बैसाखी त्यौहार पर निबंध Essay on Baisakhi Festival in Hindi
इस लेख में हिंदी में बैसाखी त्यौहार पर निबंध (Essay on Baisakhi Festival in Hindi) लिखा गया है।
बैसाखी त्यौहार पर निबंध Essay on Baisakhi Festival in Hindi
इसमें बेहद सरल भाषा में बैसाखी त्यौहार क्या है, इसका महत्व, इसे कैसे मनाते हैं, बैसाखी कब है, बैसाखी के दिन तैयार किए जाने वाले कुछ प्रमुख पकवान और बैसाखी त्योहार पर 10 वाक्यों को लिखा गया है।
बैसाखी त्यौहार क्या है? What is Baisakhi Festival in Hindi?
देश की संस्कृति और समृद्धि को परिभाषित करने वाले तमाम त्योहारों के जैसे ही बैसाखी भी एक महत्वपूर्ण त्यौहार है।
बैशाखी का पवित्र त्यौहार विशेषकर सिखों के लिए बेहद महत्वपूर्ण एवं सिख समुदाय के अलावा हिंदू और बौद्ध धर्म के लिए भी एक पवित्र उत्सव है। केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के तमाम ऐसे कोने जहां सिख और हिंदू निवास करते हैं, वे बैसाखी को बेहद समृद्धि से मनाते हैं।
बैसाखी त्योहार को वैशाखी कह कर भी संबोधित किया जाता है। यह दिन हर भारतीय के लिए बेहद उत्कृष्ट दिन होता है।
यह दिन प्रकृति के समृद्धता को दर्शाने वाला विशेष दिन होता है, जब ब्रह्मांड में ग्रह और नक्षत्रों की दशा बदलने के साथ ही बड़े ही अनोखे बदलाव होते हैं।
बैसाखी त्यौहार के दरमियान अलग क्षेत्रों में इस त्यौहार को विभिन्न नामों से जाना जाता है। बोहाग बिहू, बिसुआ, विशु इत्यादि वैशाखी पर्व के आसपास आने वाले अन्य क्षेत्रीय पर्व हैं।
इस त्यौहार का धार्मिक दृष्टिकोण से भी बेहद महत्व है। विशेष रूप से भारत के पंजाब और हरियाणा जैसे अन्य राज्यों में जहां सिखों की अधिकता है, इस पर्व के दिन यहां देखने लायक अद्भुत नजारा होता है।
गुरुद्वारे, मंदिर और गलियां इतनी सुंदर तरीके से सजी होती है, कि मन आनंदित हो जाता है। वैशाखी पर्व के दिन बड़े-बड़े धार्मिक उत्सव, मेलों और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है, जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
बैसाखी त्यौहार का महत्व Importance of Baisakhi in Hindi
पूरे वर्ष में पड़ने वाले कुछ सबसे पवित्र दिनों में से एक बैसाखी त्योहार एक महत्वपूर्ण दिन होता है, जो भारत सहित दुनिया के अनेकों देशों में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
कथित रूप से इस दिन सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है, जिसके कारण इस दिन को मेष संक्रांति अथवा विषुवत संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है।
बैशाखी त्यौहार का अद्भुत नजारा उत्तर भारत के पंजाब और हरियाणा जैसे क्षेत्रों में विशेष रुप से दिखाई देता है। कहा जाता है की इस दिन सिखों के दसवें धर्मगुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने धर्म की रक्षा के लिए ‘खालसा पंथ’ की स्थापना की थी।
कहते हैं कि गुरु गोविंद सिंह जी ने मुगलो के बढ़ते अत्याचार को खत्म करने और उन्हें भारत से उखाड़ फेंकने के लिए खालसा पंथ का निर्माण किया था।
बैसाखी त्योहार के दिन उनके अमर बलिदानों और दूसरे सभी अमर शहीदों को याद करते हुए इस दिन को मनाया जाता है।
यह पर्व सिखों के नव वर्ष को संदर्भित करता है। इसके अलावा देश के तमाम राज्यों में विभिन्न नामों से इसे जाना जाता है।
जिनमें कुछ त्यौहार इसी दिन आते हैं, तो कुछ एक-दो दिन आगे पीछे मनाए जाते हैं। इस त्यौहार को मनाने की दूसरी महत्वपूर्ण कारण रवि फसल के सफलतापूर्वक कटाई के आरंभ से जुड़ी हुई है।
बैसाखी कब है? (When is Baisakhi in 2023?)
सिख धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक बैसाखी का पर्व हर साल विक्रम संवत के प्रथम माह में आता है। इस वर्ष 2023 में 14 अप्रैल, शुक्रवार के दिन यह त्यौहार मनाया जाएगा।
बैसाखी त्यौहार कैसे मनाते हैं? How Baisakhi is Celebrated in Hindi?
