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Home » Health » फ़ास्ट फ़ूड / जंक फ़ूड पर निबंध Essay on Junk Food in Hindi

फ़ास्ट फ़ूड / जंक फ़ूड पर निबंध Essay on Junk Food in Hindi

Last Modified: January 4, 2023 by बिजय कुमार 2 Comments

जंक फ़ूड पर निबंध Essay on Junk Food in Hindi

फ़ास्ट फ़ूड / जंक फ़ूड पर निबंध Essay on Junk Food in Hindi

क्या आपको पिज़्ज़ा, बर्गर जैसे बाहर का खाना अच्छा लगता है?
क्या आप हर दिन जंक फ़ूड खाते हैं?

हर किसी मनुष्य के लिए एक अच्छा स्वास्थ्य एक अच्छे जीवन को जीने के लिए बहुत ही जरूरी होता है। एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन अच्छा पौष्टिक भोजन और अच्छी आदतों का होना बहुत आवश्यक होता है।

आज के आधुनिक युग में लगभग सभी लोग जंक फूड खा रहे हैं क्योंकि यह बहुत ही स्वादिष्ट होते हैं, आसानी से हर जगह उपलब्ध होते है और कम दाम में भी मिलते हैं। पहले लोग जंक फ़ूड को कभी-कभी ही बाहर जाने पर खाया करते थे पर अब धीरे-धीरे लोग इसे अपने हर दिन का खाना बनाते जा रहे हैं जिसके कारण लोगों को कई प्रकार के स्वास्थ्य से जुडी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

Table of Content

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  • फ़ास्ट फ़ूड / जंक फ़ूड पर निबंध Essay on Junk Food in Hindi
    • जंक फ़ूड क्या होता है? What is Junk food in hindi?
    • जंक फ़ूड खाने के परिणाम Effects of eating junk food in hindi
      • वजन बढना या मोटापा होना Obesity or Weight gain
      • हाइपरटेंशन Hypertension
      • टाइफाइड Typhoid
      • ह्रदय से जुड़े रोग Heart Diseases
      • कुपोषण Malnutrition
    • निष्कर्ष Conclusion

फ़ास्ट फ़ूड / जंक फ़ूड पर निबंध Essay on Junk Food in Hindi

जंक फ़ूड क्या होता है? What is Junk food in hindi?

जंक फ़ूड में बहुत ज्यादा कैलोरी की मात्र होती है और विटामिन, प्रोटीन और मिनरल की मात्रा बहुत अधिक होती है। विटामिन और मिनरल जरूरत के अनुसार ही शरीर के लिए सही है। अगर आसान शब्दों में हम जंक फ़ूड का वर्णन करें तो यह मनुष्य के शरीर के लिए लाभदायक कम और हानिकारक ज्यादा है।

इस बाहर में मिलने वाले ज्यादा कैलोरी वाले खाना का नाम जंक फ़ूड (Junk Food), माइकल ऍफ़ जकोब्सन ने साल 1972 में पहली बार दिया। देखने में जंक फ़ूड जितना सुन्दर होता है उतना ही ज्यादा यह शरीर के लिए खतरनाक होता है।

आज के दिन में बच्चों से लेकर बड़ों तक हर कोई व्यक्ति जंक फ़ूड खाने की आदत बना चुके हैं। अब जंक फ़ूड हर गली-मोहल्ले में मिलने लगा है और जन्मदिन या विवाह पार्टी का यह एक ज़रूरी हिस्सा बन चूका है।

जंक फ़ूड के कुछ मुख्य उदाहरण हैं कोल्ड ड्रिंक, नूडल, बर्गर, पिज़्ज़ा, चिप्स, नमकीन, मंचूरियन, समोसा, पकोड़े, केक, आइस-क्रीम, चॉकलेट, आदि। ऐसे ही और कई प्रकार के जंक फ़ूड आज हर जगह मौजूद हैं। इनमे से किसी भी प्रकार के जंक फ़ूड में पौष्टिक तत्व नहीं है जिससे शरीर को कुछ लाभ मिले।

जंक फ़ूड खाने के परिणाम Effects of eating junk food in hindi

एक बात तो साफ़ है ज्यादा और लगातार जंक फ़ूड खाने से कई प्रकार के स्वास्थ्य प्रोब्लेम्स होते हैं। चलिए जानते हैं जंक फ़ूड के सेवन से शरीर को किन मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है?

