क्रिया विशेषण परिभाषा – Adverb – Kriya Visheshan in Hindi

क्रिया विशेषण – Adverb In Hindi – Kriya Visheshan in Hindi

परिभाषा – Definition of Adverb in Hindi

वे शब्द जो क्रिया की विशेषता बताते हैं, ऐसे शब्दों को क्रिया विशेषण कहा जाता है| उदाहरण के तौर पर वाक्य “घोड़ा तेज दौड़ता है” को देखा जा सकता है| इस वाक्य में घोड़ा दौड़ रहा है, और उसके दौड़ने की विशेषता है उसका तेज दौड़ना| यह शब्द क्रिया विशेषण के अंतर्गत आता है| 

उदाहरण के तौर पर अन्य वाक्य :- 

  1. वह प्रतिदिन टहलने जाते हैं| 
  2. वह काफी तेज चलता है| 
  3. संगीता लिखती है|
  4. घोड़ा तेज दौड़ता है| 
  5. वह वहां रहता है| 
  6. बिल्ली भागती है| 
  7. अलमारी के ऊपर कलम रखी है| 

क्रिया विशेषण परिभाषा – Adverb – Kriya Visheshan in Hindi

क्रिया विशेषण का वर्गीकरण – Kriya Visheshan ka vargikaran

  • अर्थ के आधार पर 
  • रूप के आधार पर 
  • प्रयोग के आधार पर 

प्रयोग के आधार पर :- 

वे क्रिया विशेषण जो प्रयोग के आधार पर विभिन्न होते हैं उन्हे प्रयोग के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है| ऐसे क्रिया विशेषण निम्न प्रकार के होते हैं :- 

  • साधारण क्रिया विशेषण :- वे क्रिया विशेषण जो वाक्य में स्वतंत्र रूप से शामिल होते हैं, वे साधारण क्रिया विशेषण कहलाते हैं| उदाहरण के तौर पर :- 1) सुनो जल्दी आओ| 2) अरे! रमेश कहाँ गया? 
  • संयोजक क्रिया विशेषण :- वे क्रिया विशेषण जो किसी ना किसी उपवाक्य से जुड़े होते हैं उन्हे संयोजक क्रिया विशेषण कहा जाता है| उदाहरण के तौर पर :- जहां पर अभी तुम हो, वहां पर कभी मैं था| 
  • अनुबद्ध क्रिया विशेषण :- क्रिया विशेषण के वे शब्द जो किसी घटना का निश्चित होना दर्शाते हैं वे अनुबद्ध क्रिया विशेषण कहलाते हैं| उदाहरण के तौर पर :- 1)यह तो यकीनन तुम्हारा ही काम है| 2)उनके आने का इंतजार है बस| 

रूप के आधार पर :- 

क्रिया विशेषण के वे भेद जो रूप के अर्थ को दर्शाते हैं वे रूप के आधार पर वर्गीकृत किए जाते हैं| इस आधार पर क्रिया विशेषण के भेद हैं :- 

  • मूल क्रिया विशेषण :- क्रिया विशेषण के वे शब्द जो दूसरे शब्दों में प्रत्यय लगाए बगैर ही तैयार हो जाते हैं वे मूल क्रिया विशेषण कहलाते हैं| उदाहरण के तौर पर :- ठीक, सदा, दूर, ऊपर, आज, अचानक इत्यादि| 
  • यौगिक क्रिया विशेषण :- वे शब्द जिनका निर्माण हमेशा उपसर्ग या प्रत्यय लगाकर किया जाता है, वे शब्द यौगिक क्रिया विशेषण कहा जाता है| उदाहरण के तौर पर :- कभी कभी, बैठते, इतना, उतना, सबेरे, इत्यादि| 
  • स्थानीय क्रिया विशेषण :- स्थानीय क्रिया विशेषण ऐसे शब्द होते हैं जो बिना किसी भी फेर बदल के विशेष स्थानों पर प्रयोग किए जाते हैं| उदाहरण के तौर पर :- 1)वह दौड़कर चलती है| 2)तुम अपना सिर पढ़ोगे| 

