जानें सूखे फूलों का व्यापार Dried Flower Business in Hindi कैसे शुरू करें। इसमें यह व्यापार क्या है, लाभ, उत्पाद, निवेश, कमाई, सूखे फूल कहाँ बेचना है जैसी की जरूरी जानकारियाँ दी गई है।
दोस्तों ताजे और रंग-बिरंगे फूलों के व्यापार के बारे में तो आप सभी ने सुना ही होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि सूखे फूलों का भी व्यापार किया जाता है।
आप सभी को पता होना चाहिए कि हमारा देश भारत सूखे फूलों के व्यापार में पूरी दुनिया में नंबर वन पर है। अमेरिका, यूरोप, थाईलैंड सिंगापुर चीन तुर्की न्यूजीलैंड, जापान जैसे देशों को सूखे फूलों का निर्यात किया जाता है।
सूखे फूलों का व्यापार क्या है? What is Dried Flower Business in Hindi?
सुगंधित और खूबसूरत फूल भला किसे नहीं पसंद होते हैं, यहां तक की फूलों के व्यवहार में बहुत कमाई भी है। लेकीन सूखे फूलों का व्यापार भी बड़ा ही लाभकारी सौदा होता है।
भारत से विदेशों में निर्यात किए जाने वाले फूलों में 70% शुष्क फूल होते हैं। शुष्क फूल तकनीक के अंतर्गत फूलों को मुरझा जाने से पहले इसमें खास तरह के इत्र मिलाए जाते हैं।
जिसके पश्चात फूलों को एक पॉलिथीन में भर कर सूखने के लिए संरक्षित जगह रख दिया जाता है। कुछ खास मशीनों और तकनीकों के सहायता से इसे फिनिश्ड गुड्स में बदला जाता है।
फूलों की पंखुड़ियों के अच्छी तरह सूख जाने के पश्चात इससे विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार किए जाते हैं, जिन्हें सजावट कार्य में उपयोग किया जाता है। सूखे फूलों का व्यापार एक अच्छा रोजगार का साधन है।
आज के महंगाई भरे युग में यह व्यापार लोगों को सरलता से मुनाफा पहुंचा सकता है। भारत सरकार इस छोटे से उद्योग में करोड़ों खर्च करती है, जिसके कारण आज के समय में हमारा देश दुनिया में सबसे बड़ा सूखे फूलों का निर्यातक देश है।
सूखे फूलों के व्यापार का लाभ (Advantages of Dried Flower Business in Hindi)
किसी भी कार्यक्रम या सजावट काम में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला वस्तु रंग-बिरंगे सुंदर फूल ही हैं। पूजा- पाठ से लेकर विवाह सम्मेलन इत्यादि कोई भी समारोह का कार्यक्रम क्यों ना हो वहां सजावट काम के लिए अधिकतर फूलों का ही उपयोग होता है।
यहां तक की खुशियों से लेकर शोक अथवा किसी के निधन के समय भी फूलों का ही इस्तेमाल किया जाता है। इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं, कि दुनिया में फूलों के व्यापार का कितना महत्व है।
क्योंकि देश विदेश में सूखे फूलों का बड़ा महत्व है, इसलिए इस क्षेत्र में व्यापार करना भी कम जोखिम और ज्यादा मुनाफा वाला होगा। बिना ज्यादा लागत के केवल वन टाइम इन्वेस्टमेंट के बाद भी आप सूखे फूलों के व्यापार में मोटी कमाई कर सकते हैं।
शुष्क फूलों से बनने वाले उत्पाद दुनिया के हर किसी देश में बिकते हैं। सरल शब्दों में कहें, तो इसके बाजार की कोई सीमा नहीं है और आने वाले समय में इस व्यापार के अंतर्गत होने वाले निवेश और रिटर्ंस में बड़ा उछाल आ सकता है।
भारत में सूखे फूलों के व्यापार की इंडस्ट्री 20 से भी अधिक देशों में 500 से भी ज्यादा प्रजातियों के फूलों का निर्यात करती है। यह व्यवसाय शुरू करने के लिए ज्यादा लागत और तकनीकों की आवश्यकता भी नहीं होती है।
