बच्चों के लिए 4 ज्ञानवर्धक मनोरंजक कहानियाँ Moral Short Stories for Kids in Hindi
आज हम आपको इस पोस्ट में बच्चों के लिए 4 ज्ञानवर्धक मनोरंजक कहानियाँ 4 Moral Short Stories for Kids in Hindi लेकर आये हैं जो हम सब ने सुना है और पढ़ा भी है। पर आज कल Online की दुनिया है और Kids या बच्चे भी Internet का उपयोग करने लगे हैं।
ऐसे में कुछ बच्चे हैं जिन्होंने ये कहानीयाँ Stories शायद ना सुना हो या पढ़ा हो तो वो इस पोस्ट के माध्यम से इन मजेदार कहानियों को पढ़ भी सकते हैं और इनसे अच्छा ज्ञान Moral भी प्राप्त कर सकते हैं।
बच्चों के लिए 4 ज्ञानवर्धक मनोरंजक कहानियाँ Moral Short Stories for Kids in Hindi
#1 खरगोश और कछुए की कहानी Rabbit and The Tortoise
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एक बार की बात है, एक जंगल में एक बहुत तेज़ दौड़ने वाला खरगोश रहता था। उसे अपने तेज़ दौने की शक्ति पर बड़ा गर्व था।
उसी जंगल में एक छोटा सा कछुआ भी था जो बहुत ही धीरे-धीरे चलता था। जब कछुए ने देखा की खरगोश अपने दौड़ने के ताकत पर ज्यादा हेकड़ी दिखा रहा है, उसने जोश में आकर खरगोश को दौड़ के लिए चुनौती दे डाला।
जब जंगल में दुसरे जानवरों को इस बात का पता चला तो उन्हें यह बात सुन कर बड़ी हंसी आगई क्योंकि खरगोश था जंगल में सबसे तेज़ दौड़ने वाला और कछुआ था सबसे धीमे चलने वाला। यह दौड़ देखने के लिए जंगल के सभी जानवर एक जगह एकत्र हो गए।
दौड़ का नियन यह था की जो भी पुरे जंगल का एक चक्कर लगा कर पहले पहुंचेगा वहीँ विजेता होगा। दौड़ शुरू हुई। दौड़ शुरू होते ही खरगोश बहुत तेज़ भागा और बहुत आगे निकाल गया।
कुछ देर दौड़ने के बाद जब उस खरगोश ने पीछे मुड के देखा तो उसने देखा कछुआ तो इतनी दूर था की वह दिख भी नहीं रहा था। तो उसने सोचा चलो थोडा आराम कर लिया जाए और वह एक पेड़ के नीचे सोगया। कुछ देर में उसकी आँख लग गयी और वो सो गया।
कछुआ धीरे-धीरे बिना रुके चलते गया और पुरे जंगल का एक चक्कर लगा कर जीत की रेखा पर पहुँच गया। जब कछुआ पहले पहुंचा तो सारे जंगल के जानवर खुश हो गए। जब सब जानवर ख़ुशी मानते हुए चिल्लाने लगे तो खरगोश की आँख खुली पर तब बहुत देर हो चुकी थी क्योंकि कछुआ पहले से ही जीत चूका था।
कहानी से ज्ञान (Moral) – इस कहानी से हमें बहुत कुछ सिखने को मिलता है जैसे – कभी भी अपने ऊपर हद से ज्यादा गर्व नहीं करना चाहिए। जीवन में धीरे-धीरे मिली हुई सफ़लत ही टिकता है। हमें किसी को भी अपने से कम नहीं समझना चाहिए।
#2 सोने का अंडा देने वाले हंस की कहानी The Golden Egg Goose
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एक गाँव में एक हंस पालन करने वाला व्यापारी और उसकी पत्नी रहते थे। वह अलग-अलग बाजारों में जाकर हंस ख़रीदा करता था और घर में हंस पालन करता था।
एक दिन की बात है वो व्यापारी बाज़ार से हर दिन की तरह एक छोटा सुन्दर हंस खरीद कर लाया। कुछ महीने के बाद उस हंस ने अंडा दिया तो व्यापारी और उसकी पत्नी हैरान रह गए। वो अंडा सोने का था।
वह हंस उसी प्रकार प्रतिदिन एक सोने का अंडा देती और वो उस अंडे को बेच कर खूब पैसे भी कमाते। पर कुछ पैसे आने के कारण उनके मन में लालच बढ़ने लगा और झट से आमिर बनाने की चाहत होने लगी।
