इस लेख में आप काला धन पर निबंध Black Money Essay in Hindi पढ़ेंगे। इसमे काल धन रखने का कारण, इसके नुकसान, सरकार द्वारा इसको रोकने के उपाय, और प्रयास के विषय में पूरी जानकारी दी गई है।
काला धन पर निबंध Black Money Essay in Hindi
आज के दौर में काला धन एक बड़ी समस्या है। अब सरकार इसके लिए बहुत जागरूक हो गयी है और काले धन को उजागर करने के विभिन्न प्रयास कर रही है। आदिकाल से ही मनुष्य धन का संग्रह करता रहा है।
बचपन में बच्चे अपने पैसो को इधर-उधर छुपा कर रखते थे जिससे कोई उनको ले न सके। आदिकाल से ही धन की महत्वता बनी हुई है। इसी तरह काला धन है। इसे दूसरे शब्दों मे “बिना हिसाब किताब” वाला पैसा भी कहते हैं।
2016 में नोटबंदी के बाद 21000 लोगो ने 4900 करोड़ के काले धन की घोषणा की। आकड़ो के मुताबिक़ कुल 8437 करोड़ रुपये विदेशो में काला धन के रूप में जमा है।
आज बड़े बड़े राजनेता, मंत्री, अधिकारी, व्यापारी अपने काले धन को छुपाकर रखते हैं। काला धन वो पैसा होता है जो अवैध तरीके से कमाया जाता है। जैसे रिश्वत का पैसा, बिना टैक्स चुकाया पैसा, घोटाला या गबन करके प्राप्त किया गया पैसा, हवाला (money laundering), ब्लैक मार्किट, शेयर बाजार , सट्टेबाजी, तस्करी, या किसी दूसरे भ्रष्ट तरीके से कमाया गया पैसा। लोग अपने काले धन को सबकी नजर से छिपाकर रहना चाहते है। कई लोग विदेश की बैंको जैसे स्विट्जरलैंड की बैंको में अपना काला धन जमा कर देते हैं।
आज हमारे देश में काला धन एक बड़ी समस्या है। क्यूंकि इससे अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ती जा रही है। अमीर जुगाड़ लगाकर और अमीर बनता जा रहा है। और गरीब जो साधनहीन है और गरीब बनता जा रहा है। ऐसी कहावत है कि “पैसा पैसे को खींचता है” इसी तरह धनवान और धनवान बन जाता है क्यूंकि उसके पास पूंजी है। और बिना पूंजी के गरीब की हालत और भी दयनीय हो जाती है।
आजकल विदेशी बैंको में काला धन जमा करने का चलन बहुत बढ़ गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार स्विस बैंको में भारत का कुल $1 ट्रिलियन से अधिक की रकम जमा है। आजकल लोग अपनी काली कमाई को सोने- चाँदी के गहने, हीरे जवाहरात, जमीन, रियल स्टेट, लक्सरी कारे, वाहन, शेयर खरीदकर, रिश्तेदारों के नाम पैसे जमा करके आदि रूप में छिपाकर रखते है। एक अध्ययन के अनुसार देश में हर साल 1500 से 2000 करोड़ का धन काला धन बन जाता है।
काला धन जमा करने के कारण Reasons to hide black money
मुख्य कारन हैं –
- हर व्यक्ति अधिक से अधिक धन एकत्र करना चाहता है
- बढ़ती मुद्रास्फीति (महंगाई)
- उच्च कर दर
- सरकार की मूल्य नियन्त्रण निति
- अचल सम्पत्ति बाजार
- विभिन्न तरह के उत्पाद शुल्क (जैसे GST)
- अधिक से अधिक मुनाफाखोरी की चाह
- कोटा प्रणाली
- देश में सामाजिक और आर्थिक खाई (अमीर गरीब के बीच की खाई)
- सरकार द्वारा कोई कठोर दंड, सजा व कानून का न होना
- सरकारी नौकरशाही में भ्रष्टाचार
- चुनाव जीतने के लिये
- नया व्यवसाय और फैक्ट्री बनाने के लिए
काला धन से होने वाला नुकसान Drawbacks or Disadvantages of Black Money
इसके मुख्य नुक्सान हैं –
- टैक्स की चोरी होती है राजकोषीय प्रणाली पर बुरा असर पड़ता है
- भ्रष्टाचार पैर पसारता है, इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है
- बैंको को नुकसान पहुँचता है
- देश की सही आर्थिक स्तिथि पता नही चल पाती है
- GDP का सही आकड़ा लगाना मुश्किल हो जाता है
- देश के विकास को नुकसान पहुँचता है
काला धन को खत्म करने के लिए सरकार द्वारा किये गये प्रयास Government policies for stopping Black money
सरकार द्वारा किये गए प्रयास –
- भारत में 2016 में विमुद्रीकरण (नोटबंदी) की गयी
- सरकार द्वारा डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है
- काला धन को घोषित करने का मौका दिया जा रहा है
काला धन को रोकने के उपाय Measures to stop black money
काले धन को रोकने के उपाय –
- टैक्स सिस्टम सही होना चाहिये
- काला धन जमा करने पर कठोर कानून होना चाहिये। पकड़े जाने पर कठोर दंड मिलना चाहिये
- लोगो को खुद ही ईमानदारी से अपने काले धन को घोषित करना चाहिये क्योंकि उस पैसे को देश के निर्माण में लगाया जायेगा
- डिजिटल लेन देन को बढ़ावा देना चाहिये
- समाज में नेता, अभिनेता, क्रिकेटर्स, गायक, वैज्ञानिक, बड़े अधिकारीयों जैसे मशहूर लोगो को खुद का काला धन घोषित करके समाज में उदाहरण स्थापित करना चाहिये
- भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिये
- विदेशी बैंको से काले धन को जमा न करने के लिए समझौता करना चाहिये
- सरकारी योजनाओं पर नियमित रूप से नजर रखनी चाहिये
- काला धन घोषित करने पर पुरस्कार देना चाहिये
- लाइसेंस तथा कोटा प्रणाली सरल होनी चाहिये
- उत्पाद शुक्ल कम होना चाहिये
- राजनितिक पार्टियों को दी जाने वाली चंदा की रकम का श्रोत पता होना चाहिये
- हर 10 साल में विमुद्रीकरण (नोटबंदी) करना चाहिये
- आयकर विभाग को और सक्रीय होना चाहिये
- मजबूत रियल इस्टेट कानून होना चाहिये जिससे काले धन का निवेश इसमें न हो सके
- चुनावी पार्टियों द्वारा किया गया खर्च का सही ब्यौरा मांगना चाहिये
- मजबूत हवाला नीति बनानी चाहिये
- लोगो को देश के प्रति ईमानदार होना चाहिये
- वकीलों और एकाउंटेंटों को भी जांच ले दायरे में लाना चाहिये
निष्कर्ष Conclusion
आज के समय में ऐसा कौन है जिसे धन का लोभ नही होता है। धन का संचय करना हमेशा ही मनुष्य की फितरत रही है। पर अवैध तरीके से, रिश्वत, दलाली, गबन, घोटाला करके धन प्राप्त करना किसी भी तरह से जायज नही है।
जब तक हम खुद ही ईमानदार नही होंगे कोई हमे ईमानदार नही बना सकता हैं। इसलिए हमे खुद ही अपने काले धन का संचय नही करना चाहिये। आज का लेख आपको कैसा लगा, कमेंट या ईमेल के माध्यम से जरुर बतायें। आशा करते हैं आपको काला धन पर निबंध Black Money Essay in Hindi अच्छा लागा होगा।
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