भारत सूखे फूलों के निर्यात में दुनिया में पहले स्थान पर है, जिसके कारण यहां इस व्यवसाय के अंतर्गत बहुत अवसर मौजूद है। केवल भारत से दुनिया के अलग-अलग देशों में 100 करोड़ की लागत से भी ज्यादा मूल्य के साथ सूखे फूलों का निर्यात किया जाता है।
सूखे फूलों का उपयोग व बनने वाले उत्पाद (Products Made From Dried Flowers)
शुष्क फूलों के इस्तेमाल से प्राप्त उत्पाद के जरिए दीवारों को सजाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा घर बैठकर ही प्राकृतिक दिखने वाले किताबों के कागज बनाकर उन्हें भेचा जा सकता है।
सूखे फूलों से हाथ से बने कागज, ग्रीटिंग कार्ड्स, उपहार, किताबें, बक्से लैंपशेड, अतर (परफ्यूम), गुलदस्ते, फोटो फ्रेम, हस्तशिल्प, बुके, गुलदस्ते, मोमबत्ती स्टेंड, साबुन, जूट के बैग, दीवारों के लिए सौंदर्य चीजें बनाई जाती है।
किसी खास अवसर पर रिश्तेदारों और परिचितों को उपहार की तरह दिए जाने वाले ग्रीटिंग कार्ड और अन्य उपहार सामग्री भी फूलों से निर्मित की जाते हैं।
पेन स्टैंड, वॉल पिक्चर, फोटो फ्रेम, मोमबत्ती स्टैंड, गुलदस्ता, वॉल हैंगिंग, सजावटी कैलेंडर इत्यादि जैसे सैकड़ों ऐसी चीजें हैं, जिन्हें सूखे फूलों की सहायता से बनाकर उन्हें बाजार में अच्छी कीमत पर बेचा जा सकता है।
सूखे फूलों के व्यापार में कितने का निवेश चाहिए? (Investment)
इस व्यापार के अवसर और मुनाफे के बारे में तो अब तक आप जान चुके होंगे। यदि आप भी सूखे फूलों का व्यापार करके लाभ कमाना चाहते हैं, तो इसके लिए बहुत ही सरल मार्ग है।
यह व्यवसाय शुरू करने के लिए निश्चित मात्रा में जमीन की आवश्यकता होगी, जहां फूलों का बगीचा लगाया जा सके। इस व्यापार में लगभग 1.5 लाख तक न्यूनतम निवेश के जरिए आप आसानी से सूखे फूलों के व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं।
सूखे फूलों के व्यापार में कितनी हो सकती है कमाई? (Profit)
इस बिजनेस में निवेश करने के बाद आपको प्रतिमाह 25 हजार से भी ज्यादा का मुनाफा सरलता से मिल सकता है। अगर बाजार में शुष्क फूलों के केवल एक पैकेट के मूल्य की बात करें, तो यह ₹300 से भी ज्यादा के दाम पर बेचे और खरीदे जाते है।
एक बार में बड़ा निवेश करने के बाद धीरे-धीरे अपना व्यवसाय आगे बढ़ाते रहिए और अपने मुनाफे में बढ़ोतरी करिए।
सूखे फूलों के व्यापार की तकनीक (Dried Flower Business Method in Hindi)
फूलों की खेती (Farming Flower Plants)
सूखे फूलों का व्यापार करने के लिए सबसे पहले फूलों की खेती करना जरूरी होता है। एक पर्याप्त विस्तार में फैला हुआ बगीचा जहां पौधों को पर्याप्त मात्रा में सूर्य की किरणें और जल मिल सके ऐसा स्थान इसके लिए सर्वश्रेष्ठ होता है।
इस व्यापार के लिए 300 से भी ज्यादा किस्म के फूलों की खेती की जाती हैं, जिनकी मांग बाजार में सबसे अधिक होती है। गुलाब, लैवंडर, सूखे कमल, कपास के फूल, चमेली इत्यादि बहुत सी फूलों की प्रजातियां है, जो मुख्य रूप से इस व्यवसाय के अंतर्गत उगाई जाती हैं।
किन फूलों का सबसे ज्यादा है उपयोग? (Best Flowers For This Business)
