पेट्रोल का प्रभाजी आवसन Fractional Distillation of Petroleum in Hindi
आज के इस आर्टिकल में हम आपको पेट्रोल का प्रभाजी आवसन (Fractional Distillation of Petroleum in Hindi) के विषय में बताया है|
पेट्रोल का प्रभाजी आवसन Fractional Distillation of Petroleum in Hindi
प्रभाजी आवसन क्या होता है? What is Fractional Distillation Of petroleum
प्रभाजी आवसन एक ऐसी विधि का नाम है जिसकी सहायता से पेट्रोल को उसके अन्य घटकों से अलग किया जाता है| गौरतलब है कि जब पेट्रोल को जमीन से निकाला जाता है तब यह अपने शुद्ध रूप में मौजूद नहीं होता, लेकिन इसके उपयोग के लिए हमें इसके शुद्ध रूप की आवश्यकता होती है| पेट्रोलियम को शुद्ध करने के लिए हमें इस विधि की आवश्यकता होती है|
प्रभाजी आवसन विधि क्या है? What’s Fractional Distillation Method
इस तरह की विधि से किसी भी द्रविय तत्व को उसके घटकों से अलग कर दिया जाता है| ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि द्रव में मौजूद अलग अलग पदार्थों को पृथक किया जा सके|
इस प्रक्रिया में प्रयोग किए कार्बनिक द्रव के बीच का अन्तर 40-45% सेल्सियस से ज्यादा का होना चाहिए|
यह एक प्रकार की औद्योगिक प्रक्रिया है जिसे पूरा करने के लिए कई सारी मशीनों की जरूरत पड़ती है, हालांकि इसे छोटे प्रयोग के तौर पर घर में भी करने देखा जा सकता है| इस प्रकार का प्रयोग निम्न है|
प्रभाजी आवसन से जुड़ा प्रयोग Experiment Of Fractional Distillation
उद्देशय :- घरेलू उपकरणों के साथ अथवा विज्ञान प्रयोगशाला के कुछ ही उपकरणों के साथ प्रभाजी आवसन का प्रयोग करके देखना|
आवश्यक उपकरण :- गैस बर्नर, आसवन फ़्लास्क, प्रभाजक स्तम्भ, थर्मामीटर, जल, संघ नित्र, एंडोप्टर, ग्रही, आसूत|
प्रयोग करने की विधि
- सर्वप्रथम आप एक गोल आधार का फ़्लास्क लीजिए|
- फ़्लास्क में कई सारे कार्बनिक तत्वों को भर लीजिए एवं उनका मिश्रण कर दीजिए|
- कार्बनिक तत्वों को मिलाने के बाद, फ़्लास्क के अंदर एक प्रभाजक स्तंभ को स्थापित कर दीजिए|
- इस प्रकार का प्रभाजक स्तंभ वाष्प को रोकने के लिए प्रयोग किया जाता है|
- प्रभाजक स्तंभ के ऊपर, कोर्क की मदद से थर्मामीटर जोड़ दें|
- प्रभाजक स्तंभ के ऊपरी सिरे में एक संघ नित्र लगा दीजिए|
- ऐसा करने के उपरांत एक एंडोप्टर लीजिए और उसे संघ नित्र के निचले सिरे से अच्छी तरह जोड़ दीजिए|
- ऐसा करने के पश्चात एक ग्राही लीजिए और उस ग्राही की सहायता से आसूत जल को एकत्रित होने दीजिए|
- इसके बाद एक तार की जाली लीजिए और उस जाली को आसवन फ़्लास्क के नीचे रख दीजिए|
- इन सभी कार्यों के उपरांत बालू ऊष्मक लीजिए उसे फ़्लास्क के नीचे इस प्रकार रखिए कि वह गर्म होने लग जाए|
- धीरे धीरे कार्बनिक पदार्थ वाष्पित होने लगेंगे|
- ऐसा होने पर प्रभाजक स्तंभ उसके मार्ग में रुकावट डालना प्रारंभ कर देंगे|
- ऐसा होने पर अधिक क्वथन वाले वाष्प की द्रव, फिर से द्रव में बदलने लगती है|
- ऐसा फिर से होने पर वाष्प दुबारा बनती है और वह दुबारा वाष्प बनकर द्रव में बदल जाती है|
- इस प्रकार यह चलता रहता है| इस प्रक्रिया को कम से कम 3-4 बार दोहराने पर कार्बनिक द्रव का शोधन हो जाता है|
Osm bhai