांड लोकप्रिय हैं। 

कुछ ब्रांड विशेष प्रकार के फीड भी प्रदान करते हैं, जैसे ऑर्गेनिक और सोया-मुक्त। विभिन्न ब्रांड विभिन्न गुणवत्ता और मूल्य बिंदुओं पर फीड प्रदान करते हैं, जिससे किसानों को अपनी बजट और गुणवत्ता की आवश्यकताओं के अनुसार चयन करने की सुविधा मिलती है।  

विभिन्न ब्रांडों की गुणवत्ता और विशेषताओं की तुलना उनकी सामग्री, पोषक तत्वों की संरचना और फ़ीड रूपांतरण दक्षता के आधार पर की जा सकती है। 

कुछ ब्रांड विशेष योजक (जैसे प्रोबायोटिक्स, एंजाइम) शामिल करते हैं जो अतिरिक्त लाभ प्रदान कर सकते हैं। किसानों को अन्य उपयोगकर्ताओं से समीक्षाएं और प्रतिक्रिया भी देखनी चाहिए। 

कुछ फीड ब्रांडों में फाइटेज जैसे एंजाइम शामिल होते हैं, जो ब्रायलर पक्षियों में फास्फोरस की उपलब्धता को बढ़ाते हैं और फीड की लागत को कम कर सकते हैं। 

अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सही ब्रांड का चुनाव करने के लिए अपनी बजट सीमा निर्धारित करें, अपने ब्रायलर मुर्गियों की उम्र और विकास के चरण पर विचार करें, फ़ीड रूपांतरण दक्षता और विकास दर जैसे कारकों का मूल्यांकन करें, और स्थानीय रूप से उपलब्धता और आपूर्तिकर्ता की विश्वसनीयता की जांच करें।  

सफल ब्रायलर मुर्गी पालन के लिए अनुभवी किसानों के कुछ महत्वपूर्ण सुझाव इस प्रकार हैं: चूजों के पहले दो सप्ताह महत्वपूर्ण होते हैं, इसलिए उचित देखभाल और पोषण सुनिश्चित करें। 

प्री-स्टार्टर, स्टार्टर और फिनिशर जैसे विभिन्न चरणों के लिए सही प्रकार का दाना खिलाएं। दाना खिलाने के साथ-साथ पानी की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें। 

अनुभवी किसान बताते हैं कि चूजों को पहले कुछ दिनों तक पानी में इलेक्ट्रल पाउडर या ग्लूकोज मिलाकर देना चाहिए। उत्पादन और लाभ को अधिकतम करने के लिए स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बनाए रखें, नियमित टीकाकरण और बीमारियों से बचाव करें , अपने पक्षियों के विकास और स्वास्थ्य की निगरानी करें , और बाजार की मांग और कीमतों पर नज़र रखें। 

कुछ किसान पोल्ट्री फीड में हल्दी पाउडर मिलाने की सलाह देते हैं क्योंकि यह मृत्यु दर को कम करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।  

निष्कर्ष

निष्कर्ष रूप में, ब्रायलर मुर्गी पालन में सही दाने का चुनाव और प्रबंधन सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। विभिन्न विकास चरणों के लिए अलग-अलग प्रकार के दाने की आवश्यकता होती है। 

गुणवत्ता, मूल्य और उपलब्धता के आधार पर सही आपूर्तिकर्ता का चुनाव आवश्यक है। उचित भंडारण और उपयोग से दाने की बर्बादी को कम किया जा सकता है और मुर्गियों का स्वास्थ्य बेहतर रखा जा सकता है। 

कुशल और लाभदायक ब्रायलर मुर्गी पालन के लिए अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सही प्रकार और ब्रांड का दाना चुनें, विश्वसनीय आपूर्तिकर्ताओं से दाना खरीदें, दाने का उचित भंडारण सुनिश्चित करें, अपनी मुर्गियों को सही मात्रा में और सही समय पर दाना खिलाएं।

मौसम के अनुसार अपने दाना प्रबंधन प्रथाओं को समायोजित करें, और नवीनतम तकनीकों और सर्वोत्तम प्रथाओं से अपडेट रहें।

23 thoughts on “ब्रायलर मुर्गी दाना: प्रकार, लाभ, कहाँ से ख़रीदें, दाम”

  1. Mai murgi. Dana bnane ki industry open krna cahta hoo isliye mujhe iski sari detail cahiye …plz give me ur best advice. …9589823089 my whattsaap no. ..

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  2. M 10000 word ki farm Chala rha hu eshliye mujhe feed ke shahi rat ki jankari or shahi company Ka Dana jaanna Chahta hu Jish ki cost Kam ho or vo bhadiya BHI ho

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  3. namshkar sir Mai bihar se hu mere pas 10000 poltri fharm ka set hai aur mai chalata hu mujhe aapke dana ke bare me jankari chahiye aur m.r.p please sir

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    • De sakte hain par, usase unke growth par koi extra asar nahin hoga, So, Its loss of money..kyonki poultry feed bahut costly hota hai. Try to give the broken and waste rice. i.e 8-13rs/kg

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  4. प्री स्टार्टर दाना रेट ? स्टार्टर दाना रेट?फिनिशन दाना रेट

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  5. में दाने की फ्रेंचाइजी लेना चाहता हूँ

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