मंगल ग्रह के बारे में 20 रोचक तथ्य Interesting facts about Mars planet in Hindi
मंगल ग्रह के बारे में 20 रोचक तथ्य 20 Interesting facts about Mars planet in Hindi
सूर्य से ग्रहों के क्रम में मंगल ग्रह चौथा ग्रह है। पृथ्वी से देखने पर यह लाल दिखाई देता है। इसलिए इसे लाल गृह भी कहते हैं। पृथ्वी की तरह मंगल ग्रह भी एक स्थलीय धरातल वाला ग्रह है।
सौरमंडल का सबसे ऊंचा पर्वत “ओलंपस मोन्स” भी मंगल ग्रह पर स्थित है। यह पर्वत 24 किलोमीटर ऊंचा है। यहां पर “वैलेस मैरीनेरिस” नाम की विशाल घाटी है। मंगल पर जीवन होने की संभावना है।
मंगल ग्रह के बारे में 20 रोचक तथ्य 20 Interesting facts about Mars planet in Hindi
मंगल ग्रह के विषय में तथ्य –
- मंगल ग्रह का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का एक तिहाई (1/3) है। इसका अर्थ है कि यदि मंगल पर कोई वस्तु या चट्टान गिरती है तो वह बहुत धीमी रफ्तार से गिरेगी।
- मंगल ग्रह के दो चंद्रमा है फोबोस (Phobos) और डीमोस (Diemos) फोबोस डीमोस से बड़ा है। फोबोस का ग्रीक भाषा में अर्थ होता है “भय”। इसलिये ग्रीक लोग मंगल को “भय का देवता” भी कहते थे। वह फोबोस उपग्रह को “शुक्र का बेटा” भी कहते थे।
- फोबोस उपग्रह धीरे धीरे मंगल ग्रह की ओर झुक रहा है। यह 100 साल में मंगल की तरफ 1.8 मीटर झुक जाता है। वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि 5 करोड़ों साल में फोबोस मंगल से टकराएगा और टूट जाएगा। यह मंगल के चारों ओर एक घेरा (Ring) बना लेगा।
- मंगल ग्रह का एक दिन 24 घंटे 39 मिनट और 35 सेकंड के बराबर है।
- पृथ्वी की सतह से मंगल ग्रह को नंगी आंखों से देखा जा सकता है। मंगल पर वातावरण का दबाव पृथ्वी की तुलना में बहुत कम है इसलिए वहां जीवन होने की कम संभावनाएं हैं।
- मंगल ग्रह का औसत तापमान -55 डिग्री सेल्सियस है। सर्दियों के दिनों में यहां का तापमान -87 डिग्री सेल्सियस और गर्मियों में माइनस -5 डिग्री सेल्सियस हो जाता है।
- मंगल ग्रह पर समुद्र या महासागर नहीं है। इसलिए कोई समुद्र स्तर नही है।
- मंगल ग्रह पर कभी-कभी धूल भरे तूफान उड़ते रहते हैं। ये मंगल ग्रह को पूरी तरह घेर लेते हैं।
- मंगल का अक्षीय झुकाव 25.19 डिग्री है। यह पृथ्वी के अक्षीय झुकाव से अधिक है।
- मंगल ग्रह पर पृथ्वी के समान ही ऋतुएं पाई जाती हैं परंतु उनका समय दोगुना होता है।
- फोबोस उपग्रह पर गुरुत्वाकर्षण बल पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का 1000 वां हिस्सा है। यदि पृथ्वी पर कोई वस्तु 68 किलोग्राम की है तो उसका वजन फोबोस पर 68 ग्राम होगा।
- मंगल ग्रह के लिए शुरू किए गए मिशन में से 1/3 मिशन ही सफल हुए हैं। Mariner 9 नाम के कृत्रिम उपग्रह ने 13 नवंबर 1971 को मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश किया था। इसने मंगल ग्रह की 7329 तस्वीरें ली थी और 349 दिनों के लिए यह मंगल की कक्षा में रुका था।
- मंगल ग्रह का व्यास 6792 किलोमीटर है।
- ऐसा माना जाता है कि एलियन जीवो का कपाल (खोपड़ी) मंगल ग्रह पर मिला था।
- इस समय मनुष्य द्वारा बनाई गई 12 वस्तुएं मंगल ग्रह पर हैं।
- पृथ्वी की भूपर्पटी 40 किलोमीटर मोटी है, जबकि मंगल ग्रह की भूपर्पटी 50 से 125 किलोमीटर मोटी है।
- ग्रीक (यूनान) देश में मंगल ग्रह को एरेस कहा जाता है।
- मंगल ग्रह की मिट्टी में लौह खनिज में जंग लगने के कारण यह लाल रंग का दिखाई देता है।
- मंगल ग्रह पर 1 साल में 687 दिन (23 महीने के बराबर) होते हैं।
- मंगल ग्रह के दोनों ध्रुवों पर बर्फ पाई जाती है। वहां पानी और कार्बन डाइऑक्साइड की बर्फ की परत दिखाई देती है। मार्स एक्सप्रेस नाम के कृत्रिम उपग्रह ने मंगल ग्रह की कक्षा में चक्कर काटते हुए यह जानकारी दी थी।
- मंगल ग्रह पर जीवन की खोज करने के लिए अभी तक कुल 8 अभियान किए गए हैं जिसमें 7 अभियान अमेरिका ने और एक अभियान भारत ने किया है।
- मंगल ग्रह के उपग्रह फोबोस पर एक बड़ा क्रेटर स्टीकनी है। इसका नाम उसके खोज करने वाले वैज्ञानिक हाल की पत्नी के नाम पर रखा गया है।
- सौरमंडल में फोबोस उपग्रह अपने ग्रह से सबसे कम दूरी वाला उपग्रह है। मंगल की सतह से फोबोस ग्रह की दूरी मात्र 6000 किलोमीटर है जबकि पृथ्वी की चंद्रमा से दूरी 3,84000 किलोमीटर है।
- 24 सितंबर 2014 को भारतीय कृत्रिम उपग्रह मार्स आर्बिटर (मंगलयान) मंगल की कक्षा में पहुंच गया। इसके साथ ही भारत अमेरिका, रूस और यूरोपीय संघ के साथ मार्शियन इलीट क्लब में शामिल हो गया। देश के लिए यह एक महान उपलब्धि है।
- मंगल ग्रह पर जल होने की प्रबल संभावनाएं हैं। जो कृत्रिम उपग्रह अभी तक मनुष्य द्वारा मंगल ग्रह पर भेजे गए हैं उससे मंगल की सतह पर द्रव वस्तु होने के सबूत मिले हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार यह बड़ी झीलें और महासागर हो सकते हैं।
- भारतीय जयोतिष में मंगल ग्रह को “युद्ध का देवता” माना जाता है। यह कुंवारा है। मंगल ग्रह मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है। इस देवता का रंग लाल है। मंगल ग्रह शारीरिक ऊर्जा, क्रोध, आवेश, ताकतवर, अहंकार, आत्मविश्वास, साहसिक प्रवृत्ति का प्रतिनिधित्व करता है। यह रक्त, मांस पेशियों, अस्थिमज्जा पर शासन करता है। मांगलिक दोष होने के कारण मांगलिक दोष बनता है। इस कारण विवाह में देरी होती है और कई प्रकार की रुकावटें आती हैं।