डार्क वेब की पूरी जानकारी Dark Web Information in Hindi

हेल्लो दोस्तों,  इस लेख में डार्क वेब की पूरी जानकारी Dark Web Information in Hindi पढ़ने वाले हैं। इसमें आप डार्क वेब क्या है? कैसे काम करता है? लोग उपयोग क्यों करते हैं? लॉगिन करने की प्रक्रिया जैसे कई सवालों का जवाव आप पा सकते हैं।

डार्क वेब की पूरी जानकारी Dark Web Information in Hindi

आज के समय में लगभग हर आदमी  इंटरनेट के बारे में और उसका इस्तेमाल भी करता है, लेकिन क्या आपको डार्क वेब के बारे में कुछ भी पता है? अगर आप का जवाब है नही, तो इस लेख को पढने के बाद आप किसी से भी डार्क वेब के बारे में चर्चा कर सकते है। 

आज के इस आधुनिक समय में हम  कोई भी काम इंटरनेट के माध्यम से ही करते है चाहे वो ऑनलाइन शॉपिंग हो या किसी भी प्रकार की जानकारी हो हम इंटरनेट पर ही निर्भर है। जब कोई किसी  से इंटरनेट के बारे में पूछता है, तो लोगों को लगता है कि वे इंटरनेट के बारे में सब कुछ जानते है।

लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि अधिकतर लोग इंटरनेट के बारे में 2 से 5 प्रतिशत ही जानते है। इसमें Google, Yahoo, के साथ अन्य प्रकार के सर्च इंजन आते है। 

अगर देखा जाए तो लगभग 95 % भाग जो डार्क वेब के अंदर आता है उसके बारे में आम इंसान नही जानता है।  जिसमे Hacking, illegal selling के अलावा और भी कई प्रकार की चीजें आती है।

डार्क वेब क्या होता है? What is Dark Web in Hindi?

डार्क वेब  जिसे लोग डार्क नेट (Dark Net) भी कहते है, ये इंटरनेट का वो हिस्सा है जो किसी भी प्रकार के सर्च इंजन में जैसे Google, Yahoo, Bing आदि में इंडेक्स नही होता है।

आप इसे इस तरह से भी समझ सकते है ये इंटरनेट का वो हिस्सा है जो Deep Web के अंदर आता है। एक सर्वे से पता चलता है की एक आम इंसान इंटरनेट का केवल 7-10% के बारे में ही जनता है। जिसे सर्फेस वेब (Surface web) कहते है।

इसका अर्थ यह  हुआ कि जो बाकी  95% डार्क वेब या डीप वेब के अंतर्गत आता है। जिसमे ऐसे गैर-क़ानूनी का काम किये जाते है, जो पूरी तरह से प्रतिबंधित होता है। इसे एक साइबर अपराध उपकरण के रूप में उपयोग करते हैं।

जैसे – अवैध हथियारों की तस्करी, मानव तस्करी, ड्रग्स तस्करी इसके अलावा हैकिंग, बड़ी-बड़ी रकम का लेन देन  एवं डिजिटल करेंसी या बिटकॉइन का लेन देन। ये  सभी कार्य  डार्क वेब के अंदर ही आते है।

आप में से बहुत से लोग ये सोच रहे होंगे कि हमें इसके बारे क्यों पता नही चलता है। तो आपको बता दे, ये  डार्क वेब (Dark Web) में ऐसी वेबसाइट होती है जो सभी को नही दिखाई देती है क्योंकि इनका IP address छिपा (Hidden) होता है, इसलिए कोई भी इन वेबसाइट को खोज नही पाता है। लेकिन इस वेबसाइट को कुछ Tool की मदद से देखा जा सकता है।

बहुत से लोग डार्क वेब (Dark Web) तक पहुचने के लिए टूल का इस्तेमाल करते है जिनमें कुछ पापुलर टूल्स जैसे – Tor, I2P, anoNet, Freenet, है। इन टूल्स के मदद से डार्क वेब तक पहुंचा जा सकता है।

लोग डार्क नेट का उपयोग क्यों करते हैं? Why People use Dark Net in Hindi?