वजन बढना या मोटापा होना Obesity or Weight gain

पढ़ें : मोटापा कम करने के आसान उपाय

घर में बनानें वाले भोजन या अनाज में बहुत कम कैलोरी की मात्र होती है। जबकि फ़ास्ट फ़ूड / जंक फ़ूड को बनाने में हर जगह बार-बार तेल, घी, बटर का उपयोग होता है जो शरीर के लिए कुछ हद तक ही ज़रूरी होता है।

दूरी बात आज के लोग अब पुराने ज़माने के लोगों जितना काम में पसीना नहीं बहाते हैं जिसके कारण वही तेल,घी या चर्बी युक्त भोजन उनके मोटापा का कारण बन जाता है और आप सब तो जानते हैं मोटापा शरीर में और कई प्रकार की बिमारियों का कारण बनता है।

हाइपरटेंशन Hypertension

पढ़ें : ग्रीन टी पीने के फायदे

जंक फ़ूड या फ़ास्ट फ़ूड में सबसे ज्यादा नमक का इस्तेमाल होता है। घर में बने हुए भोजन में हम ज़रुरत के अनुसार नमक की मात्रा का उपयोग करते हैं परन्त बाहर जंक फ़ूड में ज़रुरत से कई ज्यादा नमक की मात्रा मिलाई जाती हैं। आप लोगों को यह तो पता ही होगा ज्यादा नमक के सेवन से हाइपरटेंशन हो सकता है और हाइपरटेंशन के रोगियों की हालत बहुत बिगड़ सकती है।

टाइफाइड Typhoid

जब आपके घर में आपकी माँ या पत्नी खाना बनाती है आपने देखा होगा वह सब्जियों, दाल, चावल को पहले कितना साफ़ से धोते और छांटते हैं। सड़े-गले सब्जियों को फैंक देते हैं और स्वच्छ तरीके से खाना बनाते हैं।

आपको क्या लगता है होटलों और फ़ास्ट फ़ूड सेंटर पर मिलने वाले जंक फ़ूड भी उतने ही स्वच्छ तरीके से बनाये जाते होंगे? जी नहीं ! एसा नहीं होता है। बहार मिलने वाले जंक फ़ूड सबसे ज्यादा गंदे या अस्वच्छ तरीके से बनाये जाते हैं जिनसे टाइफाइड, और डायरिया होने का खतरा रहता है।

ह्रदय से जुड़े रोग Heart Diseases

जंक फ़ूड को बनाने के लिए सबसे ज्यादा तेल का उपयोग किया जाता है। घर के भोजन में जरूरत के अनुसार हम तेल का उपयोग करते हैं। ज्यादा तेल और घी युक्त भोजन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने का खतरा रहता है। इससे कई प्रकार के ह्रदय रोग होने का खतरा रहता है और ह्रदय के रोगियों के लिए जंक फ़ूड का सेवन करना जानलेवा साबित हो सकता है।

कुपोषण Malnutrition

एक बात तो सच है जंक फ़ूड खाने में बहुत स्वादिष्ट होते हैं और भूख भी अच्छे से मिटाते हैं। लम्बे समय तक बिना पौष्टिक तत्वों वाले – फास्ट फूड या जंक फ़ूड पर निर्भर रहने वाले व्यक्तियों का भूख कम हो जाता है जिससे उनकी इच्छा घर का पौष्टिक खाना न खा कर जंक फ़ूड खाने की इच्छा करते हैं।

इससे लोगों को कुपोषण जैसे स्वास्थ्य मुश्किलों से गुज़रना पड़ सकता है। बच्चे कुपोषण का सबसे ज्यादा शिकार होते हैं क्योंकि जंक फ़ूड के कारण उनका विकास सही प्रकार से नहीं हो पाता है।

निष्कर्ष Conclusion

अंत में हम बस इतना कहना चाहते हैं जंक फ़ूड एक महीने में एक बार ठीक है पर इसकी आदत बना स्वयं के शरीर को स्वयं बर्बाद करना है। इसलिए घर का स्वच्छ, स्वस्थ भोजन खाएं और निरोगी जीवन व्यतीत करें।

आशा करते हैं आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा होगा। अगर आपको हमारे इस पोस्ट से थोड़ी भी मदद मिली है तो अपने दोस्तों से सोशल मीडिया के माध्यम से ज़रूर शेयर करें।

Filed Under: Essay, Health Tagged With: जंक फ़ूड पर निबंध, फ़ास्ट फ़ूड पर निबंध

About बिजय कुमार

नमस्कार रीडर्स, मैं बिजय कुमार, 1Hindi का फाउंडर हूँ। मैं एक प्रोफेशनल Blogger हूँ। मैं अपने इस Hindi Website पर Motivational, Self Development और Online Technology, Health से जुड़े अपने Knowledge को Share करता हूँ।

Reader Interactions

Comments

  1. Deva sharma says

    September 17, 2020 at 7:09 am

    Amazing essay

    Reply
  2. Anonymous says

    March 11, 2023 at 12:52 pm

    Get it done

    Reply

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