योग पर निबंध, प्रकार व महत्व Essay on Yoga in Hindi – Types and Importance
योग पर निबंध, प्रकार व महत्व Essay on Yoga in Hindi – Types and Importance
हमारे देश में योग अब बहुत प्रचलित हो गया है। योग करके हम अपने शरीर की अनेक बीमारियों को दूर कर सकते है। यह बीमारियाँ ही नही ठीक करता बल्कि अवसाद, चिंता, डिप्रेशन, मोटापा, मनोविकारों को भी दूर भगाता है। योग से अनेक लाभ है।
योग पर निबंध, प्रकार व महत्व Essay on Yoga in Hindi – Types and Importance
विश्व में हर साल 21 जून का दिन “विश्व योग दिवस” के रूप में मनाया जाता है। 2014 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने “विश्व योग दिवस” मनाने की घोषणा की थी। योग का अर्थ है “बांधना” या “एकता”। यह विश्व के अनेक देशों में प्रचलित हो गया है।
चीन, जापान, तिब्बत, श्रीलंका, के साथ-साथ अब अमेरिका, यूरोप, ब्रिटेन में भी यह बहुत प्रचलित हो गया है। वेदों में भी योग का उल्लेख मिलता है। सिन्धु घाटी सभ्यता से ऐसी अनेक मूर्तियाँ मिली है जिसमे योग के चित्र बने हुए है। ऋषि पतंजली योग दर्शन के संस्थापक माने जाते है।
“योग कोई प्राचीन मिथक नही है। यह वर्तमान की सबसे बहुमूल्य विरासत है। यह आज की आवश्यकता है और कल की संस्कृति” – स्वामी सत्यानन्द सरस्वती
योग के फायदों को देखते हुए इसे स्कूलों में लागू कर दिया गया है। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी योग का समर्थन करते है। इसे हर देशवासी को करना चाहिये। सुबह के समय किसी पार्क या खुली जगह पर बैठकर योग करने से बहुत लाभ है।
योग के प्रकार Types of Yoga
- मंत्र योग– मंत्र का समान्य अर्थ है- ‘मननात् त्रायते इति मंत्रः’। इस प्रकार के योग का सम्बन्ध मन से है। इसे करके मन पर नियन्त्रण किया जा सकता है। मन से उत्पन्न होने वाली स्वस्थ तरंगे हमे लाभ पहुंचाती है।
- हठयोग- इसमें यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, भ्रमध्येहरिम् और समाधि प्रकार का 8 योग होता है।
- कुंडलिनी योग- जब साधक चित्त् में चलते, बैठते, सोते और भोजन करते समय हर समय ब्रह्म का ध्यान करते है तब उसे कुंडलिनी योग कहते है।
- राजयोग- महर्षि पतंजलि द्वारा रचित अष्टांग योग में राजयोग का वर्णन मिलता है। इसका उद्देश्य मन की इक्षाओ को नियंत्रित करना है।
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योग करने का सही तरीका How to do Yoga Correctly Step by Step in Hindi
और पढ़ें: शुरुवात के लिए बेस्ट योगासन
योग के लिए सूर्योदय और सूर्यास्त का समय सबसे अच्छा होता है। स्नान करने के बाद ही योग करना चाहिये। इसे हमेशा खाली पेट करना चाहिये। सूती कपड़े पहनकर योग करना अच्छा रहता है। योग करने के 30 मिनट बाद ही कुछ खाना चाहिये।
इसे योग गुरु या एक्सपर्ट से सही तरीका सीखकर करना चाहिये। हमेशा प्रशिक्षित योग गुरु से सीखना चाहिये। किसी दरी या मैट बिछाकर करना चाहिये। योग हमेशा शांत वातावरण में करना चाहिये।
इसे करते समय सही तरह से श्वास छोड़ना और लेना आना चाहिये। कई लोग जबरदस्ती क्षमता से अधिक अपने शरीर के अंगो- हाथ, पैरों, जांघो, कमर को मोड़ देते है। खुद के साथ जबरदस्ती बिलकुल नही करनी चाहिये। योग को जल्दी जल्दी नही करना चाहिये।
कुछ लोग जल्दी जल्दी कपालभांति और अनुलोम विलोम जैसे आसान करते है। वो सोचते है की कुछ ही दिन में उनको फायदा शुरू हो जाएगा। पर ऐसा नही है। योग का लाभ नियमित करने पर ही होता है। प्राणायाम, अनुलोग विलोम, कपालभाति, भ्रामरी योग के प्रमुख आसन है।
योग से फायदे Advantages of Yoga in Hindi