यौगिक शब्दों का निर्माण 

  1. संज्ञा से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- प्रेमपूर्वक, मन, रातभर, सांय, आजन्म, सबेरे इत्यादि| 
  2. सर्वनाम से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- उतना, इतना, अब, कब, यहां, वहां इत्यादि| 
  3. विशेषण से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- बहुधा, पहले, धीरे इत्यादि| 
  4. क्रिया से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- नहाते, धोते, खाते, पीते, जागते, सोते, बैठते इत्यादि| 
  5. शब्‍दों की द्विरुक्ती से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- घर-घर, कहाँ कहाँ, बीच बीच, कभी कभी, अभी अभी, साफ साफ, जहां जहां, एक एक, ठीक ठीक इत्यादि|
  6. विभिन्न शब्दों के मेल से से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- देश विदेश, घर बार, आसपास, जहां कहीं, कल परसों, रात दिन इत्यादि| 
  7. संस्कृत के करण कारक से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- साधारणतया, कृप्या इत्यादि| 
  8. तः प्रत्यय लगाने से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- वस्तुतः, मुख्यतः, विशेषतः, सामान्यतः, उदाहरणतः इत्यादि| 
  9. उपसर्गों को जोड़ने से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- प्रत्येक, प्रतिफल इत्यादि| 
  10. धातु से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- देखने जाते, वे आते इत्यादि| 
  11. अवव्य से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- यहाँ तक, वहां तक इत्यादि| 
  12. दो समान या अलग क्रिया विशेषण में न लगाकर बनाई गई क्रिया विशेषण :- कुछ न कुछ, कभी न कभी इत्यादि|
  13. अनुकरण वाचक की द्विरुक्ती से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- पटपट, धड़ाधड़, गटगट इत्यादि|
  14. पूर्वकालिक क्रदंत और विशेषण के जोड़ से बनी यौगिक क्रिया विशेषण :- विशेषकर, बहुतकर, मुख्य कर इत्यादि| 

अर्थ के आधार पर :- 

वे क्रिया विशेषण जो अर्थ के आधार पर विभिन्न होते हैं उन्हे अर्थ के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है| ऐसे क्रिया विशेषण निम्न प्रकार के होते हैं :- 

  • स्थान वाचक क्रिया विशेषण :- ऐसे शब्द जिनसे यह ज्ञात हो कि क्रिया किस स्थान पर हुई है, वे शब्द स्थान वाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं| उदाहरण के तौर पर :- जहां, तहां, बाहर, दूर पास, अंदर, दाएं, बाएं, इधर, उधर, जिधर, उस ओर, इस ओर इत्यादि|   उदाहरण के तौर पर वाक्य :- 1)वह मेरे पास बैठी है| 2) सुनो, बाहर बैठो| 3)तुम वहां चले जाओ| 4)बाहर दौड़ लगाओगे| 5)इस ओर चले आओ| 
  • काल वाचक क्रिया विशेषण :- वे शब्द जो क्रिया के होने के समय को दर्शाएँ वे शब्द काल वाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं| उदाहरणतः :- अब, कब, कल, परसों, कई बार, लगातार, परसों, पहले, हर बार, कभी, अभी इत्यादि| उदाहरणतः वाक्य :- 1)तुम कल जाओगे| 2)मैं आज नहाउंगा| 3)कल शाम को चलेंगे| 4)मैं 31 को जाऊंगा| 5)सुबह ट्रेन पकड़नी है|
  • परिणाम वाचक क्रिया विशेषण :- वे शब्द जो क्रिया के परिणाम को दर्शाएं उन्हे परिणाम वाचक क्रिया विशेषण कहा जाता है| उदाहरण के तौर पर :- जरा, खूब, अस्तु, अल्प, पूर्णतया, यथाक्रम, बराबर, थोड़ा – थोड़ा, तिल तिल, किंचित, बराबर, सर्वथा, इतना, कितना, अत्यन्त, केवल इत्यादि| उदाहरण के तौर पर वाक्य :- 1)बराबर बांट दो| 2)इतना मत बोलो| 3)ज्यादा पढ़ो| 4)सच लिखो| 5)बड़ा बड़ा लिखो| 
  • रीतिवाचक क्रिया विशेषण :- वे शब्द जो यह दर्शाएं कि क्रिया किस विधि या रीति से की गई है उन्हे रीति वाचक क्रिया विशेषण कहा जाता है| उदाहरण के तौर पर :- गलत, हंसते, फटाफट, तेजी से, कदापि, सचमुच, झूमते हुए, सहसा, तेजी, क्योंकि इत्यादि| उदाहरण के तौर पर वाक्य :- 1)वैशाली मेहनत करती है| 2)मैं तेज भागता हूँ| 3)पानी में धीरे धीरे चलना चाहिए| 4)घोड़ा तेज़ तेज़ चलता है| 5)वह ध्यान पूर्वक पढ़ रहा है| 

