बकरी पालन क्या होता है? What is Goat Farming in Hindi?

बकरी पालन क्या होता है? What is Goat Farming in Hindi?

बकरी एक पालतू पशु है जिसे मांस और दूध के लिए लोग पालते हैं| बकरी पालन का व्यवसाय कम लागत में भी शुरू किया जा सकता है। आज के समय में बड़े जानवर जैसे-जैसे महंगे होते जा रहे हैं सभी पशु-पालकों का ध्यान छोटे पशुओं को पालने की तरफ केंद्रित हो रहा है और उनको इससे फायदा भी हो रहा है क्योंकि इसमें लोगों को ज्यादा पूंजी लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। कम पूंजी में भी अच्छी कमाई की जा सकती है|

बकरी पालन क्या होता है? What is Goat Farming in Hindi?

बकरी पालने के कई आधुनिक तरीके भी अपनाए जाते हैं। एक बकरी को पालने में साल भर में लगभग 3000 रुपये का खर्च आ जाता है जबकि इससे साल में 10000 रुपये तक की कमाई की जा सकती है|

पूरे विश्व भर में कुल 102 प्रजातियां बकरियों की पाई जाती है। इनकी 20 प्रजातियां भारत में ही पाई जाती हैं। इसका व्यापार लगभग 9% की दर से बढ़ रहा है। बकरी पालने में कोई जोखिम नहीं होता है, दूसरे जानवरों को पालने की अपेक्षा। आज के समय में पूरे देश में बकरे के मांस की मांग भी बढ़ती जा रही है

बकरियों के लिए चारे की भी ज्यादा समस्या नहीं होती है क्योंकि ये कम से कम चारे में भी निर्वाहन कर लेती हैं। यह पेड़ पौधों की पत्तियां, हरी घास ,कटीली झाड़ियों को खाना ज्यादा पसंद करती हैं। इनका स्वभाव बहुत ही शांत होता है इसलिए यह ज्यादा परेशान नहीं करती हैं। इनको एक जगह पर भी पाला जा सकता है।

इनके रखरखाव में भी बहुत आसानी होती है क्योंकि खर्च भी कम लगता है। बकरी कम समय में ही बच्चों का जन्म दे सकती है। यह 1 साल में ही बच्चा देने के लिए तैयार हो जाती है। और ये हर साल में दो से तीन बच्चों को जन्म दे सकती है।

एक बकरी की उम्र लगभग 12 से 15 साल की होती है। बकरियों के दूध में कैल्शियम की मात्रा बहुत ज्यादा पायी जाती है। इनका दूध एक औषधि के रूप में भी उपयोग में लाया जा सकता है। सभी पशु-पालकों को बकरी पालन हेतु प्रशिक्षण भी दिया जाता है। जिससे वह कुशलता पूर्वक इसको कर सकें और ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा सकें।

देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग प्रजातियों के बकरियों को पालने का व्यवसाय करते हैं। भारत के अलावा अन्य देशों में भी बकरियों का पालन किया जाता है। बकरी पालन के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार अनुदान भी देती है। लेकिन इस योजना का लाभ बहुत कम लोग ही उठा पाते हैं क्योंकि अभी इसके बारे में बहुत से लोगों को जानकारी नहीं है। इसलिए बकरी पालने से पहले इसका प्रशिक्षण लेना बहुत ही आवश्यक है।

सरकार द्वारा लागू किए गए योजनाओं का लाभ भी ले जिससे आप सुचारू रूप से व्यवसाय कर सके। इसके लिए आप बैंकों से अनुमानित लोन भी ले सकते हैं। बकरियों का चुनाव सही रूप में किया जाना चाहिए। बहुत सारे किसान ऐसे भी होते हैं की जो कृषि कार्य के साथ-साथ पशुपालन भी करते हैं उनके लिए बकरी पालन बहुत ही सरल प्रक्रिया है और आसानी से दूसरा काम भी कर सकते हैं एवं पैसे भी कमा सकते हैं। भारत की अर्थव्यवस्था में बकरी जैसे छोटे जानवरों का भी महत्वपूर्ण योगदान है।

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