लोगो के द्वारा डार्क नेट (Dark Net) का उपयोग करने के कई कारण है जैसे – बहुत से इसका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करते है, लेकिन वही दूसरी तरफ बहुत से लोग गैर-क़ानूनी (साइबर क्राइम) कामों के इस्तेमाल के लिए इसका इस्तेमाल करते है।

ताकि वो बिना किसी के नजर में आये अपना काम कर सकें। इसके लिए डार्क वेब की पूरी जानकारी लेना बहुत आवश्यक है।

बहुत से लोग इसका इस्तेमाल अपनी पहचान छुपाने के लिए भी करते है, क्योंकि वो उन मामलों में शामिल होते है जो उनके लिए खतरनाक है। इसीलिए वो अपनी पहचान छुपाने के लिए भी इसका इस्तेमाल करते है।

पूरे विश्व में डार्क वेब (Dark Web) के द्वारा ही विभिन्न प्रकार के तस्करी किये जाते है जो पूरी तरह से गैर क़ानूनी (साइबर अपराध) होते है।

डार्क वेब कैसे काम करता है? How Dark Web Works in Hindi?

दोस्तों अगर आप जानना चाहते है कि डार्क वेब (Dark Web) कैसे काम करता है, तो आपको बता दूँ  ये बिलकुल ही अलग तरीके से काम करता है।

डार्क नेट (Dark Net) की वेबसाइट को हम नार्मल वेब ब्राउजर  जैसे – Google Chrome, Mozilla, Firefox, Bing आदि  से एक्सेस नही कर सकते है। इसके  लिए एक विशेष प्रकार का वेब ब्राउजर होता है जिसे TOR के नाम से जाना जाता है। इसके सहायता से किसी भी प्रकार के डार्क वेब (Dark Web) के वेबसाइट को एक्सेस किया जा सकता है।

इसके अलावा डार्क वेब (Dark Web) के वेबसाइट के डोमेन में .com, .in, .xyz  आदि नाम नही होते है, बल्कि इसमें ओनियन (.onion) लिखा जाता है। 

डार्क वेब या डार्क नेट कैसे लॉगिन करें? How to Login Dark Web (Darknet) in Hindi

वैसे तो डार्क वेब का इस्तेमाल पूरी तरह से गैर क़ानूनी है लेकिन फिर भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। डार्क वेब (Dark Web) में लॉगिन करना इतना भी आसान नही होता कि लॉगिन करके डार्क वेब में प्रवेश कर जाये।

इसके लिये बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है। इसके लिए आपको एक VPN की आवश्यकता होती है। जो आपके आइडेंटिटी को हैकरों से बचाएगी।

इसके बाद आपको टॉर वेब ब्राउजर (Tor Browser) को डाउनलोड करना होगा, जिसके द्वारा आपको डार्क वेब (Dark Web) में secure login कर पायें।  

डार्क वेब की वेबसाइट को सर्च करने के लिए Grams Search Engine का इस्तेमाल किया जाता था पर इसे 2017 दिसम्बर में बंद कर दिया गया। इस सर्च इंजन को डार्क नेट (Dark Net) चलाने के लिए बनाया गया था।

डार्क वेब ब्राउजर में डार्कनेट चलाने के खतरे Danger of using Dark Net or Dark Web

दोस्तों आपके जानकारी के लिए बता दूँ कि डार्क वेब (Dark Web) एक हैकरों का वो घर है जहाँ हैकर हमेशा ही तैयार रहते है। इस बात से पता चलता है कि डार्क वेब कितना खतरनाक है।

यहाँ किसी भी क्षण आपकी पूरी जानकारी को कोई भी हैक कर सकता है। इसके द्वारा आपके बैंक अकाउंट की जानकरी जा सकती है या बैंक के पूरे पैसे खाली ओ सकते है।

डार्क वेब (Dark Web) से कई प्रकार के वायरस आपके डिवाइस को इन्फेक्ट कर सकते है, इसलिए इस बात का हमेशा ध्यान रखे डार्क वेब से कोई भी फाइल डाउनलोड न करें

इसके अलावा डार्क वेब के द्वारा हैकर आपके फ़ोन या लैपटॉप के कैमरे को हैक करके आपका वीडियो भी वायरल  कर सकते है।

डार्क वेब का उपयोग सुरक्षित तरीके से कैसे करें? How to Use Dark Web Securely in Hindi?