रीति वाचक क्रिया विशेषण के प्रकार :- 

  1. निश्चय वाचक क्रिया विशेषण :– वे शब्द जो क्रिया के निश्चित होने का बोध कराएं वे निश्चय वाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं| उदाहरण के तौर पर :- यथार्थ में,दरअसल, बेशक, वस्तुतः, अवश्य, अलबत्ता, सही, जरूरी इत्यादि| 
  2. अनिश्चय वाचक क्रिया विशेषण :– वह क्रिया विशेषण जो किसी क्रिया के अनिश्चित होने का बोध कराए वह अनिश्चय वाचक क्रिया विशेषण कहलाता है| उदाहरण के तौर पर :- यथासंभव, कदाचित, शायद, बहुतकर इत्यादि| 
  3. कारणात्मक क्रिया विशेषण :– वे शब्द जो क्रिया के कारण को दर्शाएं वे कारणात्मक क्रिया विशेषण कहलाते हैं| उदाहरण के तौर पर :- क्यों, किसलिए, अतएव, अतः इत्यादि| 
  4. आकस्मिकतात्मक क्रिया विशेषण :- वे शब्द जो क्रिया के अचानक होने का बोध कराएं वे आकस्मिकतात्मक क्रिया विशेषण कहलाते हैं| उदाहरण के तौर पर :- एकाएक, सहसा, अचानक इत्यादि| 
  5. स्वीकारात्मक क्रिया विशेषण :– वे शब्द जिनसे क्रिया को स्वीकार करने का बोध हो, वे शब्द स्वीकारात्मक क्रिया विशेषण कहलाते हैं| उदाहरणतः बिल्कुल, जी, अच्छा, हाँ, ठीक, सच इत्यादि| 
  6. निषेधात्मक क्रिया विशेषण :- वे शब्द क्रिया की मनाही करें उन्हे निषेधात्मक क्रिया विशेषण कहा जाता है| उदाहरण के तौर पर :- न, मत, नहीं, इत्यादि| 
  7. आवृत्यात्मक क्रिया विशेषण :- वे शब्द जो क्रिया के होने की ध्वनि को दर्शाएं वे शब्द आवृत्यात्मक कहलाते हैं| उदाहरणतः धड़ाधड़, गटागट, कल कल, इत्यादि| 
  8. अवधारक क्रिया विशेषण :– वे शब्द जो दो क्रियाओं के मध्य कार्य करें वे, अवधारक क्रिया विशेषण कहलाते हैं| उदाहरण के तौर पर :- मात्र, ही, तो, भर, तक इत्यादि| 
  9. निष्कर्ष क्रिया विशेषण :- वे शब्द जो क्रिया के निष्कर्ष का बोध कराएं उन्हे निष्कर्ष क्रिया विशेषण कहा जाता है| जैसे :- अतः, इसलिए इत्यादि| 

अंग्रेजी के आधार पर क्रिया विशेषण – Adverb In English

परिभाषा :- अंग्रेजी में क्रिया विशेषण, हिन्दी जितनी ही समृद्ध नहीं हैं| न तो वहां पर भेद के उपभेद हैं, न ही वहां दो से ज्यादा भेद|  यह देखा जा सकता है कि अंग्रेजी में क्रिया एवं क्रिया की व्याख्या काफी ज्यादा सीमित है| ऐसा इसलिए क्यूंकि अंग्रेजी की व्याकरण में कई शब्दों का अर्थ एक ही कर दिया जाता है| जैसे drink को देखा जा सकता है| यह एक शब्द क्रिया एवं क्रिया विशेष्‍य दोनों के रूप में लिया जा सकता है| 

अंग्रेजी के आधार पर क्रिया के भेद :- 

  1. प्रश्नवाचक क्रिया विशेषण 
  2. संबंध वाचक क्रिया विशेषण 

प्रश्नवाचक क्रिया विशेषण 

वे शब्द जिनका प्रयोग हमेशा प्रश्न पूछने के लिए किया जाता है वे प्रश्नवाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं| 

उदाहरणतः वाक्य :- 

  • धीरज को देर कैसे हुई? 
  • मैं यहां कैसे आया? 
  • तुमने यह क्यूं किया? 
  • राम ऐसा कैसे करता है? 
  • तुम यह कब करोगे? 
  • बेटा सुरेश! खाना कब तक खाएगा? 
  • अरे रीना! तुम कब आईं? 
  • लखनऊ में चुनाव कब होंगे? 
  • इस बार आप भी चुनाव लड़ेंगे क्या? 

सम्बंध वाचक क्रिया विशेषण 

वे शब्द जो दो उपवाक्यों के मध्य में सम्बंध दर्शाये वे संबंध वाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं| ऐसे शब्द अक्सर दो क्रियाओं के मध्य में सटीक संबंध दर्शाने के लिए प्रयोग किए जाते हैं| 

उदाहरण के तौर पर वाक्य :- 

  • वह यहां था, जब तुम आए थे| 
  • मैं उसे जानता था, जब वह आया| 
  • तुम कानपुर में थे, जब मैं दिल्ली में था| 

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