1. अनेक रोगों से दूर रखता है Keep away from diseases
योग करने से अनेक फायदे है। इससे अस्थमा, रक्तचाप, पाचनविकार, मधुमेह, गठिया जैसी अनेक बीमारियाँ ठीक होती है। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बनी रहती है।
2. वजन कम करता है Help in reducing weight
योग के द्वारा लोग अपने बढ़े हुए वजन में कमी कर सकते है। सूर्य नमस्कार और कपालभाति, प्राणायाम जैसे आसन को हर दिन 20 मिनट करने से व्यक्ति अपना वजन आसानी से कम कर सकते है।
3. अवसाद, चिंता और डिप्रेशन दूर करता है Reduce tension and Depression
आज की जिन्दगी में लोगो के जीवन में बहुत तनाव बढ़ गया है। तनाव के कारण ही उच्च रक्तचाप, दिल की बीमारियाँ, मधुमेह जैसे अनेक बीमारियाँ होती है। अवसाद, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याओ को योग द्वारा आसानी से दूर किया जा सकता है।
4. ऊर्जा और चुस्ती फुर्ती में वृद्दि Keep Stamina and Energetics
योग के द्वारा हम अपने शरीर की ऊर्जा में वृद्धि कर सकते है। अशुद्ध खान-पान की वजह से अब लोगो में पहली वाली ताकत, चुस्ती फुर्ती और ऊर्जा नही रह गयी है। अब 30-40 साल के बाद स्त्री पुरुष दोनों में कोई न कोई बीमारी हो जाती है। लोग जरा सा काम करने पर थकान और कमजोरी की शिकायत करते है। इसलिए लोगो को योग जरुर करना चाहिये।
5. आत्मिक शांति की प्राप्ति Provides spritual peace
योग करने से हम आध्यात्मिक शांति मिलती है। मन प्रसन्न और खुशनुमा रहता है।
योग का महत्व Importance of Yoga
आज हम सभी पाश्चात्य देशो की संस्कृति का अनुसरण कर रहे है। हमारे देश में विदेशी खान-पान जैसे बर्गर, पिज्जा, चाऊमीन, तला भुना खाना, कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेट फ़ूड का प्रचलन बहुत अधिक बढ़ गया है। इसके अतिरिक्त बाहर रेस्तरां में खाने का चलन तेजी से बढ़ गया है।
अधिक मसालेदार और तला भुना भोजन करके लोग बीमारियों और मोटापे का शिकार हो रहे है। अब तो बच्चो को युवावस्था में ही अनेक तरह की बीमारियाँ होने लगी है। हमारी जीवन शैली बिलकुल भी नियमित नही रह गयी है।
खाने, सोने का कोई निश्चित समय नही है। इस वजह से आज का युवा बीमारियों का कुछ अधिक ही शिकार हो रहा है। 21 जून 2018 को कोटा शहर में “विश्व योग दिवस” का आयोजन करके नया रिकॉर्ड बनाया गया जिसमे 1 लाख से अधिक लोगो ने साथ में योग किया।
योग में बाबा रामदेव का योगदान Baba Ramdev Contribution in Yoga
बाबा रामदेव देश भर में मुफ्त शिविर लगाकर लोगो को योग करना सिखा रहे है। उन्होंने भारत के योग को विदेशो में भी बहुत लोकप्रिय बना दिया है।
योग के प्रसिद्ध ग्रन्थ Famous Books on Yoga
ग्रन्थ | रचयिता | रचनाकाल |
योगसूत्र | पतंजलि | |
योगभाष्य | वेदव्यास | द्वितीय शताब्दी |
तत्त्ववैशारदी | वाचस्पति मिश्र | ८४१ ई |
भोजवृत्ति | राजा भोज | ११वीं शताब्दी |
गोरक्षशतक | गुरु गोरख नाथ | ११वीं-१२वीं शताब्दी |
योगवार्तिक | विज्ञानभिक्षु | १६वीं शताब्दी |
योगसारसंग्रह | विज्ञानभिक्षु | १६वीं शताब्दी |
हठयोगप्रदीपिका | स्वामी स्वात्माराम | १५वीं-१६वीं शताब्दी |
निष्कर्ष Conclusion
इस लेख में आपके योग पर निबंध (Essay on Yoga in Hindi) हिन्दी में पढ़ा। इसमें आपने योग के फायदे, महत्व और सही प्रकार से करने के तरीकों को भी जाना। इस लेख से विद्यार्थी अपने परीक्षा के लिए भी मदद ले सकते हैं।
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Very nice informations
This is not of my use but
It’s good to read
Very easy and comfortable language
One of the bast essay on yoga
Great work