महालया त्यौहार पर निबंध Mahalaya Festival in Hindi
महालया त्यौहार पर निबंध Mahalaya Festival in Hindi
क्या आप महालय के उतोव के विषय में जानना चाहते है?
जानें महालय कब और कैसे मनाया जाता है?
महालया त्यौहार पर निबंध History, Significance and celebration of Mahalaya Festival in Hindi
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महालया त्यौहार क्या है? What is Mahalaya?
महालया त्यौहार भी दुर्गा पूजा से जुडा हुआ त्यौहार है जिसमें भी माता दुर्गा की पूजा की जाती है। माता दुर्गा को अपार शक्ति की देवी माना जाता है। यह त्यौहार और पूजा माता दुर्गा को पृथ्वी पर आमंत्रित करने के लिए मनाया जाता है और जागो तुम्ही जागो के मंत्रों के उच्चारण किये जाते हैं। महालया का उत्सव पितृ-पक्ष के अंतिम तिथि पर मनाया जाता है।
यह त्यौहार भारत के कई राज्यों में मनाया जाता है जिसमें कुछ मुख्य राज्य हैं – कर्नाटक, ओडिशा, त्रिपुरा, तथा पश्चिम बंगाल। इन राज्यों में इस त्यौहार को बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है।
महालया त्यौहार का इतिहास History of Mahalaya in Hindi
महालया त्यौहार का इतिहास तब से जुड़ा है जब श्री राम ने लंका युद्ध के लिए जाने से पहले देवी माँ दुर्गा की पूजा की थी। उन्होंने देवी से आशीर्वाद लिए ताकि वे माता सीता को रावण के चंगुल से सफलतापूर्वक छुड़ा कर ला सकें। माना जाता है जब श्री राम माता दुर्गा की पूजा कर रहे थे तो सभी देवताओं ने भी उनके साथ मिल कर दुर्गा माँ की पूजा की थी। इसी दिन देवी दुर्गा ने स्वर्ग से पृथ्वी का सफ़र शुरू किया था।
एक और कहानी जो महालया से जुडी है वो है कर्ण की कहानी। कर्ण को दान वीर कहा जाता है क्योंकि वह भोजन को छोड़ कर सब कुछ दान देते थे। उनकी मृत्यु के बाद भी उन्हें पृथ्वी पर 14 दीन का समय दिया ताकि वे जितना ज्यादा हो सके दान कर सकें।
महालया का महत्व Importance of Mahalaya
महालय त्यौहार दुर्गा पूजा की शुरुवात का प्रतिक है। यह त्यौहार बंगाली, ओडिया लोगों के लिए बहुत महत्व रखता है। इसका उत्सव खासकर 1930 के समय के रेडियो प्रोग्राम महिषासुर मर्दिनी से जुड़ा हुआ है जब सवेरे-सवेरे रडियो पर महालया से जुड़े पौराणिक कहानियों के विषय में ब्रॉडकास्ट हुआ करता था।
महालया त्यौहार का उत्सव Celebration of Mahalaya Festival
महालया त्यौहार के शुभ अवसर पर सभी लोग माँ दुर्गा की पूजा करते हैं। सभी लोग इस दिन अपने पूर्वजों की पूजा करते हैं और उन्हें खाना, नए कपडे और मिठाईयां अर्पण करते हैं। यह त्यौहार दुर्गा पूजा का एक अभिन्न अंग है।