वह व्यापारी सोचने लगा कि अगर यह हंस हर दिन एक अंडा देती है तो इसके पेट में कितने सारे अंडे होंगे और अगर वो अंडे उसे मिल जाएँगे तो कितनी आसानी से वो जल्द से जल्द आमिर बन सकता है।
ऐसा सोच कर उस व्यापारी ने उस हंस को मार डाला और जब उसका पेट चिर के देखा तो उसमे कोई भी सोने का अंडा नहीं था। यह देख कर वह चीख-चीख कर रोने लगा।
कहानी से शिक्षा (Moral) – जीवन में कभी भी अधिक लोभ नहीं करना चाहिए क्योंकि अधिक लोभ करने से भविष्य में जो मिल रहा है आप उसे भी खो देंगे।
#3 लोमड़ी और सारस The Fox and the Stork
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एक बार की बात है, एक जंगल में चालाक लोमड़ी था जो हर किसी जानवर को अपनी मीठी बातों में फंसा कर कुछ न कुछ ले-लेता था या खाना खा लेता था।
उसी जंगल में एक सारस पक्षी रहता था। लोमड़ी ने अपने चालाकी से उसे दोस्त बनाया और खाने पर घर बुलाया। सारस इस बात पर खुश हुआ और लोमड़ी के घर खाने बार जाने के लिए आमंत्रण स्वीकार कर लिया।
अगले दिन सारस, लोमड़ी के घर खाने पर पहुंचा। उसने देखा लोमड़ी उसके लिए और अपने लिए एक-एक प्लेट में सूप ले कर आया है। यह देख कर सारस मन ही मन बड़ा दुखी हुआ क्योंकि लम्बे चोंच होने के कारण वह प्लेट में सूप नहीं पी सकता था।
लोमड़ी ने चालाकी से सवाल पुछा – मित्र सूप कैसा लग रहा है। सारस ने उत्तर दिया – यह बहुत अच्छा है पर मेरे पेट में दर्द है इसलिए में नहीं पी पाउँगा और वह चले गया।
अगले दिन लोमड़ी बिना सारस के बुलाये ही उसके घर पहुँच गया। जब सारस ने देखा तो उसने उसका अच्छे से स्वागत किया। कुछ देर बाद सारस दो लम्बे मुह वाले सुराही में सूप के कर आया। सारस का लम्बा चोंच आराम से उन सुराही में चले गया और वो सूप पीने लगा पर उस लोमड़ी का मुह उस सुराही में घुसा ही नहीं।
सूप पीने के बाद सारस ने लोमड़ी से प्रश्न पुछा – सूप कैसा लगा। यह सुन कर लोमड़ी को अपना समय याद आया और शर्म के मारे वो वह से चले गया।
कहानी से ज्ञान (Moral) – बुरे व्यक्ति का हमेशा बुरा होता है। कभी भी स्वयं को सबसे चालाक नहीं समझना चाहिए।
#4 सिंह और चूहा The Lion and The Mouse
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एक बार एक जंगल में सिहं रहता था। वह उस जंगल का राजा था। एक बार वह अपने गुंफा में सो रहा था। तभी एक छोटा सा चूहा सिहं के ऊपर चढ़ कर उचल-उचल कर कूदने लगा। जैसे ही सिहं की नज़र खुली उसने झट से अपने पंजों में उस चूहे को पकड़ लिया।
जैसे ही चूहा सिहं के हाथ में पकड़ा गया वह जोर-जोर से चिल्ला-चिल्ला कर क्षमा मांगने लगा और बोलने लगा – मुझे छोड़ दीजिये – छोड़ दीजिये आगे से ऐसी गलती मैं और कभी नहीं करूंगा, क्या पता मैं भी कभी आपके काम आ सकता हूँ।
सिहं ने उस चूहे की इस बात को गौर किया और उसे छोड़ दिया। कुछ दिनों बाद कुछ शिकारी आये और उन्होंने एक जाल लगाया। बदकिस्मती से वह सिंह उस जाल में फंस गया और बचाओ-बचाओ कहने लगा।
उसी समय वही चूहा कहीं जा रहा था। जब उसने देखा कि सिहं जाल में फंस गया है और वह मुश्किल में है उसने अपना तरकीब लगाया। उस चूहे ने पूरे जाल को कुतर कर सिहं को आज़ाद कर दिया।
कहानी से ज्ञान (Moral) – जीवन में दया और क्षमा से बड़ा कोई चीज नहीं। जीवन में मदद करने वाले को ही मदद मिलता है।
Very nice
शिक्षाप्रद कहानियां, अच्छी लगी
Very nice story I like it
बड़ा बढ़िया
अच्छी कहानी