- यूं तो भारत के हर क्षेत्र में बैसाखी त्योहार को बड़े ही समृद्धि से मनाया जाता है, लेकिन पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड इत्यादि उत्तर भारत में इस दिन को लेकर एक अलग ही उत्साह होता है।
- उत्सव के कुछ दिनों पहले से ही गुरुद्वारों, मंदिरों के अलावा सामूहिक स्थान और गलियों को बड़े ही खूबसूरत तरीके से सजाया जाता है।
- हिंदू धर्म में इस दिन पवित्र नदियों के स्नान करने का एक अलग महत्व बताया गया है। वैशाखी के सुबह हर कोई स्नान करने के पश्चात नए कपड़ों को धारण करता है।
- स्नान के पश्चात बच्चे, बूढ़े, स्त्रियां हर कोई ईश्वर की अर्चना करता है और अपने पूर्वजों के बलिदान को याद करते हुए दिन की शुरुआत करते हैं।
- त्यौंहारों के दिन तो घरों में नए पकवान बनना एक सामान्य बात है। पूजा अर्चना के बाद लोग अपने प्रिय व्यंजनों का स्वाद चखकर एक दूसरे को बैसाखी त्यौहार की बधाई देते हैं।
- इस दिन बैसाखी मेला बेहद बड़े स्तर पर आयोजित किया जाता है, जिसे देखने लोग देश-विदेश से आया करते हैं। चारों तरफ संगीत मय वातावरण होता है। ढोल नगाड़े से वातावरण और भी खिल उठता है। सिख समुदाय में इस दिन धार्मिक जुलूस निकाला जाता है।
- अपने पारंपरिक पहनावे में अपने महत्वपूर्ण प्रतीक तलवार को धारण करके वीरता और साहस का लोग प्रदर्शन करते हैं। बैसाखी का दिन हम सभी को भाईचारा और साहस का संदेश देता है। बैसाखी त्योहार को मनाते हुए सभी लोग एक साथ इकट्ठा होते हैं और पारंपरिक नृत्य और संगीत के साथ वातावरण को और भी मधुर बनाते हैं।
बैसाखी के प्रमुख पकवान Major Recipes of Baisakhi in Hindi
बैसाखी पर्व एक खास दिन होता है, जिसकी शुरुआत सभी नवीनतम कार्यों से करते हैं। नए कपड़ों और स्वादिष्ट भोजन के साथ साथ यह त्यौहार मनाया जाता है।
लोगों के घरों में स्वादिष्ट मिठाइयों के साथ-साथ विभिन्न पारंपरिक व्यंजन तैयार किए जाते हैं। छोले भटूरे, पराठे, स्वादिष्ट सब्जियां और विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए जाते हैं।
इस दिन गुरुद्वारों में विशाला लंगरों की व्यवस्था की जाती है, जिसमे सभी को बिना किसी शुल्क के पवित्र प्रसाद भोजन में खिलाया जाता है।
बैसाखी त्योहार पर 10 वाक्य Few Lines on Baisakhi Festival in Hindi
- बैसाखी त्योहार सिख और हिंदू समुदाय के प्रमुख त्योहारों में से एक है।
- गर्मी के मौसम में फसलों की प्रथम कटाई की सफलता के रूप में यह त्यौहार मनाया जाता है।
- प्रमुख रूप से उत्तर भारत के पंजाब और हरियाणा एवं भारत के अन्य राज्यों के अलावा पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में बैसाखी त्योहार का बड़ा महत्व है।
- गुरु गोविंद सिंह जी, जो सिखों के दसवें धर्मगुरु थे उन्होंने इस दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी जिसके उपलक्ष में यह पर्व मनाया जाता है।
- बैसाखी त्योहार प्रतिवर्ष अप्रैल महीने के 13 या 14 तारीख को मनाया जाता है।
- इस दिन ब्रह्मांड में ग्रह और नक्षत्र अपनी दिशा बदलते है तथा सूर्य मेष राशि में संक्रमण करता है, जिसके कारण इसे मेष संक्रांति भी कहा जाता है।
- औरंगजेब द्वारा जब गुरु तेग बहादुर जी को शहीद कर दिया गया था, तत्पश्चात गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना मुगल लुटेरों का खात्मा करने के लिए किया था।
- वैशाखी त्यौहार यह सिख समुदाय के नव वर्ष की शुरुआत के रूप में भी मनाया जाता है।
- इस दिन पवित्र धार्मिक स्थलों को सजाया जाता है और सड़कों पर पूरे उत्साह के साथ धार्मिक जुलूस यात्रा भी निकाली जाती है।
- इस दिन सभी लोग अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ मिलकर एक साथ इस उत्सव का आनंद उठाते हैं।
निष्कर्ष Conclusion
इस लेख में आपने बैसाखी त्यौहार पर निबंध (Essay on Baisakhi Festival in Hindi) पढ़ा। आशा है यह लेख आपको जानकारी से भरपूर लगा होगा। अगर यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें।
It’s very useful for children to learn about their motherland and more.