दोस्तों अगर आप सुरक्षित तरीके से डार्क वेब (Dark Web) का इस्तेमाल करना चाहते है तो इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता है।-

  1. डार्क वेब के इस्तेमाल के लिए आपके पास एक VPN का होना अनिवार्य है। क्योंकि इसके बिना आप कुछ ही समय में पकड़े जायेंगे। 
  2. हम सभी जानते है कि डार्क वेब बहुत ही खतरनाक है इसीलिए इसके किसी भी वेबसाइट पर अपनी जानकारी बिलकुल भी न दे।
  3. डार्क वेब से किसी भी तरह के फाइल या लिंक पर क्लिक ना करे क्योंकि यहाँ हर वक्त हैकर सक्रिय रहते है जो एक झटके में आपके कंप्यूटर के डाटा को उड़ा सकते है।
  4. हमेशा डार्क वेब (Dark Web) का इस्तेमाल करते वक़्त इस बात का ध्यान रखे कि आप गैर क़ानूनी और आपराधिक गतिविधियों में न लगे वरना आप इसमें फंस भी सकते है।  

सरफेस वेब Vs डीप वेब Vs डार्क वेब Surface Web Vs Deep Web Vs Dark Web (in Hindi)

सरफेस वेब (Surface Web) को बहुत से लोग Clear web भी कहते है। इसके अंतर्गत हम जो अपनी रोज़ाना के जीवन में जो इंटरनेट का इस्तेमाल करते है। इसमें गूगल, फेसबुक, YouTube, ऑनलाइन शॉपिंग आदि आता है। ये पूरे इंटरनेट का केवल 5 % है। बाकि सब डार्क वेब में आता है।

डीप वेब (Deep web) इंटरनेट की दुनिया का वह हिस्सा है जो सरफेस वेब (Surface web) के बाद आता है। ये इंटरनेट का लगभग 95 % भाग है.  डीप वेब (Deep web) की वेबसाइट को सर्च इंजन इंडेक्स नही कर पाते है, क्योंकि उनके IP छुपे हुए होते है।

अगर हम डार्क वेब की बात करे तो ये डीप वेब का एक छोटा हिस्सा है। जहाँ पर सभी प्रकार के गैर क़ानूनी चीजें आसानी उपलब्ध होती है। डार्क वेब (Dark web) का इस्तेमाल के लिए अलग प्रकार के ब्राउजर का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे TOR Browser.

डार्क वेब (Dark web) के वेबसाइट पर बहुत ही आसानी से आपको ड्रग्स , गैर क़ानूनी हथियार के अलावा Bitcoin selling & buying, हैकिंग साइट जैसी illegal चीजें मिलती हैं।

आशा करते हैं डार्क वेब की पूरी जानकारी Dark Web Information in Hindi आपको पसंद आई होगी। इस लेख से स्कूल और कॉलेज के छात्र डार्क वेब पर निबंध लिखने के लिए भी मदद ले सकते हैं।

नोट: इस लेख में दी गई सभी जानकारी मात्र ज्ञान के लिए है और अगर डार्क वेब या डार्क नेट के उपयोग से किसी की हानी होती है तो हमारा वेबसाईट उसके लिए दाई नहीं होगा। इस लेख को मात्र डार्क वेब को बेहतर रूप से समझने के लिए पढ़ें जिससे आप किसी भी प्रकार के साइबर क्राइम या (साइबर अटैक) cyber phishingसे बच सकें।

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