भीम राव अम्बेडकर पर वाक्य 10 Lines on Dr. Bhimrao Ambedkar in Hindi
आज के इस लेख में हमने डॉ. भीम राव अम्बेडकर जी के विषय में 10 वाक्य (10 Lines on Dr. Bhimrao Ambedkar in Hindi) लिखा है। इन पॉइंट्स की मदद से आप आसानी से उनके विषय में जान सकते हैं और उनके महान कार्यों को समझ सकते हैं। साथ ही आप चाहें तो आसानी से इन 10 वाक्यों की मदद से भीम राव अम्बेडकर पर सुन्दर सा निबंध भी लिख सकते हैं।
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डॉ. भीम राव अम्बेडकर जी पर 10 वाक्य
- डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल सन 1891 में मध्यप्रदेश के महू गाँव में हुआ था। वे बचपन से ही अपनी कक्षा में पढ़ने में सबसे तेज़ छात्र थे। उनकी माँ का नाम भीमाबाई और पिता का नाम मालोजी सकपाल था। वह 14 भाई बहन थे।
- डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर को बचपन में जाति भेदभाव का बहुत अधिक सामना करना पड़ा। उस समय दलितों को कक्षा के बाहर बैठकर ही पढ़ना पड़ता था उनको पीने का पानी भी छूने की अनुमति न थी।
- डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर पढ़ाई में होशियार होने के कारण उनको छात्रवृत्ति मिली जिसके कारण उन्होंने न्यूयार्क के कोलंबिया विश्वविद्यालय में पोस्टग्रेजुएट करने का एक अच्छा मौका मिला और आगे की पढाई करने के लिये वे अमेरिका भी गये।
- डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर को भारतीय संविधान का निर्माता भी कहा जाता है। वह ही पहले भारतीय है जिन्होंने ऑफिस में काम करने का समय 8 घंटे निर्धारित किया।
- डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर स्वतंत्र भारत के एक कानून मंत्री थे। उन्होंने दो बार लोकसभा चुनाव लड़े और उसमें वे हारे भी गये।
- डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर पहले ऐसे भारतीय है, जिन्होंने विदेश जाकर अर्थशास्त्र में P.H.D. डिग्री हासिल की।
- डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर के अंदर कई गुण थे जैसे सबको साथ में लेकर चलना, समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाना, दूरदर्शिता होना, प्रेम भावना होना , खुद पर पूरा विश्वास होना, कुछ नया करने की चाह होना।
- डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर के पास 32 डिग्रियां थी और वे 9 भाषाओं में निपुण थे।
- डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर ने एक बार गुस्से में कहा था कि मैं हिन्दू पैदा तो हुआ हूँ पर मरूँगा नहीं। हिन्दू धर्म को त्यागने से पहले 22 वचन लिये थे। उन्होंने हिन्दू धर्म से बौद्ध धर्म में अपना धर्म परिवर्तन कर लिया इसके साथ ही साथ कई दलितों ने भी अपना धर्म परिवर्तन किया।
- डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर 1954 से 55 के बीच उनकी हालत बिगड़ती गयी उनको कई बीमारियों ने घेर लिया और 6 दिसंबर 1956 को उनकी मृत्यु हो गयी चूँकि उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन किया था इसीलिए उनका अन्तिम संस्कार उनके कहे अनुसार ही हुआ वह जब मरे तो वह बौद्ध थे।
आशा करते हैं, आपको डॉ. भीम राव अम्बेडकर के विषय में इन 10 वाक्यों से जानकारी मिली होगी।