चिड़ियाघर की सैर पर निबंध Essay About Zoo Park Visit in Hindi
इस लेख में आप चिड़ियाघर की सैर पर निबंध Essay about zoo park visit in hindi हिन्दी में पढ़ेंगे। चिड़ियाघर एक ऐसी जगह है, जहाँ बच्चे बड़े सब जाकर विभिन्न अनमोल पशु पक्षियों को देख सकते है और उन्हें उनके बारे में नई-नई जानकारी दे सकते है।
आधुनिक चिड़ियाघर न केवल लोगों के मनोरंजन के लिए, बल्कि शिक्षा, शोध और जानवरों के संरक्षण के लिये भी होते हैं। आज इस लेख में हमने अपने चिडियाघर गुमने के अनुभव को एक निबंध के रूप में आपके समक्ष प्रस्तुत किया है।
चिड़ियाघर की सैर पर निबंध Essay about Zoo Park Visit in Hindi
कई चिड़ियाघर ऐसे केंद्र हैं, जहां दुर्लभ जानवरों को बचाया जाता है, जब वे मरने के खतरे में होते हैं। ये आधुनिक चिड़ियाघर जानवरों को एक प्राकृतिक जीवन देना चाहते हैं, ताकि वे स्वस्थ और सामान्य व्यवहार करें। यह जानवरों के लिए बनाये जाते है, और यहाँ आकर लोग जानवरों को देख भी सकते हैं कि वे प्रकृति में किस तरह से रहते है।
चिड़ियाघर हमेशा खुली जगह में बनाये जाते है। चिड़ियाघर में जाने के लिये हमें सर्वप्रथम एक टिकट लेना होता है, इसके बाद ही हम अंदर प्रवेश कर सकते है। अंदर हमें भरपूर प्राकृतिक वातावरण देखने को मिलता है, वहां हमें कुछ इस तरह प्रतीत होता है जैसे हम किसी जंगल में आ गये हो।
चिड़िया घर में जीव जंतुओं के साथ-साथ प्रकृति की सुंदरता भी देखने को मिलती है। प्रत्येक जानवर और पक्षी के रहने के लिए यहाँ एक ख़ास अलग जगह होती है। जिससे वहां आने बाले लोग इन्हें आसानी से देख सकते हैं और उनके विषय में जान सकते हैं।
चिड़ियाघर में अंदर हमने सबसे पहले एक तालाब देखा जिसमें कई मगरमच्छ थे कुछ पानी में तैर रहे थे, तो कुछ आसपास पड़ी मिट्टी में लेटे हुए थे। उनको देखने के लिए ऊंचाई पर व्यवस्था की गई थी ताकि ये लोगों को नुकसान न पहुंचा सके।
पास ही कुछ दूरी पर कई बड़े-बड़े पिंजरे थे जहाँ कई अलग-अलग पक्षियों की प्रजातियाँ थी। जैसे अलग-अलग रंग के तोते, मैना, पंखों को फैलाते हुए नाचती मोर, चहचहाती गौरया, गुंटरगूं करते हुए कबूतर और अन्य रंगबिरंगी छोटी बड़ी चिड़ियां थी।
उल्लू की प्रजातियों को एक अँधेरी गुफा में रखा गया था क्योंकि उन्हें अँधेरा पसंद होता है और वे अँधेरे में ही अच्छी तरह देख पाते है। आगे एक पुल बना हुआ था जिसके नीचे पानी में हंस और बतख मस्ती में तैर रहे थे।
बाघ को भी एक बड़े बाड़े में रखा गया था उस जगह के बाहर लोहे का जाली बनाया गया था ताकि लोग सुरक्षा पूर्वक उनकी सारी क्रियाये देख सके। बाघ पीले और सफ़ेद दोनों रंग के वहां हमें देखने को मिले। वे देखने में बहुत खूबसूरत लग रहे थे।
मैदान में हमने जंगली बिल्ली, नील गाय, ज़ेबरा, हिरन भी देखा, ये सब देखकर हम सब बहुत उत्साहित और खुश थे। कही-कही पर बड़े-बड़े डायनासोर बने थे जिसके पास लोग जाकर अपने बच्चों के साथ उनकी तस्वीर और सेल्फी ले रहे थे।
इसके बाद हमने साँपों की एक बड़ी संख्या को देखा जो विभिन्न आकार और रंगों के थे। वे कांच के पिंजरों में रखे गए थे और वे बहुत डरावने लग रहे थे। हमने कुछ पानी के सांपों को भी देखा और वहां के एक गाइड ने बताया था कि कुछ सांप बेहद जहरीले है।