गुलाब, गुड़हल, कमल, सूरजमुखी, चमेली, सदाबहार, कुमुदिनी, कनेर, अमलतास, चंपा, लैवंडर, गेरबेरासी, आर्किड, इत्यादि जैसे कई फूलों की प्रजातियां सूखे फूलों के व्यापार में सबसे ज्यादा उपयोग की जाती है।
भारत में पिछले 40 वर्षों से सूखे फूलों का निर्यात विदेशों में किया जा रहा है। फूलों को सुखाकर उनमें परफ्यूम मिलाया जाता है और पॉलिथीन बैग्स में पैक कर दिया जाता है। ज्यादातर लोग सुगंधित फूलों को अपनी बाथरूम, अलमारियों और बेडरूम में इस्तेमाल करते हैं।
300 से अधिक फूलों की किस्मों को सुखाया जाता है। ब्रिटेन मुख्य रूप से सूखे फूलों का आयात हमारे देश से करता है। Bachelor’s button, Cock’s comb, jasmine, rose petals, Bougainvillea flowers, neem leaves जैसे सूखे फूलों से शुष्क अतर (परफ्यूम) भी बनाया जाता है।
Dried cotton skins, pine flowers, dry chilies, dry bottle gourd, grass, tree jasmine, everlasting flower, asparagus leaves, fern leaves, tree barks and twigs जैसे फूलो को विशेष रूप से सुखाया जाता है। सूखे गुलाब, सूखे कमल। कपास के फूल, लेवेंडर, डेज़ी, के मांग हमेशा ही रहती है।
फूलों को सुखाने की तकनीक (Drying Method)
पौधों को ओस की बूंदों से निकाल कर उसके सूखने के बाद ही काटना चाहिए। पौधों को काटकर उन्हें एक गुच्छे से बांधकर संरक्षित कर देना चाहिए और पूरी तरह से सूख जाने के बाद धूप की किरणों से दूसरी जगह रख देना चाहिए।
फूलों को सुखाने की कुछ तकनीक अथवा विधियों में शामिल हैं- प्रेस ड्राइंग, माइक्रोवेव ड्राइंग, फ्रीज ड्राइंग, ग्लीसरीन ड्राइंग, एयर ड्राइंग, एम्बेडेड ड्राइंग, सन ड्राइंग, हॉट एयर ओवन ड्राइंग।
जिनकी सहायता से सरलता से फूलों को सुखाया जाता है। फूलों को सुखाने के बाद जिन पुष्पों का रंग स्थाई नहीं रह पाता, उन्हें प्राकृतिक रंग से डाई किया जाता है।
फूलों का व्यापार करने के लिए फूलों की रंगाई करना बहुत आवश्यक है। इससे उन्हें आकर्षक रंग मिलते हैं। फूल रखने के लिए अच्छे किस्म के रंग इस्तेमाल किए जाते हैं। 20 लीटर पानी में 4 किलोग्राम रंगाई का पाउडर मिलाया जाता है।
इस मिश्रण को 800 लीटर गर्म पानी में अच्छी तरह मिलाया जाता है। 2 लीटर एसिटिक एसिड मिलाया जाता है। नरम फूल प्राप्त करने के लिए इसमें मैग्निशियम क्लोराइड मिलाया जाता है, जिससे फूलों की गुणवत्ता बढ़ जाती है।
रंग भी चमकदार बन जाता है। इस मिश्रण में फूलों को अच्छी तरह डुबो दिया जाता है जिससे उनका हर हिस्सा रंग जाए।
सूखे फूलों को कहां बेचना है? (Where To Sell Dried Flowers in Hindi?)
यदि आप अपने व्यवसाय के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अपना एक वेबसाइट बनाना चाहिए, जिसके जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ा जा सके।
इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया का उपयोग करके आप बहुत कम समय के अंदर ही सूखे फूलों के व्यापार से कमाई कर सकते हैं।
प्रत्यक्ष ग्राहकों से जुड़ने के अलावा alibaba.com और amazon.com जैसे कई माध्यमों के जरिए आसानी से सूखे फूलों को बेचा जा सकता है। इसके अतिरिक्त एक्सपोर्ट हाउस भी सूखे फूलों को बेचने के लिए अन्य महत्वपूर्ण विकल्प है।