मैंने कुछ हरे रंग के साँप को देखा जो एक हरी पौधे की झाड़ियों की तरह दिखते रहे थे। वहां हमने अजगर को पहली बार देखा। ये बहुत ही काले और मोटे थे और देखने में बहुत डरावने थे।
बंदरों के लिए रहने का स्थान कई सारे पेड़ थे जो एक बड़ी जगह में फैले थे और चारों तरफ से ये पेड़ बंद थे ताकि बंदर भाग ना जाये या लोगों को हानि ना पहुंचाएं। इनमें छोटे बड़े बंदरों के साथ कुछ लाल मुँह के बंदर थे तो कुछ काले मुँह के थे तो कुछ अपने बच्चों को लेकर इधर-उधर भाग रहे थे। वे नई-नई कलाबाजियां करते हुए उछल कूंद कर रहे थे।
जंगल का राजा शेर को देखा जो कि भूरे रंग का था। शेर को एक ऐसी जगह रखा गया था जहाँ उसके चारों ओर कुछ गहराई थी। वह हमें दूर सूरज की रोशनी में बैठे बड़ा ही उग्र दिखाई पड़ रहा था। वह बहुत विशालकाय था और उसकी गर्दन पर बड़े-बड़े बाल थे।
उसकी बड़ी बड़ी आँखों में एक अजीव सी चमक थी। वहां स्थित सभी लोग उसकी एक दहाड़ सुनने के लिए बेचेन थे। उसके आसपास खाने के लिए मांस के कुछ टुकड़े डाले हुए थे। मछलीयों के लिए वहां एक मछलीघर था, जिसमें अनेको रंग की छोटी बड़ी मछलियाँ थी। ये मछलियाँ बड़ी सुन्दर दिखाई दे रही थी।
फिर हम बड़े बाड़े के पीछे एक गेंडा देखा वह विशाल ताक़तवर लग रहा था जिसकी मोटी त्वचा थी और ये बहुत भारी था। हमने एक जगह जिराफ, ज़ेबरा, कंगारू, शुतुरमुर्ग और हाथियों को भी देखा।
रेतीले मैदान में कई ऊंट भी दिखाई पड़े। पूरे चिड़ियाघर में घूमने के लिये एक छोटी ट्रेन की व्यवस्था की गई थी, जिसपर बैठकर कई लोग चिड़ियाघर के जानवरों को देखने का मज़ा ले रहे थे, तो कुछ लोग पैदल चलकर वहां घूम रहे थे।
थोड़ी-थोड़ी दूरी पर हर जगह पानी पीने का इंतजाम था तथा बैठने के लिए व्यवस्था थी और कुछ खाने पीने के लिए केनटीन भी थी इसके अलावा कचरा फेंकने के लिए कूड़ेदान भी रखे गये थे। हर जगह पर जाने के रस्ते के संकेत बने हुए थे।
चिडिया घर घूमने का हमारा अनुभव बहुत ही सुन्दर रहा और हमें और बच्चों को बहुत मज़ा। चिड़ियाघर हम सभी को जीवन में एक ना एक बार ज़रूर घुमने जाना चाहिए क्योंकि इससे हमें जानवरों के जीवन के विषय में करीब से जानने का मौका मिलता है और बच्चों को भी कुछ नया सिखने-देखने को मिलता है।
आशा करते हैं आपको चिडियाघर पर निबंध अच्छा लगा होगा। अगर आप भी कभी चिडियाघर घुमने गए हैं तो अपना अनुभव कमेंट के माध्यम से हमें ज़रूर बताएं।
चिड़ियाघर के बारे में पांच वाक्य 5 Lines on Zoo in Hindi
- चिड़िया घर बच्चों को घूमने का बहुत मन करता है।
- बच्चों और बड़ों सबको चिड़िया की सैर करने से जानवरों के विषय में ज्ञान मिलता है।
- चिड़िया घर पर कई प्रकार के जीव-जन्तु तथा पशु-पक्षियों को देखने का मौका मिलता है।
- साल मे एक बार समय निकाल कर चिड़िया घर की सिर करने जरूर जाना चाहिए।
- चिड़िया घर में कुछ ऐसे जानवर भी होते हैं जो बहुत ही दुर्लभ जानवर होते हैं।
निष्कर्ष Conclusion
चिड़िया घर की सिर करने का एक अलग ही सुंदर अनुभव होता है। बच्चों और बड़ों सबको चिड़िया घर जीवन में एक बार तो जरूर घूमने जाना चाहिए।
आशा करते हैं आपको चिड़ियाघर पर निबंध (Essay About Zoo Park Visit in Hindi) अच्छा लगा होगा।
Very good